सुनो ना मेरे सतगुरु, रिशता तेरा मेरा है बहुत ही प्यारा, मैं हूँ जग से हारा और तू हारे का सहारा,
ना छोड़ना मुझे कभी भी,
कयोंकि नहीं है तेरे बिना जिदंगी का गुजारा,
हे मालिक, आप ने अपनी दया व मेहर से हमें अपनी चरन सरन में लिया है
, प्राथना है कि यह दया व मेहर सदाN बनी रहे और हम सब हमेशा सतसंग व सेवा से जुड़े रहें, इस बेनती के साथ आप सभी को प्रेम पूरवक इस सुप्रभात और नये दिन की शुभकामनाएं, इस भरोसे के साथ कि आप सभी की रात, भरपूर नींद के साथ, सुखभरी रही होगी, अब सतगुरु जी के चरणों में प्राथना है कि वह दाता दयाल, हमसब की, पूरे सतसंग परिवार तथा सरबत जगत की रक्षा करने की दया करें ताकि इस महामारी से जल्दी छुटकारा मिल जाए,
आप सभी को प्रेम से राधास्वामी 🙏🙏🙏
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