न्यू पन्नी गली 👇
संत तुलसी साहिब का तब ज़ाहिर हुआ फरमान |
जीव उबारन आए राधास्वामी तज कर अपना धाम |
छोड़ा निज घर आये भवजल लाये नाम जहाज़ |
संतों के सरताज प्यारे स्वामीजी महाराज |
हमारे स्वामीजी महाराज ||
पन्नी गली में उगिया सूरज आधी रात |
सब जग उजियारा भया अजब हुआ परभात |
हुई नयी सहर जीव ग़फलत से जागे |
बिरही प्रेमी सुरत वंत चरनन लागे |
हंस आनंद मगन होय झूमन लागे |
प्रगटे दीन दयाल बधाई गावन लागे |
पन्नी गली में ...
संत मत भक्ति का पंथ आपने ज़ाहिर किया |
सुरत शब्द योग का रास्ता रौशन किया |
राधास्वामी मत में तीन चीज़ें दरकार हैं |
वक्त गुरु, नाम सच्चा, सतसंग दमदार है |
सतसंग सेवा और अभ्यास की दरकार है |
सतसंग सेवा और व्यायाम की दरकार है |
राधास्वामी नाम मालिक ने ज़ाहिर किया |
कलयुग में जीवोद्धार का कारवां चला दिया |
पन्नी गली में ...
निर्मल रास लीला का दिखाया नज़ारा |
साइंसदाँ को इस मत का राज़ बताया |
ई - सतसंग ने तो कर दिया कमाल |
घर बैठे ही कर लिया मुर्शिद का दीदार |
संत (सु)परमैन स्कीम का कर दिया आग़ाज़ |
दुनिया में मिशन राधास्वामी कर दिया ऐलान |
अब रहमतें तेरी जोश करने लगीं |
मेरी रग - रग शुकराना गानें लगीं |
उनकी खुशामदीद का ...
मुर्शिद की आँख बीच से है रास्ता चला |
संगत को उसमे समाना सिखा दिया |
राधास्वामी नाम का जपना सब मन्त्रों का सार है |
ध्यान भजन से ही है जीवन सफल बता दिया |
अमृत की धारा बह रही रोज़ाना दयालबाग में |
जीवन मरण से बचा के भवजल पार लगा ।दिया |
अब रहमतें तेरी जोश करने लगीं |
मेरी रग - रग शुकराना गानें लगीं |
उनकी खुशामदीद का ...
प्यार इतना मिला हम तेरे हो गए |
तेरे आशिक थे अब हम ग़ुलाम हो गए |
तू जो चाहे तो गोदी बिठा ले ।हमें |
तू जो चाहे तो सूली चढ़ा दे हमें |
हम तेरे थे, तेरे हैं, रहेंगे तेरे |
तेरे चरणों में हरदम ही सजदा करें |
तुझको पाकर ना अब कुछ हमें चाहिए |
बस तेरी रहमतों की नज़र चाहिए |
बस तेरे प्यार की एक नज़र चाहिए |
तू ही तू - तू ही तू - तू ही तू चाहिए |
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