: रबी की फसल शुरू हो गई है और उच्च तापमान के कारण सरसों की फसल बहुत तेजी से पक रही है। हमें समय पर कटाई करने के लिए फील्डवर्क में उपस्थिति में सुधार करना होगा।
अनुरोध किया गया है:
1. कृपया सभी सत्संगियों, जिज्ञासुओं, युवाओं, बच्चों को कताई में भाग लेने और खेत में पूर्णकालिक काम करने के लिए प्रेरित करें। दोनों पारियों की उपस्थिति को शाखावार लिया जाना चाहिए।
2. पिछले साल की तरह, युवाओं की एक टीम बंडलिंग और लोडिंग के काम के लिए बनाई जा सकती है, जिन्हें खेत की शुरुआत से लगभग 90 मिनट बाद खेत को रिपोर्ट करना चाहिए। इस टीम की उपस्थिति भी हर पारी में ली जा सकती है।
राधास्वामी
जीएम कृषि
दयालबाग
रबी की फसल शुरू हो गई है और उच्च तापमान के कारण सरसों की फसल बहुत तेजी से पक रही है। हमें समय पर कटाई करने के लिए फील्डवर्क में उपस्थिति में सुधार करना होगा। अनुरोध किया गया है:
1. कृपया सभी सत्संगियों, जिज्ञासुओं, युवाओं, बच्चों को कताई में भाग लेने और खेत में पूर्णकालिक काम करने के लिए प्रेरित करें। दोनों पारियों की उपस्थिति को शाखावार लिया जाना चाहिए।
2. पिछले साल की तरह, युवाओं की एक टीम बंडलिंग और लोडिंग के काम के लिए बनाई जा सकती है, जिन्हें खेत की शुरुआत से लगभग 90 मिनट बाद खेत को रिपोर्ट करना चाहिए। इस टीम की उपस्थिति भी हर पारी में ली जा सकती है।
राधास्वामी
जीएम कृषि
दयालबाग
: *०५-०३-२०२१* को शाम के सतसंग के बाद खेतों में हुई अनाउंसमैंट
जैसे डारविन थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन सर्टिफाइड हैं , वैसे ही दाता जी सुपरमैन इवोल्यूशन थ्योरी दयालबाग भी सर्टिफाइड हैं और डार्विन से कही ज्यादा आगे हैं ये । *D से Darwin और D से Dataji।* लेकिन हमारा प्रिंसिपल डारविन प्रिंसिपल से ज्यादा सर्टिफाइड हैं। हम उससे कई गुना आगे है, हम ट्रिनिटी की बात करते है, कई ज्यादा आगे।
डी. ई. आई. की जो वाटरलू के साथ जो एक कॉन्फ्रेंस हुई थी, उसमें यह इनिशिएट हो गया हैं कि एक्सेप्ट हो गया हैं। जो हमारी स्टोरी है, उसको वाईडली एक्सेप्टेंस मिल गई हैं। हमारी थ्योरी जो एक्सपेटिक ऑफ़ मैथमेटिकल ट्रोप्लॉजिकल ग्राफ थ्योरी पर आधारित हैं, जो कोई चैलेंज करना चाहे, इसे चैलेंज करें, उसका हमारे पास जवाब हैं।
*राधास्वामी*
🙏राधास्वामी🙏
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद ग्रुप में जुडने के लिए,
🙏प्रेमी भाई और बहनों इस ग्रुप को आप सबके लिए बनाया गया है यह आप सबका है,
ग्रुप का उद्देश्य यह रहेगा कि कुछ सतसंग ब्राच, सतसंग सेंटर, ऐरीया सतसंग, या सतसंगी बिल्कुल सोये हुए है, उनको जगाया जाय उनको सतसंग में आने के लिए अपने बच्चों को लाने के लिए सतसंग के सभी प्रोग्राम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाय
जैसा हम सब जानते हैं कि आजकल सभी सतसंगी किसी न किसी ग्रुप से जुड़े हुए है, इस एनटरनेट के माध्यम से, हम सब सतसंगी आज एक मंच पर है तो हम सब अपनी अपनी ब्राच के प्रोग्राम की प्रति एक दुसरे तक आसानी से भेज सकते हैं, और अपने बिचरो को भी एक दुसरे तक आसानी से भेज सकते हैं, इससे एक दुसरे को देख कर सुन कर उमंग पैदा होगी और मन में कहीं उमंग जगेगी कि यह ऐसा कर रहे हैं तो हमें भी करना चाहिए, जैसे कि आप सबने एक कहावत सुनी होगी कि खरबुजे को देख कर खरबुजा रंग बदलता है, यही कहावत हमें साकार करनी है,
क्यो कि देखने में यह आता है कि कुछ सतसंगी कुछ ब्राच या सतसंग सेंटर के अंदर किसी भी प्रकार की सतसंग की कोई गतिविधि नहीं होती है या तो उनको जानकारी नहीं है या वह करना नहीं चाहते खासकर गाँव देहात की ब्राचो में, तो उन तक हमे पहुचना है इस ग्रुप के माध्यम से
देखने में यह भी आता है कि हमारे बहुत से सतसंगी भाई बहन अभी सामाजिक बंधन से नहीं निकल सके है अनेक प्रकार की कुरीतियों में फंसे पडे हैं उनको भी हमें इस ग्रुप के माध्यम से समझाना है,
🌹हुज़ूर सतसंगी साहब ने फरमाया है कि हम अपने आर्दश जीबन से अन्य लोगों पर असर डालना चाहते हैं,
🙏तो इस बचन का पालन करने के लिए हमें एक मंच पर बेठ कर एक दुसरे को समझना है एक दूसरे को समझना है
🌹हुज़ूर डा. लाल साहब ने फरमाया कि कि आप शुकराना अदा करने के अधिकारी तब होगे जब दुर से लोग आपको पहचान लेगे और कहेंगे कि देखों यह दयालबाग के सतसंगी है, यह दयालबाग का प्रोडक्ट है,
🙏हुज़ूर के इस बचन को साकार करने के लिए हमें एक साथ आना होगा, एक साथ मिलकर कोशिश करनी होगी,
🙏तो आप सबसे मेरा निवेदन है कि आप सब अपनी ब्राच,अपने सेंटर, अपने ग्रुप सतसंग, अपने ऐरीया सतसंग, में बो सब कुछ करें जो हुज़ूर हमसे चाहते हैं राधास्वामी सतसंग सभा हमसे चाहती है
और वह सब एक दुसरे को भेजे, एक दुसरे को बताऐं,
🙏आप सब अपना थोड़ा सा समय इस सेवा में अवश्य देगें इसी आशा के साथ आप सब को🙏🙏🙏राधास्वामी
: 🙏राधास्वामी🙏
🌹
प्रेमी भाई ,बहनों और प्यारे बच्चों🌹🌹
अब यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि आप सब कैसे हो,
🌹 क्यो कि सुबह दाता जी ने फरमा दीया है कि सब मेरे संरक्षण में है, तो सब खुश रहेगें, इसमें कोई सक नहीं है,
🌹तो आओ चलो थोड़ा सा ग्रुप की अपडेट लेले,
कल से अबतक इस ग्रुप में 296 सतसंगी लोग जुड़े और 40 सतसंगी भाई बहन ने इसको अलविदा कह दिया
🌹कह दिया कि हम तो चले आपको ग्रुप मुबारक हो, तो हम सब समझ सकते हैं कि उनकी सोच क्या होगी, यही ना कि अरे हमें क्या लेना देना किसी ब्राच से, किसी सतसंगी से कुछ हो ना हो कुछ करें ना करे, यह ग्रुप बनाने वालों और मेसेज डालने वालों के पास तो कोई काम है नहीं टाइम पास करने के लिए इधर उधर से मेसेज इकट्ठा करके डालते रहते हैं, या यह ऐसी संगत, सौवत, या ऐसी कारवाई मे लिप्त हैं उनको लगता है कि यह तो हम पर रोक टोक लगा रहे हैं,
🌹🙏ऐसा नहीं है अरे हमें तो दाता का सुक्रगुजार होना चाहिए कि उनकी दया व मेहर से आज हम घर बैठे उनके र्दशन पा रहे हैं, और सारी जानकारियां प्राप्त कर रहे हैं,
🙏अरे भाई हमनें तो वह जमाना देखा है कि पत्र लिखे जाते थे,
महीनों में पत्र पहुचता था, महीनों में जबाब आता था,
🙏प्रेम प्रचारक भी ब्राच में एक आता था जो सतसंग में पढकर सुनाया जाता था, अगर डाकीया नहीं आया, या डाक में कहीं मिस होगया तो वो भी सुनने से गया,
मानों एक अधेरे कमरे में बैठे रहते थे, कुछ पता ही नहीं चलता कि दयालबाग में दाता जी क्या करवा रहे हैं
🌹आज हम पर दाता जी की कितनी बड़ी दया है, फिर भी हम अधेरे कमरे में बैठे रहे तो यह हमारी सबसे बड़ी भाग्य हीनता है
🙏🌹 खैर कोई बात नहीं हम ही चलते हैं ऐसे भाई बहन जी के पास इस ग्रुप को लेकर
🌹🙏सभी सतसंगी भाई बहन जी को राधास्वामी
🌹🙏प्यारे बच्चों राधास्वामी 🌹🌹
आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं
आप सभी सुपरमैन बडों को समझाओ कि समय कम है सतसंग सेवा में लग जाओ
🙏🙏🙏🙏🙏
🌹
एक बहुत बुजुर्ग प्रेमी भाई साहब ने फरमाया है
🌹उठ सतसंगी टिकट खरीदो
नई सैहर को जाना है
तन की गठरी मन की सासौ संग बिल्टी कराना है
राधास्वामी दयाल दे घंटी
गाड़ी तुरंत रवाना है
🌹🌹🌹🌹🌹
🙏
इसकी एक एक लाइन को एक एक शब्द को गौर पढ़े तो हम सब को, सब कुछ समझमें आजायेगा, और हम सब सतसंग सेवा के लिए दौडे़ जायेंगे
🙏🙏🙏🙏🙏
🌹🌹🌹🌹🌹
आज ०७-०३-२०२१
शाम के सतसंग से पहले खेतों में हुई अनाउंसमैंट
ये तीन स्थानों का समूह हैं, जो एक दूसरे से लिंक्ड हैं, मध्य लोक से भी काम हो सकता हैं, ऊपर के लोक से भी काम हो सकता हैं, जो लोग तेज़ चल रहे हैं, वो आगे बढ़ जाएंगे, जहां पर काम बाकी हैं। जो फसल कट गई हैं, उसको छोड़ के आगे बढ़ जाएंगे और कुछ देर बाद वो दूसरो को सहायता करने के लिए पहुंच जाएंगे, थोड़े से पिछड़ रहे हैं।
जब यहां पर संसार को उत्पन्न करने वाला मौजूद हैं, तो फिर आपको चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। काम तो हो ही जाएगा। तो सभी लोग अपने सामर्थ्य (कैपेबिलिटी) के अनुसार सिनसेयरली काम करते रहिए, तो टारगेट ओवर एचीव हो जाएगा। बिना आपके एहसास के टारगेट ओवर एचीव हो जाएगा।
राधास्वामी
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