**राधास्वामी!! 06-07-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
गुरु प्यारे की सेवा धारो, तज मन अभिमान।।टेक।।
अस अस गुरु संग भाग से पइये। सेवा कर उन बहुत रिझइये। तन मन कर क़ुरबान।१।
गुरु पूरे जब दया बिचारें। करम भरम सब छिन में टारें। दें भक्ति दान।२।
निज घट का गुरु भेद बतावें। सुरत शब्द का जोग सिखावें। लाय घट में ध्यान।३।
दीन होय गुरु सतसंग करना। मन और सुरत शब्द में धरना। चढ अधर ठिकान।४।
राधास्वामी मेहर से सुरत चढावें।
शब्द शब्द का धाम लखावें। धुर पद दरसान।५।
(प्रेमबानी-3-शब्द-21-पृ.सं.89,90) 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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