शरीर से प्रेम है तो, आसन करो,
साऀस से प्रेम है तो, प्राणायाम करो,
आत्मा से प्रेम है तो, ध्यान करो,
प्रमात्मा से प्रेम है तो, समर्पण करो
हे मालिक, आप जी की दया व मेहर से हमसब आप जी की चरन, सरन में हैं, पूरे समर्पण भाव से, आप जी के चरणों में प्राथना है कि हम सब हमेशा सतसंग व सेवा से जुड़े रहें और आप जी की दया व मेहर से इस भवसागर से पार हो जायेऀ,
इसी बिनती के साथ आप सभी को प्रेम पूरवक इस नवीन सुप्रभात और मऀगलदिवस के लिए बहुत बहुत शुभकामनायें, इस विशवास के साथ की आप की रात्रि सुखभरी नीऀद के साथ पूरी हूई है,
सतगुरु जी के चरणों में प्राथना है कि वो दाता दयाल, हमसब की, समस्त सतसंग परिवार वा सरबत जगत की, दया करके रक्षा करने की क्रिपा करें.इस प्राथना के साथ, आप सभी को हार्दिक राधास्वामी 🙏🙏🙏
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