Tuesday, January 5, 2021

सतसंग सुबह DB 0601

 **राधास्वामी!! 06-01-2021- आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-                                     

  (1) कहाँ लग कहूँ कुटिलता मन की। कान न माने गुरु के बचन की।।जो कोई जिससे रूठे भाई। सोई तिसको लेय मनाई।।-(कर बिबेक मन को समझावे। या सतगुरु की दया समावे।।) (सारबचन-शब्द-पहला-पृ.सं.237)                                                            

  (2) जगत भय लज्जा तज देव मीत।।टेक।। कपट छोड कर सतसँग गुरु का। धारो मन में गुरु की नीत।।-(प्रेम सहित गुरु आरत धारो। राधास्वामी चरन बसाओ चीत।।) (प्रेमबानी-2-शब्द-20-पृ.सं.382)                            

 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**

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