**राधास्वामी!! / 12-08-2021-आज शाम सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
सुन प्यारे मैं कहूँ बुझाई।।टेक।।
सतसँग करो चित्त दे गुरु का। हिरदे बचन समाई।१।
या जग को परदेस समाना। समझ भाव बरताई।२।
मन चित जोड गुरु चरनन में।दिन दिन प्रीति बढाई।३।
राधास्वामी चरनन धर बिस्वासा। निस दिन भक्ति कमाई।४।
सुरत शब्द मारग ले गुरु से। नित अभ्यास कराई।५।।
तन मन धन से सेवा करके। गुरु को लेओ रिझाई।६।
चरनामृत परशादी लेकर। हिरदा शुद्ध कराई ।७।
भय और भाव जक्त का छोडो। लज्जा दूर हटाई।८।
अस गुरु भक्ति कमाय उमँग से। नइ नइ प्रीति जगाई।९।
परम पुरुष राधास्वामी दयाला। तब तोहि लें अपनाई।१०।
करम काट तोहि अधर चढ़ावें। काल को मार गिराई।११।
काज करें तेरा सब बिधि पूरा। सूरत चरन समाई।१२।
राधास्वामी दया करें अस सब पर। जो आवें सरनाई।१३।
याते प्यारे कहना मानो। पकडो उन चरनाई।१४।
(प्रेमबानी-1-शब्द13-पृ.सं.127,128)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
No comments:
Post a Comment