प्रस्तुति - संत शरण /
रीना शरण - अमी शरण
**परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज
- रोजाना वाक्यात- 25 जुलाई 1932 -
सोमवार ड्रामा स्वराज्य की फिल्म बनवाने के लिए बहुत से भाई जोर दे रहे हैं। चुनांचे आज गवर्नमेंट की खिदमत मे एक दरखास्त प्रेषित की गई ।अगर गवर्नमेंट ने ऐतराज न किया तो ड्रामा माह दिसंबर तक फिल्म किया जा सकता है।। शाम के वक्त यंग मैन एसोसिएशन के तत्वाधान में डॉक्टर किशोरीलाल, चौधरी राय बहादुर ओ०बी० ई० असिस्टेंट डायरेक्टर ,पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट का लेक्चर हुआ । विषय था तंदुरुस्ती, शरीर की सफाई इत्यादि। काबिल लेक्चरर ने पास्चराइस्ड दूध के फायदे बयान करते हुए जोर दिया कि कम से कम मार्च से अक्टूबर तक हर शख्स को डेरी से लेकर पास्तराइस्ड दूध इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा नहाने धोने के मकामात, खेतों कुओं, घरों नालियों वगैरह की सफाई के मुतअल्लिक़ मूल्यवान मश्वरे दिये गये। हम लोग पुदीना, गाजर, मूली, बिला लिहाज इह ख्याल के कि वह कैसे पानी से सींचे गए थे इस्तेमाल कर लेते हैं। आमतौर पर यह चीजें गंदे पानी से सींची जाती है ऐसी सूरत में उन्हे परमैगनेट ऑफ पोटाश के पिनी से धोना जरूरी है वरना आशंका है कि उनके द्वारा हमारे जिस्म में बीमारी के कीटाणु दाखिल हो। अफसोस है कि वावजूद हर तरह सावधान रहने की कोशिश करते हुए इस मामले में हम लोग भी फेल हो गए ।🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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