**राधास्वामी!! 08-01-2021- आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-
(1) कहाँ लग कहूँ कुटिलता मन की। कान न माने गुरु के बचध की।। खोले कपट न राखे परदा। गुरु से खोले रख रख सरधा।।-(और उपाय न इसका कोई। बिना दया कोइ जुक्ति न होई।।) (सारबचन-शब्द-पहला-पृ.सं.238,239)
(2) जाँच कर त्यागो भोग असार।।टेक।। माया ने सब भोग रचाये। अमृत संग मिलाया खार।।-(राधास्वामी दीनदयाल मेहर से। सहज उतारें भौजल पार।।) (प्रेमबानी-2-शब्द-22-पृ.सं.386)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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