🌞 सुविचार* ||🌞 / कृष्ण मेहता
1⃣ *जीवन बहुत छोटा है, उसे जियो. प्रेम दुर्लभ है, उसे पकड़ कर रखो. क्रोध बहुत खराब है, उसे दबा कर रखो. भय बहुत भयानक है, उसका सामना करो. स्मृतियां बहुत सुखद हैं, उन्हें संजो कर रखो.*
*अगर आपके पास मन की*
*शांति है तो.....*
*समझ लेना आपसे अधिक*
*भाग्यशाली कोई नहीं है.!!*
2⃣
*दुष्टों के साथ मैत्री और वैर दोनों ही*
*नहीं करनी चाहिये। क्योंकि वह*
*दोनों स्थितियों में अनिष्ट करता है।*
*जैसे कि जलते हुए कोयले को*
*स्पर्श करने से वह हाथ को भी*
*जलाता है और ठण्डा होने पर छूने*
*से हाथ को काला भी करता है।*
3⃣
*कुछ सहन करना भी*
*सीखना चाहिए ...*
*क्योंकि ...*
*हममें भी ऐसी बहुत सी*
*कमियाँ हैं ...*
*जिन्हें दूसरे सहन करते हैं .*
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