**राधास्वामी!! 31-01-2021-(रविवार) आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-
(1) आरत गाउँ स्वामी अगम अनामी। सत्तपुरुष सतगुरु राधास्वामी।।-(सब हंसन मिल आरत गाई। समरथ सब को लिया अपनाई।।(सारबचन-शब्द-पहला-पृ.सं.566)
(2) अचरज आरत गुरु की धारुँ।उमँग नई हिये छाय रहे री।।टेक।। सतसंगी सब हरषत आये। सतसंगिन उमँगाय रही री।।-(राधास्वामी मेहर से हिये मे सबके। छिन छिन प्रेम बढाय रहे री।।) (प्रेमबानी-4-शब्द-9-पृ.सं.36)
सतसंग के बाद विद्यार्थियों द्वारा पढे गये पाठ:-
(1) गगन में बाजत आज बधाई।।टेक।। कुल मालिक राधास्वामी प्यारे। संत रूप धर आए। जगत में भक्ति रीति चलाई।।(प्रेमबानी-3-शब्द-3-पृ.सं.270)
(2) गुरु धरा सीस पर हाथ। मन क्यों सोच करे।।(प्रेमबानी-3-शब्द-3-पृ.सं.272,273)
(3) देव री सखी मोहि उमँग बधाई। अब मेरे आनँद उर न समाई।।-(सारबचन-शब्द-पहला-पृ.सं.84,75)
(4) सूरतिया धार बहाय रही। सतगुरु का दर्शन पाय।।टेक।।-(प्रेमबिलास-शब्द-94-पृ.सं.135,136)
(5) तमन्ना यही है कि जब तक जिऊँ। चलूँ या फिरूँ या कि मेहनत करूँ।। पढूँ या लिखूँ मुहँ से बोलूँ कलाम। न बन आये मुझसे कोई ऐसा काम।। जो मर्जी तेरी के मुआफिक न हो। रजा के तेरी कुछ मुखालिफ जो हो।।।
फाउंडर डे के अवसर पर पढा गया पाठ:-
(1) गगन में बाजत आज बधाई।। (प्रेमबानी-3-शब्द-3-पृ.सं.272)
तत्पश्चात साँसकृतिक कार्यक्रम संत सू बच्चो के द्वारा।।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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