राधास्वामी!
आज सुबह सतसंग में पढ़ा जाने वाला
पहला पाठ:-
गुरु की कर हर दम पूजा।
गुरु समान कोई देव न दूजा।।
(सारबचन-शब्द-2-पृ.सं.322,323- (रत्नाञ्जली)-
पूना ब्राँच के समस्त सतसंगी भाई व बहिनों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई।)🌹🌹
राधास्वामी! आज सुबह सतसंग में पढ़ा जाने वाला तीसरा पाठ:-
आरत गाउँ स्वामु अगम अनामी।
सत्तपुरुष सतगुरु राधास्वामी।।
(सारबचन-शब्द-1-पृ.सं.566,567)
(सरन आश्रम नगर-समस्त सतसंगी भाई व बहिनों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई हो।।)🌹🌹
[ राधास्वामी! आज सुबह सतसंग में पढ़ा जाने वाला पहला पाठ:-गुरु की कर हर दम पूजा। गुरु समान कोई देव न दूजा।। (सारबचन-शब्द-2-पृ.सं.322,323- (रत्नाञ्जली)-पूना ब्राँच के समस्त सतसंगी भाई व बहिनों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई।)🌹🌹
राधास्वामी! आज सुबह सतसंग में पढ़ा जाने वाला तीसरा पाठ:-आरत गाउँ स्वामु अगम अनामी। सत्तपुरुष सतगुरु राधास्वामी।।(सारबचन-शब्द-1-पृ.सं.566,567)(सरन आश्रम नगर-समस्त सतसंगी भाई व बहिनों को बहुत बहुत हार्दिक बधाई हो।।)🌹🌹
[12/1, 04:40] +91 98554 79797: राधास्वामी!! - 01-12-2021-आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:- (1) गुरु की कर हर दम पूजा। गुरु समान कोइ देव न दूजा ।।(सारबचन-शब्द-2-पृ.सं.322,323) (अधिकतम् उपस्थिति-पूना ब्राँच-@- (2) मन इंद्री आज घट में रोक, गुरु मारग चलना।।टेक।।-(श्याम सेत घाट पाऋ। सेत सूर लख उजार। सत्त अलख अगम निहार। राधास्वामी से मिलना।।) (प्रेमबानी-3-शब्द-9- पृ.सं.230,231) (3) आरत गाउँ स्वामी अगम अनामी। सत्तपुरुष सतगुरु राधास्वामी।।(सारबचन-शब्द-1- पृ.सं.566,567) (सरन आश्रम नगर-उपस्थिति-43) सतसंग के बाद:- (1)-राधास्वामी मूल नाम। (2)-मिश्रित शब्द पाठ
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मेरे तो राधास्वामी दयाल दूसरो न कोई।
सबके तो राधास्वामी दयाल।
मेरे तो तेरे तो सबके तो।
राधास्वामी दयाल दूसरो न कोई।
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राधास्वामी सुमिरन ध्यान भजन से जनम सुफल कर ले।।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
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