**राधास्वामी!! -
31-07-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
सतगुरु प्यारे ने मिटाया, काल क्लेशा हो।।टेक।।
दया करी मोहि निकट बुलाया। राधास्वामी चरन प्रतीति दृढाया। भेद दिया निज देशा हो।१।
माया काल की हद्द लखाई। करम भरम सब दूर कराई। दिया शब्द उपदेशा हो।२।
मेहर का बल दे सुरत चढाई। घट में बिमल बिलास दिखाई। हट गये राग और द्वेषा हो।३।
जन्म मरन की त्रास नसाई। तीन लोक के पार पहुँचाई। जहाँ नह़ि ब्रह्म महेशा हो।४।
सत्त अलख और अगम निहारे। मिल गये राधास्वामी पुरुष अपारे। पूरन धनी धनेशा हो।५।
(प्रेमबानी-3-शब्द-18-पृ.सं.114,115)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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राधास्वामी सुमिरन-ध्यान-भजन से* 🍀🎋🍀
*🍀🎋🍀! जनम सुफ़लतम कर ले !!🍀🎋🍀
🙏 🍀🎋🍀
*🍀🎋🍀राधास्वामी सुमिर-सुमिर, ध्यान-भजन से*
*🍀🎋🍀! जनम सुफ़ल कर ले !! 🍀🎋🍀
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*🍀🎋🍀राधास्वामी सुमिर-सुमिर, ध्यान-भजन से*
*🍀🎋🍀!! जनम सुफ़लतम कर ले !!🍀🎋🍀
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*🍀🎋🍀राधास्वामी सुमिर-सुमिर, 🍀🎋🍀
*🍀🎋🍀 रूनझुन शब्द सुनाई हो ! 🍀🎋🍀
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451: **राधास्वामी!! - 31- 07-2021-आज शाम सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
करूँ बेनती राधा स्वामी आगे। गहिरी प्रीति चरन में लागे।१।••••••
मैं बलहीन नहीं गुन कोई। चरन तुम्हारे पकड़े सोई।१०।
सरन अधार जिऊँ दिन राती। राधास्वामी २ हिये बिच गाती।११।
राधास्वामी मात पिता पति मेरे। राधास्वामी चरनन सुख घनेरे।१२।
राधास्वामी बिना कोई नहिं बाचे। राधास्वामी हैं गुरु सतगुरु साँचे।१३।
राधास्वामी दया करें जिस जन पर। सोई बचे शब्द धुन सुन कर।१४।
दीनदयाल जीव हितकारी। राधास्वामी पर छिन २ बलिहारी।१५।
(प्रेमबानी-1- शब्द-7- पृ.सं. ,115,116)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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