🙏🌹🌹🌹👆/ सभी सतसंगी भाई, बहन, जिज्ञासु, बच्चे हुज़ूर के इस आदेश का पालन करे🙏🌹🌹🌹
देखने में यह आ रहा है कि बहुत सी ब्राचो में
इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है,
हम यह ना समझे कि यह आदेश तो बहुत पहले दीया था, अब तो मालिक भुल गये होगे, या मालिक कहीं नहीं देख रहे हैं, कि हम इस आदेश का हम पालन कर रहे हैं या नहीं
इसका एक उदाहरण मैं आपको दे रहा हूँ
शायद 2006 या2007 मै एक बार दयालबाग जा रहा था
तो ब्राच की दो तीन बहने और दो तीन जिज्ञासु बहने, मेरे साथ दयालबाग जाने की कहने लगी, मेने उनसे कहा कि चल तो रही हो मगर सतसंग युनीफार्म पहन कर चलना होगा, और दयालबाग में भी पहन
कर रहना होगा, तो
उन्होंने कहा कि हमारे पास नहीं है, हम दयालबाग से खरीद कर पहन लेगे, दयालबाग पहुच कर
मुझे पता नहीं चला कि उन्होंने खरीदा या नहीं, पहना या नहीं,
क्यो कि अलग अलग रुके थे,
मगर बाद में पता चला कि ना ही उन्होंने सतसंग यूनीफॉर्म खरीदी थी ,और ना ही पहनी थी और ना ही उनको सतसंग हाल में
अंदर सतसंग करने दीया गया
फिर उनमें आपस में कहा सुनी हुई, तो पता
चला कि एक बुजुर्ग सतसंगी बहन ने कह
दीया था कि पाठक तो
ऐसे ही कहता रहता है
मत खरीदो मत पहनों
कोई नहीं देख रहा है
मगर उनको इस बात का अंदाज़ा नहीं था
कि मालिक सब देख
रहे हैं
🌹🙏
राधास्वामी
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