राधास्वामी!! 08-07-2021- आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
गुरु प्यारे से प्रीति बढाओ, तज मन का मान।।टेक।।
मन में मान धार करे सतसँग। सतगुरु की नहिं होय पहिचान। घट तिमिर समान।१।
दीन अधीन होय करे भक्ति। तब कुछ घट में पाय निशान। बढे प्रेम निदान।२।
ताते मान और कपट तियागो। गुरु चरनन में प्रीति लगान । परतीत जगान।३।
तब गुरु होय प्रसन्न दया से। देवें घर का पता निशान। स्रुत अधर चढान।४।
प्रेम अंग ले सूरत साजी। राधास्वामी प्यारे हो गये राज़ी।
घर जाय बसान।५।
(प्रेमबानी-3-शब्द-22-पृ.सं.90,91)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
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