Friday, July 23, 2021

तेरा मेरा प्यार प्रिये।।*

 *पता नहीं किस सज्जन की रचना है लेकिन बड़ी व्यंगात्मक भाषा में बहुतही  बढ़िया लिखी है*।


     👇👇👇👇👇



*तुम मायावती सी निर्धन,*

*मैं राहुल सा समझदार प्रिये।*

*महाराष्ट्र के गठबंधन सा,  है

तेरा मेरा प्यार प्रिये।।*


😊😊


*मैं आरएसएस का उग्रवाद,*

*तुम आईएसआई का शान्तरूप।*

*मैं मंदिर का कर्णकटु शंखनाद,*

*तुम अज़ान सी मधुर झंकार प्रिये।।*


😜😜


*तुम व्हाट्सएप, मैं टेलीग्राम,*

*तुम नेट बैंकिंग, मैं मनीऑर्डर।*

*तुम बुलेट ट्रेन सी द्रुतगामी,*

*मैं खच्चर-ऊंट सवार प्रिये।।*


😍😍


*सोनिया सी त्यागमूर्ति हो तुम,*

*मैं हूँ अटल सा पद-लोलुप।*

*मैं नाम का पीएम मनमोहन,*

*तुम ही असली सरकार प्रिये।।*


😂😂


*तुम रेणुका की सी स्मित मंद,*

*और मैं स्मृति का अटृाहास।*

*तुम मर्यादित भाषा निरुपम की,*

*मैं आडवाणी वाचाल प्रिये।*


😉😉


*तुम गगनचुम्बी पेट्रोल भाव,*

*मैं इंटरनेट सा सस्ता हूँ।*

*लेकिन हम दोनों से ही हैं,*

*इस दुनिया की रफ्तार प्रिये।।*


😂😂


*तुम लालू जैसी पशुप्रेमी,*

*निर्दोष टूजी, सीजी बोफोर्स*

*तुम चिदम्बरम सी ईमानदार,*

*मुझसे लज्जित भ्रष्टाचार प्रिये।l*


😳😳


*तुम सेकुलर कांग्रेस जैसी,*

*मैं साम्प्रदायिक बीजेपी सा।*

*तेरी काली करतूतों का,*

*मैं ढोता सर पर भार प्रिये।।*


😏😏


*तुम दिग्विजय-थरूर चरित्रवान,*

*मैं योगी-मोदी सा पतित।*

*तुम औवेसी जैसी देशभक्त,*

*मैं द्रोही गुनहगार प्रिये।।*


☺☺


*तुम मासूम हो पत्थरबाजों सी,*

*मैं तुझसे पिटता क्रूर सैनिक।*

*तू वोट बैंक का स्ट्रांग रूम,* 

*मैं तेरे आगे लाचार प्रिये।।*


😔😔


*तुम वेटिकन का लव लेटर,*

*तुम देवबंद का फतवा हो।*

*मैं खामोशी संत महंतों की,*

*और मिथ्या गीता सार प्रिये।।*


🤩🤩


*मैं कश्मीरी पंडित अतिक्रमी,*

*तुम पीड़ित निरीह रोहिंग्या हो।*

*मैं रिफ्यूजी कैंप के हूँ काबिल,*

*तुम भारत की हकदार प्रिये।।*


😍😍


*तुम भारत गौरव जिन्ना हो,*

*मैं भगतसिंह आतंकवादी।*

*भारत की आज़ादी के श्रेय पर,*

*है तेरा ही अधिकार प्रिये।*

 


*One of the best sarcastic poem !*

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