**राधास्वामी!! - / 15-08-2021-(रविवार)-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
सतगुरु प्यारे ने बसाई, हिये भक्ति करारी हो ।।टेक।।
सुन सुन बचन नसे सब भरमा। दूर हुए सब कंटक कर्मा। शब्द संग लगी तारी हो।१।
अभ्यास करत हिये बढ़त अनंदा। द्रोह मोह का कांटा फंदा। घूम चली दस द्वारी हो।२।
नभ में निरखा जोत सरूपा। त्रिकचटी जाय लखा गुरु रूपा। सुन में चंद्रउजारी हो।३।
भँवरगुफा सोहं धुन पाई। मधुर बाँसुरी बजै सुहाई। सुनी बिना झनकारी हो।४।
अलख-अलग करी मेहर नियारी। राधास्वामी चरन प्रीति बढी भारी। अचरज दरस निहारी हो।५।
(प्रेमबानी-3 शब्द- 33-पृ.सं. 132 )
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🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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