🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏जब *आप*
वक़्त की
*ठोकर लगने के बाद भी*
*नहीं गिरो* ( गिरते )
*तो*
*समझ लेना*. (समझो )
*की*
*दाताजी ने*
*हाथ*( संभाल )
*थाम रक्खा है !*
🙏🙏🙏🙏 *राधास्वामी* 🙏🙏🙏🙏
*राधास्वामी!! 18-07-2021-(रविवार) आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
सतगुरु प्यारे ने पिलाया, प्रेम पियाला हो।।टेक।।
प्रीति नवीन हिये में जागी। जगत मोह तज चरनन लागी। गुरु लीन सम्हाला हो।१।
प्रीति प्रतीति मेरे हिये धर दीन्ही। मेहर दया अंतर में चीन्ही। गुरु कीन निहाला हो।२।
उमँग उमँग अब घट में चाली। सुन सुन धुन स्रुत हुई मतवाली। लखा गुरु रुप बिशाला हो।३।
सुन्न शिखर होय गई सतपुर में। अटल भक्ति पाय हुई मगन मैं।
दई सतपुरुष दयाला हो।४।
राधास्वामी चरनन आरत धारी। मेहर दया उन कीनी भारी।
दिया निज धाम निराला हो।५।
(प्रेमबानी-3-शब्द-6-पृ.सं.101)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
🙏🙏 RADHASOAMI 🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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