**राधास्वामी!! - /: 19-08-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
सतगुरु प्यारे ने चुकाया, काल का क़रज़ा हो।।टेक।।
मेहर से मोहि सतसँग में खींचा।
भक्ति पौद लगा गुरु सींचा।
काटे बिघन और हरजा हो।१।
दया गुरु परख बढ़त परतीती।
सेव करत जागत नई प्रीति।
बढ़त मेरा दिन दिन दरजा हो।२।
शब्द का मारग दीन लखाई।
स्रुत मेरी धुन सँग दीन मिलाई।
आज घट गगना गरजा हो ।३।
भरम गुरु मेट दिये मेरे सारे।
करम भी काट दिए अति भारे।
काल भी डर से लरजा हो।४।
राधास्वामी कीन जगत उपकारा।
चरन सरन दे जीव उबारा।
तार दई सब परजा हो।५।
(प्रेमबानी-3- शब्द 37- पृष्ठ- 135,136)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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