**राधास्वामी!! 11-07-2021-आज शाम सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
नाम बिना उद्धार न होई। याते भजन करो सब कोई।१।
नाम भेद है सतगुरु पासा। खोजो सतगुरु हो उन दासा।२।
सत्संग उनका करो बनाई। दिन दिन प्रीति प्रतीति बढ़ाई।३।
भेद नाम का तुम जब तुम पाओ। सुरत शब्द अभ्यास कमाओ।४।
जगत भोग की चाह हटाओ। राधास्वामी चरनन प्रेम बढ़ाओ।५।
मन निरमल होय चढ़े अकाशा। देखे घट में अजब बिलासा।६।
शब्द शब्द सुन करे निबेड़ा। सत्तलोक जा करे बसेरा।७।
तब सतगुरु की महिमा जाने। नर देही की सार पहिचाने।८।
आवागवन छूट सब जावे। भौसागर में फेर न आवे।९।
अपना भाग सराहूँ भाई। राधास्वामी संगत सहजहि पाई।१०।
नित्त नवीन उमंग उठाऊँ। राधास्वामी चरन अब हिये बसाऊँ।११।
प्रेम सहित आरत गुरु गाऊँ। राधास्वामी मेहर प्रसादी पाऊँ।१२।
(प्रेमबानी- भाग-1- शब्द 13- पृ.सं. 93, 94)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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