*🌹*परम गुरु परम प्रिय परम पूज्य हुज़ूर डा.लाल साहब - की पाच महत्वपूर्ण बातें:-
*🌹18 अगस्त 1979 ई0 को 10.30 बजे रीजनल ऐसोसिएशन के प्रेसीडेन्ट, सेक्रेटरी तथा ब्राच सतसंग के सेक्रेटरीज को परम पूज्य हुज़ूर डॉ लाल साहब ने लगभग 15 मिनट तक सम्बोधित करके जो फरमाया...*
*🌹उसमें सबसे पहली बात ,जिस पर उन दयाल ने जोर दिया था ,वह यह थी,*
*🌹मैं ब्राच सतसगो के सेक्रेटरीज को ज्यादा , important person's (महत्वपूर्ण आदमी) और , ब्राच में उनको सभा का प्रतिनिधि मानता हूँ, इस वास्ते इस पद पर रह कर यह उनका पवित्र कर्तव्य है कि वह देखे कि ब्राच के तमाम काम बहुत अच्छे तरह से हो रहे हैं या नहीं,*
*🌹ब्राच सतसंग की समस्याएं, चाहे वह सतसगीयो के आपसी झगड़े की हो, सेहत की खराबी की हो, या राधास्वामी मत के बारे में हो, खुद ही सुलझा लेनी चाहिए, दयालबाग को लिखकर नहीं भेजनी चाहिए,*
*🌹सेक्रेटरीज को अपने ब्राच सतसंग में अपने सतसंगी लोगो से खुब रलमिल कर रहना चाहिए, और उन सबकी समस्याओं को समझना चाहिए और हल निकालना चाहिए,*
*🌹जैसे एक पेड़ की शाखा पेड़ को ताकत पहुचती है*
*उसी तरह ब्राच सतसगो को चाहिए कि हेडक्वार्टर दयालबाग को मजबूत बनाने में मदद करें*
*🌹दूसरी बात जिस पर उन्होंने ज्यादा जोर दिया,* *वह उपदेश के फार्म भरने के वावत थी उनका अब तक का अनुभव है कि उपदेश के फार्म बहुत लापरवाही से अधुरे और बहुत घसीट कर भरे जाते हैं,* *🌹फरमाया कि उपदेश सतसंगी की जिंदगी की एक महान बात है ऐसी महान बात की शुरुआत ऐसी लापरवाही से फार्म भर कर की जाती है,*
**तो कोई आदमी उनके बहुत अच्छे नतीजे की उम्मीद कैसे कर सकता है,* *🌹इस वास्ते ब्राच सेक्रेटरीज को चाहिए कि कि सभी फार्म अपने सामने भरवाऐ और अच्छी तरह से देखे कि तमाम जानकारी ली गई बातें सही भरी गई है या नहींऔर साफ और खुशखत लिखी गई है, या नहीं*
*🌹तीसरी ....*
*हुज़ूर ने सभी सेक्रेटरीज से कहा*
*🌹आप सब शादी के लायक लडके व लडकियों की लिस्ट बनाऐ, और अपने जिला सेक्रेटरी, व रीजनल प्रेसीडेन्ट के पास भेजें,*
*जिससे जिला व रीजनल को शादी लायक, लडके व लडकियों की पूरी जानकारी हो,*
*ताकि शादी की बात चीत और शादी तय कराने में वह सतसगीयो की सहायता कर सकें,*
*🌹सभी सेक्रेटरी को सलाह दी कि आप इस मामले में अपनी पूरी ताकत के साथ पूरी कोशिश करें,*
*ताकि शादीयों का एक बहुत अच्छा और अनुकरणीय उदाहरण अन्य समाज में स्थापित हो जाय,*
*🌹चौथी बात*
*यह वयान फरमाई*
*🌹सभी ब्राचो को सतसंग के इङिस्टीयल प्रोग्राम को आगे बढाने में हिस्सा लेना चाहिए,*
*यह दयालबाग के बने माल की बिक्री से और अपने क्षेत्र में नुमाइश करने से शुरू किया जा सकता है,* *🌹पाचवी बात*
**फरमाया कि सतसंगीयो को 5 से 10 साल की उम्र के बच्चों के ग्रुप के लिए छोटे स्कुल जारी करने चाहिए और अगर स्कूल* *खोलना मुमकिन न हो तो*
*सतसंगी लोगों को खुद ही* *बच्चों को पढाने का इन्तजाम करना चाहिए*
*🌹बच्चों को राधास्वामी सतसंग,और राधास्वामी मत, और राधास्वामी क्यो कहते हैं आदि बातों की*
*A. B.C के बारे में जानकारी देनी चाहिए*
*🌹यह परम पूज्य हुज़ूर के मुख मंडल से निकला एक एक शब्द*
*ऐसा प्रभाव दायक था कि सतसंगी भाई बहन जब सतसंग हाल से निकले तो बहुत उमंग और पूरे इरादे से भरे हुए थे कि हूजूर ने जिन बातों का जिक्र किया है उनको हम जी जान से पूरा करेंगे,*
*सभी प्रेमी भाई बहन और प्यारे बच्चों को*
*राधास्वामी*
*अब इसमें कुछ और कहने की कोई आवश्यकता नहीं है*
*अब हम सब देखे कि आज हम कहाँ खड़े है इन बातों का इन आदेशों का पालन हो रहा है कि नहीं*
*परम प्रिय परम पूज्य हुज़ूर डा लाल साहब जी के इन आदेशों का पालन करें । 🙏🏻राधास्वामी 🙏🏻**
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