परम् पुरुष पुराण धनी साहब जी महाराज का स्टूडेंट्स को परामर्श l
एक रविवार को बचनों के दौरान परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज ने विद्यार्थियों को एक बहुमूल्य परामर्श देने की मौज फ़रमाई जिसे हम पाठकों की जानकारी के लिए नीचे प्रस्तुत कर रहे हैं , दयाल ने प्रत्येक विद्यार्थी को प्रोत्साहित करते हुए परामर्श दिया कि उन्हें अपने जीवन में यह नियम बना लेना चाहिए कि प्रतिदिन सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले परम सृष्टिकर्ता के पवित्र चरणों में पांच मिनट लघु प्रार्थना करें । हमारा कोई भी धार्मिक मत या विश्वास हो , हम अपनी दिनचर्या कुछ मिनट उस परम पिता सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी , का ध्यान करके प्रारम्भ करें । हम उनके सम्मुख दण्डवत् होकर न्यामतों और वरदानों के लिए दीनता पूर्वक धन्यवाद दें और बच्चों की तरह गदगद वाणी में प्रेम व कृतज्ञता के कुछ शब्द अर्पित करें और उनकी दया व मेहर के लिए प्रार्थना करें । यदि हम इस छोटी सी प्रार्थना से नित्य का कार्य प्रारम्भ करें तो यह निश्चित है कि हमें प्रतिदिन के कार्य - कलापों में अधिक प्रसन्नता , कम चिन्ता व बेहतर सफलता मिलेगी । भविष्य के निर्माताओ ! आज ही से अपने भविष्य में आने वाले उत्तरदायित्वों के प्रति सजग और कटिबद्ध हो जाओ । हमें ऐसे प्रबल व शक्तिशाली व्यक्तियों की आवश्यकता है जिन्हें कोई कठिनाई भयभीत न कर सके , जो किसी विपत्ति से हतोत्साहित न हों और जिन्हें कोई प्रलोभन विचलित न कर सके । स्वस्थ और कठोर परिश्रमी बनिए , परमपिता और उनके सभी बच्चों को प्यार कीजिए । हाथ से काम करने से कभी न हिचकिचाइये । उन लोगों का सम्मान कीजिए जो अपने हाथ से मेहनत मजदूरी करते हैं । शरीर से स्वच्छ , मन व विचारों में निर्मल बनें और सदैव यह याद रखें कि ईश्वर से बड़ा कोई सत्य नहीं है और ईश्वर के आत्म ज्ञान से बड़ा कोई आनन्द नहीं है ।
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