प्रस्तुति - अरूण यादव
कबीर साहब ने फ़रमाया है,' कबिरा धारा अगम की,सतगुरू दई लखाय। उलट ताहि सुमिरन करो स्वामी संग मिलाए।।अर्थात धारा को उलट कर राधा करो और स्वामी मिलाओ और इस प्रकार राधास्वामी नाम का सुमिरन करो।कबीर साहब ने राधास्वामी शब्द का रहस्य पहले ही खोल दिया था जिसका बाद में स्वतः संत परम पुरुष पूरन धनी स्वामीजी महाराज ने प्रचार प्रसार किया
[21/02, 21:50] Agra Ruarun: एक संत के पास 30 सेवक रहते थे । एक सेवक ने गुरुजी के आगे अरदास की महाराजजी 🙏🏻 मेरी बहन की शादी है तो आज एक महीना रह गया है तो मैं दस दिन के लिए वहां जाऊंगा. कृपा करें. आप भी साथ चले तो अच्छी बात है. गुरुजी ने कहा बेटा देखो टाइम बताएगा. नहीं तो तेरे को तो हम जानें ही देंगे उस सेवक ने बीच-बीच में इशारा गुरुजी की तरफ किया कि गुरुजी मुझे कुछ की जरुरत हैं, और आखिर वह दिन नजदीक आ गया सेवक ने कहा गुरुजी कल सुबह जाऊंगा मैं गुरुजी ने कहा ठीक है बेटा.
सुबह हो गई जब सेवक जाने लगा *तो गुरुजी ने उसे 5 किलो अनार दिए और कहा ले जा बेटा भगवान तेरी बहन की शादी खूब धूमधाम से करें दुनिया याद करें कि ऐसी शादी तो हमने कभी देखी ही नहीं* और साथ में दो सेवक भेज दिये जाओ तुम शादी पूरी करके आ जाना, जब सेवक घर से निकले 100 किलोमीटर गए तो उसके मन में आया जिसकी बहन की शादी थी वह दुसरे सेवक से बोला गुरुजी को पता ही था कि मेरी बहन की शादी है और हमारे पास कुछ भी नहीं है फिर भी गुरुजी ने मेरी मदद नहीं की, दो-तीन दिन के बाद वह अपने घर पहुंच गया. उसका घर राजस्थान रेतीली इलाके में था वहां कोई फसल नहीं होती थी. वहां के राजा की लड़की बीमार हो गई तो वैद्यजी ने बताया कि इस लड़की को अनार के साथ यह दवाई दी जाएगी तो यह लड़की ठीक हो जाएगी. *राजा ने मुनादी करवा दी थी अगर किसी के पास आनार है तो राजा उसे बहुत ही इनाम देंगे.* इधर मुनादी वाले ने आवाज लगाई *अगर किसी के पास आनार है तो जल्दी आ जाओ, राजा को अनारों की सख्त जरूरत है, जब यह आवाज उन सेवकों के कानों में पड़ी तो वह सेवक उस मुनादी वाले के पास गए और कहा कि हमारे पास आनार है, चलो राजा जी के पास,* राजाजी को अनार दिए गए अनार का जूस निकाला गया और लड़की को दवाई दी गई तो लड़की ठीक-ठाक हो गई. *राजा ने पूछा तुम कहां से आए हो, तो उसने सारी हकीकत बता दी तो राजा ने कहा ठीक है तुम्हारी बहन की शादी मैं करूंगा, राजा जी ने हुकुम दिया ऐसी शादी होनी चाहिए कि लोग यह कहे कि यह राजा की लड़की की शादी है सब बारातियों को सोने चांदी गहने के उपहार दिए गए बरात की सेवा बहुत अच्छी हुई लड़की को बहुत सारा धन दिया गया. लड़की के मां-बाप को बहुत ही जमीन जायदाद व आलीशान मकान और बहुत सारे रुपए पैसे दिए गए, लड़की भी राजी खुशी विदा होकर चली गई, अब सेवक सोच रहे हैं कि गुरु की महिमा गुरु ही जाने. हम ना जाने क्या-क्या सोच रहे थे गुरुजी के बारे में, और गुरुजी के वचन थे जा बेटा तेरी बहन की शादी ऐसी होगी कि दुनियां देखेगी.*
*_गुरु के वचन हमेशा सच होते हैं...❗_*
*_शिक्षा......_*
*गुरु के वचन के अंदर ताकत होती है लेकिन हम नहीं समझते जो भी वह वचन निकालते हैं वह सिद्ध हो जाता है, हमें गुरुदेव के वचनों के ऊपर अमल करना चाहिए और विश्वास करना चाहिए ना जाने गुरु कब क्या दे दे और रंक से राजा बना दे...❗*
[22/02, 20:07] Agra Ruarun: *मालिक को प्यार*
अगर हम वाकई सच्चे दिल से मालिक को प्यार करना चाहते है तो दुनियॉ के तानो और निन्दाओं की चिन्ता क्यों ? हमें किसी भी प्रकार की कोई चिन्ता नहीं करनी चाहिए । हमें फर्क नहीं पडना चाहिए कि कोई हमारी तारिफ करें या बुराई । फर्क सिर्फ इतना पडना चाहिए कि क्या हम अपने मालिक की रजा में रहने की कोशिश कर रहें है या नहीं । क्या हम मालिक को उसके हिस्से का समय दे भी रहे है या नहीं.
Radhasoami
राधास्वामी
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