Tuesday, March 31, 2020

राधास्वामी दयालबाग /3103 को शाम के सत्संग में पढ़ा गया बचन




 राधास्वामी!! 31-03-2020-
                   
 आज शाम के सतसंग में पढे गये पाठ-   
    
 (1) दरस पिय मन बिगस रहा। गुरु लागे प्यारे री।। (प्रेमबानी-3,शब्द-12,पृ.सं. 208)             
(2) संत की महिमा कहूँ गाई। पिरेमी जन सुन हर्षाई। (प्रेमबिलास-शब्द-91,पृ.सं. 129)         
 (3) सतसंग के उपदेश-भाग-3,कल से आगे।।

🙏🏻राधास्वामी🙏🏻


राधास्वामी!!  31- 03 -2020-   

             
   कल से आगे-( 96) राधास्वामी मत के साधन उस शख्स के लिए है जो साधन किया चाहता है और स्थूल ज्ञानइंद्रियों से परे के घाटों का ज्ञान हासिल करने का शौक रखता है। जो लोग विश्वास रखते हैं कि स्थूल ज्ञानेंद्रियों की मार्फत प्राप्त ज्ञान के अलावा ज्ञानेंद्रियों की मार्फत प्राप्त ज्ञान के अलावा और कोई ज्ञान ही नहीं है वे गलती पर है।

कौन नहीं जानता कि ज्ञानेंद्रियों द्वारा प्राप्त ज्ञान हमेशा सही नहीं होता। सैकड़ों आदमियों को अंधेरे में भूत दिखलाई देने लगते हैं  और फासले पर चमकता हुआ रेत पानी नजर आता है ।

वैज्ञानिक पुरुषों के बेशुमार दावे गलत साबित हो चुके हैं। बावजूद इन सब बातों के महज स्थूल ज्ञानेंद्रियों के भरोसे बैठे रहना अगर गलती नहीं तो क्या है?  लेकिन इसके यह मानी नहीं है कि आज से हर शख्स अपनी स्थूल ज्ञानेंद्रियों से काम लेना बंद कर दे ।मतलब यह है कि उनसे काम जरूरी लिया जावे लेकिन उनसे बढ़कर और बेहतर ज्ञान प्राप्त कराने वाली सूक्ष्म व चेतन ज्ञानेंद्रियों को भी जगाने की फिक्र की जावे।

राधास्वामी- मत के साधन इस फिक्र के पैदा होने पर काम आते हैं ।

🙏🏻राधास्वामी 🙏🏻

सत्संग के उपदेश- भाग तीसरा।


राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
।।।।।।।।।






दयालबाग / राधास्वामी मत संदेश





राधास्वामी मत संदेश
(परम गुरु हुज़ूर महाराज)


राधास्वामी मत के अभ्यासी को इन संजमों की सँभाल रखना चाहिए

         129- जो कोई राधास्वामी मत में शामिल होवे और उसके मुआफ़िक़ अभ्यास शुरू करे, उसको यह संजम, वास्ते दुरुस्ती से करने अभ्यास सुरत शब्द मार्ग के, दरकार हैं:-

         (1) माँस अहार न करे और न कोई नशे की चीज़ पीवे या खावे। हुक़्क़ा पीना नशे में दाख़िल नहीं है।
         (2) मामूली खाने से आहिस्ता आहिस्ता क़रीब चौथाई हिस्से के कम कर देवे, और बहुत चिकने चुपड़े और स्वाद के भोजन ज़्यादा न खावे।
         (3) सोने में भी कुछ कमी करे, यानी आम तौर पर छः घंटे से ज़्यादा न सोवे।
         (4) संसारी लोगों से ज़रूरत के मुआफ़िक़ मेल और बर्ताव करे। उनसे ज़्यादा मेल न रक्खे और बग़ैर ज़रूरत के किसी के संसारी मामले में दख़ल न देवे।
         (5) संसारी पदार्थ और इंद्रियों के भोगों की चाह फ़ज़ूल न उठावे और न उनके वास्ते फ़ज़ूल जतन करे, बल्कि जो भोग और पदार्थ मुयस्सर आवें, उनमें भी जिस क़दर मुनासिब होवे, अहतियात के साथ बर्ताव करे।
         (6) वक़्त अभ्यास के बेफ़ायदा ख़याल दुनियाँ और उसके पदार्थों और भोगों के न उठावे और जो पुरानी आदत के मुआफ़िक़ ऐसी गुनावन मन में पैदा होवे, तो उसको, जिस क़दर जल्दी बने, दूर हटावे,नहीं तो अभ्यास में रस नहीं मिलेगा।
         (7) सत्तपुरुष राधास्वामी दयाल और गुरू का किसी क़दर ख़ौफ़ दिल में रक्खे और उनकी प्रसन्नता में अपनी बेहतरी समझे और नाराज़ी में नुक़सान परमार्थ और स्वार्थ का। और उनके चरनों में दिन दिन प्रीति और प्रतीति बढ़ाता रहे।
         (8) जहाँ तक मुमकिन होवे, किसी जीव से विरोध और ईर्षा दिल में न रक्खे।
         (9) पुण्य कर्म मुआफ़िक़ दफ़ा 84 से 88 तक के, जिस क़दर बन सके, करे और पाप कर्म से, जहाँ तक बने, बचता रहे।
         (10) राधास्वामी दयाल की दया का हर दम भरोसा मन में रखकर अपना अभ्यास नियम से हर रोज़ दो बार या ज़्यादा करता रहे। और पोथियों का भी थोड़ा पाठ किया करे कि उससे अभ्यास और मन और इंद्रियों की दुरुस्ती में मदद मिलेगी।
         (11) सतसंग में शामिल होने का हमेशा शौक़ रक्खे और जब मौज से मौक़ा मिले, तब चेत कर होशियारी से बचन सुने और उनका मनन करके, अपने लायक़ के बचन छाँट कर, उनके मुआफ़िक़ काररवाई और बर्ताव शुरू करे।
         (12) अपने मन और इंद्रियों की चाल को निरखता चले, यानी मन की चौकीदारी करे कि नाक़िस और पाप कर्मों और ख़यालों में न जावे और जहाँ तक बने, मन और माया के हाथ से धोखा न खावे।
         (13) सच्चे परमार्थी यानी प्रेमी जन से मुहब्बत करे और जब वे मिल जावें, तो शौक के साथ उनका संग और ख़ातिरदारी और जो मौक़ा होवे, तो मेहमानदारी करे।
         (14) अपने वक़्त का ख़याल रक्खे कि जहाँ तक मुमकिन होवे फ़ज़ूल और बेफ़ायदा कामों और बातों में मुफ़्त ख़र्च न होने पावे।
         (15) जबकि कुल मालिक राधास्वामी दयाल को सर्व समर्थ और सर्वज्ञ समझा, तो जो कुछ कि स्वार्थ और परमार्थ के मामले में पेश आवे, उसको उनकी मौज समझना चाहिए, और चाहे वह मन के मुआफ़िक़ होवे या नहीं, उस मौज के साथ मुआफ़िक़त करना चाहिए, यानी तकलीफ़ को धीरज के साथ बरदाश्त करना चाहिए और तरक़्क़ी यानी सुख में परमार्थ से ग़ाफ़िल होना नहीं चाहिए।

राधास्वामी

संकटमोचक हनुमान



प्रस्तुति - राकेश सिन्हा

[31/03, 08:45] +91 98682 75147: हनुमान् के कई अर्थ हैं-(१) पराशर संहिता के अनुसार उनके मनुष्य रूप में ९ अवतार हुये थे।
(२) आध्यात्मिक अर्थ तैत्तिरीय उपनिषद् में दिया है-दोनों हनु के बीच का भाग ज्ञान और कर्म की ५-५ इन्द्रियों का मिलन विन्दु है। जो इन १० इन्द्रियों का उभयात्मक मन द्वारा समन्वय करता है, वह हनुमान् है।
(३) ब्रह्म रूप में गायत्री मन्त्र के ३ पादों के अनुसार ३ रूप हैं-स्रष्टा रूप में यथापूर्वं अकल्पयत् = पहले जैसी सृष्टि करने वाला वृषाकपि है। मूल तत्त्व के समुद्र से से विन्दु रूपों (द्रप्सः -ब्रह्माण्ड, तारा, ग्रह, -सभी विन्दु हैं) में वर्षा करता है वह वृषा है। पहले जैसा करता है अतः कपि है। अतः मनुष्य का अनुकरण कार्ने वाले पशु को भी कपि कहते हैं। तेज का स्रोत विष्णु है, उसका अनुभव शिव है और तेज के स्तर में अन्तर के कारण गति मारुति = हनुमान् है। वर्गीकृत ज्ञान ब्रह्मा है या वेद आधारित है। चेतना विष्णु है, गुरु शिव है। उसकी शिक्षा के कारण जो उन्नति होती है वह मनोजव हनुमान् है।
(४) हनु = ज्ञान-कर्म की सीमा। ब्रह्माण्ड की सीमा पर ४९वां मरुत् है। ब्रह्माण्ड केन्द्र से सीमा तक गति क्षेत्रों का वर्गीकरण मरुतों के रूप में है। अन्तिम मरुत् की सीमा हनुमान् है। इसी प्रकार सूर्य (विष्णु) के रथ या चक्र की सीमा हनुमान् है। ब्रह्माण्ड विष्णु के परम-पद के रूप में महाविष्णु है। दोनों हनुमान् द्वारा सीमा बद्ध हैं, अतः मनुष्य (कपि) रूप में भी हनुमान् के हृदय में प्रभु राम का वास है।
(५) २ प्रकार की सीमाओं को हरि कहते हैं-पिण्ड या मूर्त्ति की सीमा ऋक् है,उसकी महिमा साम है-ऋक्-सामे वै हरी (शतपथ ब्राह्मण ४/४/३/६)। पृथ्वी सतह पर हमारी सीमा क्षितिज है। उसमें २ प्रकार के हरि हैं-वास्तविक भूखण्ड जहां तक दृष्टि जाती है, ऋक् है। वह रेखा जहां राशिचक्र से मिलती है वह साम हरि है। इन दोनों का योजन शतपथ ब्राह्मण के काण्ड ४ अध्याय ४ के तीसरे ब्राह्मण में बता या है अतः इसको हारियोजन ग्रह कहते हैं। हारियोजन से होराइजन हुआ है।
(६) हारियोजन या पूर्व क्षितिज रेखा पर जब सूर्य आता है, उसे बाल सूर्य कहते हैं। मध्याह्न का युवक और सायं का वृद्ध है। इसी प्रकार गायत्री के रूप हैं। जब सूर्य का उदय दीखता है, उस समय वास्तव में उसका कुछ भाग क्षितिज रेखा के नीचे रहता है और वायुमण्डल में प्रकाश के वलन के कारण दीखने लगता है। सूर्य सिद्धान्त में सूर्य का व्यास ६५०० योजन कहा है, यह भ-योजन = २७ भू-योजन = प्रायः २१४ किमी. है। इसे सूर्य व्यास १३,९२,००० किमी. से तुलना कर देख सकते हैं। वलन के कारण जब पूरा सूर्य बिम्ब उदित दीखता है तो इसका २००० योजन भाग (प्रायः ४,२८,००० किमी.) हारियोजन द्वारा ग्रस्त रहता है। इसी को कहा है-बाल समय रवि भक्षि लियो ...)। इसके कारण ३ लोकों पृथ्वी का क्षितिज, सौरमण्डल की सीमा तथा ब्रह्माण्ड की सीमा पर अन्धकार रहता है। यहां युग सहस्र का अर्थ युग्म-सहस्र = २००० योजन है जिसकी इकाई २१४ कि.मी. है।
तैत्तिरीय उपनिषद् शीक्षा वल्ली, अनुवाक् ३-अथाध्यात्मम्। अधरा हनुः पूर्वरूपं, उत्तरा हनुरुत्तर रूपम्। वाक् सन्धिः, जिह्वा सन्धानम्। इत्यध्यात्मम्।
अथ हारियोजनं गृह्णाति । छन्दांसि वै हारियोजनश्चन्दांस्येवैतत्संतर्पयति तस्माद्धारियोजनं गृह्णाति (शतपथ ब्राह्मण, ४/४/३/२) एवा ते हारियोजना सुवृक्ति ऋक् १/६१/१६, अथर्व २०/३५/१६)
तद् यत् कम्पायमानो रेतो वर्षति तस्माद् वृषाकपिः, तद् वृषाकपेः वृषाकपित्वम्। (गोपथ ब्राह्मण उत्तर ६/१२)आदित्यो वै वृषाकपिः। ( गोपथ ब्राह्मण उत्तर ६/१०)स्तोको वै द्रप्सः। (गोपथ ब्राह्मण उत्तर २/१२)

हनुमान की जन्म तिथि-
पंचांग में हनुमान जयन्ती की कई तिथियों दी गई हैं पर उनका स्रोत मैंने कहीं नहीं देखा है। पंचांग निर्माताओं के अपने अपने आधार होंगे।  पराशर संहिता, पटल 6 में यह तिथि दी गई है-
तस्मिन् केसरिणो भार्या कपिसाध्वी वरांगना।
अंजना पुत्रमिच्छन्ति महाबलपराक्रमम्।।29।।
वैशाखे मासि कृष्णायां दशमी मन्द संयुता।
पूर्व प्रोष्ठपदा युक्ता कथा वैधृति संयुता।।36।।
तस्यां मध्याह्न वेलायां जनयामास वै सुतम्।
महाबलं महासत्त्वं विष्णुभक्ति परायणम्।।37।।
इसके अनुसार हनुमान जी का जन्म वैशाख मास कृष्ण दशमी तिथि शनिवार (मन्द = शनि) युक्त पूर्व प्रोष्ठपदा (पूर्व भाद्रपद) वैधृति योग में मध्याह्न काल में हुआ।
बाल समय रवि भक्षि लियो तब तीनहु लोक भयो अन्धियारो।
= यदि इसका अर्थ है कि हनुमान जी के जन्म दिन सूर्य ग्रहण हुआ था तो उनका जन्म अमावस्या को ही हो सकता है। दिन के समय ही सूर्य ग्रहण उस स्थान पर दृश्य होगा।
युग सहस्त्र योजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
= सूर्य युग सहस्त्र या 2000 योजन पर नहीं है। तुलसीदास जी ने सूर्य सिद्धांत पढ़ा था जिसमें सूर्य का व्यास 6500 योजन (13,92,000 किमी) दिया है।
इन दोनों को मिला कर अर्थ-
सूर्य की दैनिक गति हमको पूर्व क्षितिज से पश्चिमी क्षितिज तक दीखती है। इसमें सूर्योदय को बाल्यकाल, मध्याह्न में युवा तथा सायंकाल को वृद्धावस्था कहते हैं। सूर्य के अंश रूप गायत्री की इसी प्रकार प्रार्थना होती है।
पूर्व तथा पश्चिमी क्षितिज पृथ्वी सतह पर दृश्य आकाश के दो हनु हैं। इन दो हनु के बीच सूर्य की दैनिक गति का पूरा जीवन समाहित है।
जब हमको सूर्य उदय होते दीखता है तब वह वास्तव में क्षितिज से नीचे होता है, पर वायुमंडल में किरण के आवर्तन से मुड़ने के कारण पहले ही दीखने लगता है। इसको सूर्य सिद्धांत में वलन कहा गया है। सूर्य का व्यास सूर्य सिद्धांत में 6500 योजन है जहाँ योजन का मान प्रायः 214 किमी है। जब व्यास का 2000 योजन क्षितिज के नीचे रहता है तभी पूरा सूर्य बिम्ब दीखने लगता है। यही युग (युग्म) सहस्त्र योजन पर भानु है जिसको क्षितिज रूपी हनु निगल जाता है।

युग सहस्र योजन पल भानु,  लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
युग = युग्म = 2। युग सहस्र योजन = 2000 योजन। सूर्य सिद्धान्त में सूर्य का व्यास 6500 योजन कहा गया है। यहां 1 योजन = 27 × भू योजन। पृथ्वी का व्यास 1600 योजन कहा गया है जो प्रायः 12800 कि.मी. है। अतः भू-योजन = प्रायः 8 कि.मी.।पृथ्वी से चन्द्र तक की दूरी इस माप में है। सूर्य और अन्य ग्रहों की दूरी भ-योजन में है। अन्य ग्रह तारा जैसे दीखते हैं,  अतः उनको तारा-ग्रह कहते हैं। भ = नक्षत्र जो 27 हैं। अतः भ = 27 और भ-योजन = 27 × भू योजन। सूर्य उदय से थोड़ा पहले जब वह क्षितिज के 2000 योजन अर्थात् व्यास का प्रायः 1/3 भाग नीचे होता है तभी दीखने लगता है। इसका कारण प्रकाश किरण का वलन कहा गया है और इसकी माप सूर्य सिद्धान्त में दी गयी है। बल = शक्ति। बल द्वारा ही गति की दिशा बदलती है (न्यूटन का गति का दूसरा नियम),  अतः मुड़ने को वलन या बलन कहते हैं, जैसे पद लचक कमर बल खाये। हनु = ओठ। 2 ओठ के बीच मुंह में सबका ग्रास होता है। पृथ्वी की सतह पर से दीखता पूरा आकाश 2 क्षितिज = हनु के बीच में है, अर्थात् हनुमान द्वारा निगला हुआ है। जब सूर्य क्षितिज से 2000 योजन नीचे अर्थात् हनुमान द्वारा ग्रस्त होता है तभी दीखने लगता है।
 मनुष्य शरीर में ओठों का मध्य 5 ज्ञानेन्द्रिय और 5 कर्मेन्द्रिय का सन्धि स्थान है। ज्ञान और कर्म दोनों का मन द्वारा समन्वय (मनोजव) करने वाला हनुमान है (तैत्तिरीय उपनिषद्, शीक्षा वल्ली)।
पृथ्वी के भीतर 3 क्षेत्र हैं। उसके बाहर के क्षेत्र क्रमशः 2-2 गुणा बड़े हैं (बृहदारण्यक उपनिषद,  अध्याय 3)।33 क्षेत्र तक सौर मण्डल है। प्रत्येक क्षेत्र का प्राण 1-1 देवता है। इन 33 देवताओं के चिह्न क से ह तक के अक्षर हैं। चिह्न रूप में देवों का नगर होने के कारण इस लिपि को देवनागरी कहते हैं। ब्रह्माण्ड की सीमा 49 क्षेत्रों तक है, जिनकी गति या प्राण 49 मरुत् हैं। उनकी सीमा के बाद का क्षेत्र उसकी सन्तान हनुमान है। यहां ब्रह्माण्ड या आकाश गंगा के 2 छोर 2 हनु हैं। उनके भीतर सभी सूर्य जैसे तारा हैं (ऋग्वेद 1/22/20)।
पिता का युग समाप्त होने पर पुत्र का युग आरम्भ होता है। अतः प्रभाव क्षेत्र की सीमा को पुत्र कहते हैं। ठोस ग्रहों में पृथ्वी सबसे बड़ी है। ठोस ग्रहों की सीमा पर मंगल है अतः उसे पृथ्वी का पुत्र (भौम) कहा गया है। जिन ग्रहों के आकर्षण का पृथ्वी पर प्रभाव पड़ता है उनकी सीमा पर शनि है। अतः शनि सूर्य का पुत्र सौरि है। जैसे चन्द्र पृथ्वी की कक्षा में है,  उसी प्रकार सूर्य के सबसे निकट बुध को चन्द का पुत्र कहते हैं। एक आधुनिक सिद्धान्त के अनुसार बुध पहले पृथ्वी की कक्षा में चन्द्रमा के बाहरी क्षेत्र में था। अतः चन्द्र का पुत्र था। धीरे धीरे दूर खिसकने के कारण यह पृथ्वी के आकर्षण क्षेत्र से बाहर निकल गया। शुक्र सूर्य के निकट होने के कारण उसकी कक्षा में नहीं आ पाया और सूर्य का ग्रह बन गया।
[31/03, 09:40] +91 99109 39227: राशन तो 8,10  दिनों का सब ने कोशिश की ही है घर मे रखने की , ग्रोसरी स्टोर्स भी खुले हैं , सामान देर सवेर मिल ही जायेगा , क्योंकि भगवान की दया से हम सब इतने सम्पन तो हैं ही ,

पर एक प्रार्थना है के plz अगर आप रोज़ 2 सब्जी बनाते हैं तो अब 1 बनाइये ,
दाल हो सके तो थोड़ी पतली रखिये , कोशिश कीजिये चावल का एक दाना भी व्यर्थ ना हो , जितना ज़रूरत है उतना पकायें और अगर फिर भी बच जाए तो पहले उस बचे हुए खाने को खाये और ईश्वर को धन्यवाद दें के कम से कम मिल तो  रहा है....

सीमित खाइये , संयमित खाइये ......

हिन्दू धर्म तथा देशहित के लिए महाराणा प्रताप को घास की रोटियां तक खानी पडी लेकिन वे चट्टान की भांति दुश्मन के सामने अडे रहे।

घर पर हैं तो हर घण्टे ये मत पूछिए सुनो , कुछ खाने को है क्या 🙈  समय से खाइये , कम खाइये 🙏

क्योंकि माना आपके पास पैसा है आप खरीद सकते हैं , आप 6 महीने तक का राशन स्टोर कर सकते हैं पर देश के पास संसाधन सीमित हैं .....

ऐसा ना हो हम सब कुछ अपने घरों में इकट्ठा कर लें और कुछ  लोगो को और ज्यादा मुश्किल हो जाये

 अपने बारे में सोचिये पर दूसरों के बारे में भी सोचिये  🙏

परीक्षा का समय है उम्मीद है के हम सब अच्छे मार्क्स के साथ इस परीक्षा में उत्तीण होंगे 🙏

Monday, March 30, 2020

दयालबाग मे 31/03 सुबह का सत्संग






[31/03/2020-
 राधास्वामी!
                     
आज सुबह के सतसंग में पढे गये पाठ-                                                                         
 (1) राधास्वामी लिया अपनाय सखी री। शौभा अद्भुत आज लखी री।। राधास्वामी संग गई सुध तट री। राधास्वामी रंग लिया जग हट री।। (सारबचन-शब्द-5,पृ.सं. 64)                         
 (2) सुरतिया  सुनत  रही। हित  चित से सतगुरू बैन।। बिन गुरु दरस बिकल रहे मन में।सतसंगत में पावत ।। (प्रेमबानी-2,शब्द-85,पृ.सं. 215)       🙏🏻राधास्वामी🙏🏻

*।।महत्वपूर्ण भविष्यवाणी।।       

(दयालबाग में परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज द्वारा फरमाया गया बचन- 8 जनवरी -1931) :-   

                            
 शीघ्र ही दयालबाग उत्तर में अंबाले से लेकर बनारस तक जोकि लगभग 700 मील का फासला है , फैल जाएगा। मैं अपनी अंतरी आँख के सामने दयालबाग के उस जमीनी प्लान को देख रहा हूँ जो कि भविष्य में होगा और जो तमाम दुनिया में लिए केंद्रीय संस्था बन जाएगा जिससे प्रेम और शांति की शुद्ध किरणे निकलकर संसार के विभिन्न कोणों में फैल जाएंगी ।अमेरिका अपनी धन दौलत पर गर्व कर सकता है, इंग्लैंड महान हो सकता है, जर्मनी गर्वपूर्ण हो सकता है और इटली कुछ और हो सकता है।  लेकिन दयालबाग बहुत अधिक महान होगा ,संसार के सब राष्ट्रों से महान होगा और विश्व शांति दयालबाग द्वारा ही स्थापित होगी ।राधास्वामी दयाल ने इस केंद्र पर बड़ी तोप लगा दी है जिसमें राधास्वामी नाम के गोले चारों ओर चलाए जाएंगे ताकि काल और माया के तमाम कार्यवाहियों का अंत हो और तमाम सूरतें नाशमान बंधनो से मुक्त होकर राधास्वामी धाम की ओर ले जाई जायेगीं। हमारे मिशन के फलस्वरुप एक नई रचना का निर्माण हो रहा है। पुराने जमाने में जब कृष्ण महाराज अपने अनुयायियों के बीच मथुरा के जंगलों में अपनी बांसुरी बजाते थे तो वह आपस में हाथ पकड़ कर अपार आनंद में नाचते थे ।उसी तरह वह दिन आएगा जब कि जो (सत्संगी) भाई बहने यहां जमा है, मन और जड़ पदार्थों से पूर्ण रूप से अलग होकर राधास्वामी दयाल के चारों ओर नाचेंगे । अतः आप सब जवान और बूढ़े उस मौके के लिए तैयार हो जाओ। चाहे कहीं से भी कितनी भी ठोस रुकावट की जाए , उन दयाल का मिशन , जैसा कि ऊपर बयान किया गया है पूरा होना चाहिए और वह लोग जो इस रौ ( तेज धार) के रास्ते में खड़े होकर रुकावट डालेंगे उन्हें अवश्य ठुकरा दिया जावेगा।।                                      हुजूर ने फरमाया कि वह अपने सामने दयालबाग का पूरा प्लान देख रहे हैं और यह कि हम सब केवल राज या मजदूर केवल समान ढोने वाले हैं - परंतु असली निर्माता स्वयं हुजूर राधास्वामी दयाल है और हम उनका भावी प्लान नहीं जानते ।हममें से केवल वही मनुष्य , जिनको अंतरी दृष्टि प्राप्त है उसका कुछ अंदाजा लगा सकते हैं । यह फरमाकर हुजूर ने अपना हाथ अपने माथे पर रखा इस प्रकार कहना प्रारंभ किया--   यह ध्यान रखिए कि मैं स्वपन नहीं देख रहा हूँ, मैं शर्तिया जागृत हूं और जो कुछ मैंने कहा है वह अवश्य होकर रहेगा । उदाहरण के तौर पर विद्यालय आर. ई.आई. की इमारत के बारे में कहा कि वह ठीक उसी रूप में बनकर तैयार हुई है जैसा उन्होंने पहले उसके बारे में बचन फरमाए थे । उन दयाल ने परम गुरु हुजूर महाराज के लेखों का भी इस सिलसिले में हवाला दिया और फरमाया कि पुराने जमाने में संत महात्माओं ने दुनिया में आगे होने वाले प्रसार के बारे में केवल कुछ इशारे ही दिए थे। वह दयाल आज स्पष्ट शब्दों में यह ऐलान फरमा रहे हैं कि भविष्य में दयालबाग सारे संसार में एक आदर्श संस्था होगी ।

तब मौज से एक शब्द निकाला गया जिसकी पहली कड़ी थी-------"

 बढ़त सत्संग अब दिन अहा हा हा ओहो हो हो।

 (पुनः प्रकाशित- प्रेम प्रचारक 27 सितंबर, 1976)                       

 🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻**


*जब कोई बीमार आदमी अपना इलाज करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाता है तो उसकी बीमारी दूर करने के लिए उसे दवा दी जाती है।हमारे डॉक्टर हैं सतगुरु, बीमारी है कुलमालिक से जुदाई,और दवा है भजन-सिमरन।हमें कुलमालिक से जुदाई को दूर करने के लिए भजन-सिमरन की दवा लेने की ज़रूरत है।*

राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
।।।।



।।।।।।।।।।।


मधुर सुंदर मोहक मस्त आकर्षक सरस उक्तियां




प्रस्तुति - कृति /सृष्टि /दृष्टि /अम्मी और मेहर

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*रेस चाहे गाड़ियों की हो या ज़िंदगी की  ,  जीतते वही लोग हैं जो सही वक़्त पे गियर बदलते  है    ••*
                👉🏻    *शायद*     👈🏻


🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷

*👌

पुराने लोग भावुक थे,*
*तब वो संबंध को संभालते थे।*

*बाद मे लोग प्रॅक्टिकल हो गये*
*तब वो संबंध का फायदा उठाने लग गए।*

*अब तो लोग प्रोफेशनल हो गए*
*फायदा अगर है तो ही संबंध बनाते है*
          ..🌹सुप्रभात 🌹


🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼


*जिन्दगीं को देखने का*
              *सबका*
*अपना अपना नजरिया होता है*

*कुछ  लोग  भावना  में  ही*
*दिल की बात कह देते है,*
              *और...*
   *कुछ  लोग  गीता  पर  हाथ*
   *रख कर भी सच नहीं बोलते*

* Good Morning *


*वक्त नाजुक है ,*
*संभल कर रहिये ,*
*ये युद्ध थोड़ा अलग है ,*
*अलग थलग रहकर लड़िये।*

*दुश्मन इतना सूक्ष्म है ,*
*जो दिखाई भी नहीं देता ,*
*हराने का अचूक अस्त्र ,*
*हर जगह साफ़ सफाई रखिये।*

*संकट भारी है ,*
*लेकिन गुजर जायेगा ,*
*संयम और धैर्य से ही ,*
*इस दुश्मन को हराया जायेगा।*

*खुद बचेंगे ,*
*दूसरे खुदबखुद बचेंगे ,*
*इस लड़ाई में अब ,*
*यत्र सर्वत्र सबका सहयोग चाहिये


😊


आत्मप्रेम
कोई मामूली बात नहीं है।
आत्मप्रेम जीवन में
बड़े सौभाग्य से घटित होता है।
आत्मप्रतिरोध,अहंकार है।
सर्वत्र आत्मप्रतिरोध की शिक्षा है।
इसलिए आत्मप्रेम करने और
इसके लिए प्रोत्साहित करनेवाले को,
अपना परम हितैषी समझना चाहिए।
आत्म प्रेम, प्रेम का सर्वोपरि रुप है।
यही भेद रहित सर्वव्यापी प्रेम है।
पूरी तरह से इसमें डूब जाइये।
आत्मा का आनंद स्वयँ प्रकट हो जायेगा,
ढूंढना नहीं पड़ेगा।
ऐसा आदमी जहाँ भी होगा
आनंद ही बिखेरेगा
हरि ओम

🙏


 🍃🌾🌾

        *30 March 2020*
    *🍁 आज की प्रेरणा 🍁*

दूसरों के द्वारा यदि आप अपना आदर चाहते हैं तो पहले दूसरों का आदर करें।

👉 *आज से हम* सभी का आदर करें...

🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃💫🍃

*#वज़न तो सिर्फ हमारी*
*इच्छाओं का है,*
*बाकी #ज़िन्दगी तो बिल्कुल*
*#हल्की फुल्की ही है*

*#जय जिनेन्द्र*👍🙏🏻
[30/03, 09:15] anami sharan: *

🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*



*वो कागज की दौलत ही क्या*
           *जो पानी से गल जाये और*
             *आग से जल जाये*

         *दौलत तो दुआओ की होती हैं*
            *न पानी से गलती हैं*
              *न आग से जलती हैं...*                                                                                                     
         *आनंद लूट ले बन्दे,*
           *प्रभु की बन्दगी का।*
             *ना जाने कब छूट जाये,*
               *साथ जिन्दगी का।।*
   
*"ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..*
*"महंगी घड़ी" सबको दे देना* !
         *लेकिन.....*
*"मुश्किल घड़ी" किसी को न  देना*

       *🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*

*🌺🌺आपका दिन मंगलमय हो🌺🌺*




_*रिश्तों*_
_*को जोड़े रखने के लिए...*_

_*कभी*_
_*अंधा,*_
_*कभी गुंगा,*_
_*और कभी बहरा होना पड़ता है...*



मौजूदा हालात पर कुछ कहने की कोशिश...
*उनके माथे पे बोझ और पांव में छाले है*
*हां वही लोग जो मेहनत से कमाने वाले है*

*कहां जाएंगे,क्या खाएंगे,क्या होगा*
*हाल सारा अब तो क़िस्मत के हवाले है*

*हालात से मजबूर पेशे से मजदूर*
*भूख और ग़रीबी ने पोसे और पाले है*

*रोटी की अहमियत क्या ख़ाक समझेंगें*
*जिनके पास ज़रूरत से ज़्यादा निवाले है*

*कान ना बहरे हो जाएं कहीं सुनकर*
*चाहे जिधर देखो बस दर्द है नाले है*

*चाल चली जाती हैं सोच समझ कर*,
*भीख के सिक्के भी वक़्त आने पे उछाले है*

*उनको अपना हक़ है क्यूं नहीं हासिल*,
*क्या हुआ?क्यूं ज़ुबां पे सबकी अब ताले है*
@अपर्णा


 💐*

*अभ्यास हमें बलवान बनाता है* ,
    *दुःख हमें इंसान बनाता है*,
  *हार हमें विनम्रता सिखाती है*,
              *जीत हमारे*
     *व्यक्तित्व को निखारती है*,
                  *लेकिन*
         *सिर्फ़ विश्वास ही है*,
                  *जो हमें*
    *आगे बढने की प्रेरणा देता है*.
              *इसलिए हमेशा*
  *अपने लोगों पर अपने आप पर*
         *और अपने ईश्वर पर*
      *विश्वास रखना चाहिए*

*🙏🏻शुभ प्रभात् 🙏🏻*


*आपका आज का दिन शुभ हो*



ना इलाज है ना दवाई है,*

*ए इश्क तेरे टक्कर की बला आई है...*
[31/03, 11:03] anami sharan: *शहरों का यूं विरान होना भी*,
*क्या गजब कर गया*
*सदियों से तन्हा पड़े घरों को*,
*जैसे आबाद कर गया*।।

🙏🙏🙏🙏🙏



*✍️छाछ में मक्खन हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन मक्खन में छाछ नहीं होनी चाहिए!*

 *कोयले में हीरा आ जाये तो कोई बाधा नहीं,लेकिन हीरा लेते हुए कोयला नहीं आना चाहिए!*

*जहर में मिलावट हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन मीठाई में जहर की मिलावट नहीं होनी चाहिये!*

*पानी में नाव हो तो कोई बाधा नहीं,लेकिन नाव में पानी नहीं होना चाहिये!*

*इसी तरह*
*संसार में रहते हुए प्रभु की याद आती है तो कोई बाधा नहीं,* *परंतु*
*प्रभु भक्ति में संसार की याद नहीं आनी चाहिए..!!*
            🌻🌻🌻🌻🌻🌻
*✍️विचारों को वश में रखिये*
    *"वो तुम्हारें शब्द बनेंगे"*
*शब्दों को वश में रखिये*
    *"वो तुम्हारें कर्म बनेंगे"*
*कर्मों को वश में रखिये*
    *"वो तुम्हारी आदत बनेंगे"*
*आदतों को वश में रखिये*
    *"वो तुम्हारा चरित्र बनेगा"*
*चरित्र को वश में रखिये*
  *"वो तुम्हारा भाग्य बनेंगे..!!*
  *🙏🏿🙏🏾🙏🏼जय जय श्री राधे*🙏🏽🙏🏻🙏




*🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*

*कोई तराज़ू नहीं होता*
 *रिश्तों का वज़न तोलने के लिए..*
 *परवाह बताती है, कि*
 *ख्याल का पलड़ा कितना भारी है ||*

      *रब ने सभी को*
*धनुष के आकार के होंठ दिये है......*
   *मगर इनसे शब्दों के बाण*
           *ऐसे  छोड़िये..*
*जो सामने वाले के दिल को छू जाये*
   *ना की दिल को छेद जाये*

*पहाड़ो पर बैठ कर तप करना सरल है...*
*लेकिन परिवार मे सबके बीच रहकर धीरज बनाये रखना कठिन है...*
*और यही तप है।*

*"अपनों में रहे, अपने मे नही"।*

        *🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*

*🌺🌺आपका दिन मंगलमय हो🌺🌺*

*🌷🌷घर रहे और स्वस्थ रहे🌷🌷*


राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
।।।।।।।।।




राधास्वामी दयालबाग / शाम का बचन





🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**

**राधास्वामी!! 30-03- 2020-                        आज शाम(दोबारा) के सत्संग में पढ़ा गया बचन- पहले से आगे- (95) संसार में न दौलत की कमी है, न खाने पीने की चीजों की, कमी है तो इस बात की दुनिया की दौलत चंद लोगों के हाथ में है और उसका बहाव ऐसा नहीं है कि वह हिस्सा रसदी सब तक पहुंच जाए, चुनांचे हर कौम व मुल्क के समझदार लोग ऐसी तदबीरें निकालने में मसरूफ हैं कि यह कमी दूर हो जाए ।सत्संग की तरफ से यह साला पेश की जाती है कि ए लोगो!  दौलत की मोहब्बत कम करो । उसको सिर्फ काम चलाने का जरिया या औजार समझो। दौलत इकट्ठा होने से कोई सुख पैदा नहीं होता। दौलत के इस्तेमाल से अलबत्ता सुख के सामान हासिल हो जाते हैं लेकिन जो सुख उनकी मार्फत हासिल होता है न वह सच्चा है, न हमेशा कायम रहने वाला। सच्चा व सदा रहने वाला । सच्चा सुख खुद तुम्हारे आत्मा में है। तुम आत्मा- दर्शन को अपनी जिंदगी का उद्देश्य बनाओ । दौलत पैदा करो और जब जरूरत से ज्यादा दौलत हाध आवे  तो उसे मालिक के नाम पर निछावर करो। हर शख्स को असली जरूरत सिर्फ इस कदर दौलत की है कि उसे अपनी जिंदगी का उद्देश्य यानी आत्मदर्शन की प्राप्ति में काफी सहूलियत मिले। जो दौलत मालिक के नाम पर निछावर की जावे वह सब की सब देश या जाति की बेहतरी के कामों पर खर्च करो। इन बातों पर कुछ अर्से तक अमल करके देखो कि क्या नतीजा निकलता है। नतीजा यही होगा कि तुम खुद सुखु रहोगे और तुम्हारे संगी साथी व देशवासी भी सुखी रहेंगे।।                  🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻                        सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा**
[30/03, 23:41] +91 94162 65214: Announcement

जो तंदुरुस्त भाई बहन कल 31 मार्च को सुबह सिकंदरपुर जौ की कटाई के लिए जाएंगे वह इन बातों का ध्यान रखें।

*  एक गाड़ी में 4 से अधिक लोग नहीं जाएंगे।

*जिनकी गाड़ी में 4 से कम लोग हैं वे आते वक्त खेतों से और बहनों को भी अपने साथ जुबली गेट तक लेकर आए लेकिन किसी भी स्थिति में कार में कुल 4 लोगों से ज्यादा नहीं होने चाहिए ।

* सभी  एक दूसरे से कम से कम 1 मीटर की दूरी बना कर सेवा करेंगे।

* सभी हेलमेट  तथा मास्क लगा कर जाएंगे।

* जो भाई या बहन जिस गाड़ी में जाएंगे वे उसी गाड़ी में वापस आएं।

*जो लोग पूरी छुट्टी होने तक सेवा कर सकें, केवल वही भाई-बहन जाएंगे।

*कार को रोज sanitize करेंगे।

*अपने साथ प्रसाद वगैरह के लिए कुछ खुले पैसे तथा अमृत पेय और चाय के लिए कप या गिलास लेकर जाए।

राधास्वामी





मार्च 30, 2020

सेवा में
माननीय नरेंद्र मोदी जी
प्रधानमंत्री
भारत सरकार
साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली

विषय : इस संवेदनशील समय में छोटे, मझोले और स्वतंत्र पत्रकारों की आर्थिक स्थिति के संदर्भ में

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी,
विनम्र निवेदन है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए आपके द्वारा उठाये जा रहे क़दम सराहनीय हैं।
इन परिस्थितियों में माननीय भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन अभियान का पूरा देश पालन कर रहा है। ऐसे में सहयोग की भावना से देश और देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से लड़ाई में डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों, पुलिस, प्रशासन के साथ ही मीडियाकर्मी भी कंधे-से-कंधा मिलाकर चल रहे हैं और कोरोना से बचाव के तरीक़े तथा संक्रमण की जानकारियाँ लोगों तक पहुँचाने का कार्य सफलतापूर्वक कर रहे हैं। इस समय न्यूज़ चैनल और बड़े समाचार पत्रों के पत्रकारों और इस पेशे से जुड़े अन्य कर्मियों को इतनी तकलीफ़ और परेशानी नहीं है, जितनी कि छोटे, मझोले और स्वतंत्र पत्रकारों को है। हमेशा तंगहाली में गुज़र करने वाले यह लोग आज आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी अपने कर्तव्यपालन में जुटे हुए हैं।
कहने का मतलब यह है कि लोगों को सचेत करने वाले छोटे और मझोले समाचार पत्रों एवं मीडिया संस्थानों के मालिक इस विकट परिस्थिति में अपने कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ दिखाई पड़ रहे हैं। स्वतंत्र पत्रकारों को इस समय और भी मुश्किलें आ रही हैं। इसके अलावा इस डिजिटल युग में सोशल मीडिया और वेबसाइट पर समाचार उपलब्ध कराने कराने वाले श्रमजीवी पत्रकारों की आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब है। अतः 'दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन' (डीजीए) जो कि नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) से सम्बद्ध संस्था है, आपसे अनुरोध करते हुए यह अपील करती है कि छोटे मीडिया संस्थानों, पत्रकारों और स्वतंत्र पत्रकारों की आर्थिक स्थिति के विषय में विचार करें। इससे न केवल इस क्षेत्र में लगे मीडियाकर्मियों को राहत मिलेगी, बल्कि उनको और उनके परिवार को भी आर्थिक सहायता मिल पायेगी।
धन्यवाद
पंडित प्रेम बरेलवी

आज 30/03 मंगलमय हो




प्रस्तुति - कृष्ण मेहता:

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻सोमवार, ३० मार्च २०२०🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:१८
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३६
चन्द्रोदय: 🌝 ०९:४३
चन्द्रास्त: 🌜२३:५८
अयन 🌕 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🌳 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४२ (शर्वरी)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७७ (प्रमादी)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि: 👉 षष्ठी (२७:१४ तक)
नक्षत्र: 👉 रोहिणी (१७:१८ तक)
योग: 👉 आयुष्मान् (१८:१९ तक)
प्रथम करण: 👉 कौलव (१४:४२ तक)
द्वितीय करण: 👉 तैतिल (२७:१४ तक)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य   🌟 मीन
चंद्र    🌟 मिथुन (३०:०५ से)
मंगल 🌟 मकर (उदित, पूर्व)
बुध   🌟 कुंम्भ (अस्त, पूर्व)
गुरु   🌟 मकर (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र  🌟 वृष (उदित, पश्चिम)
शनि  🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु   🌟 मिथुन
केतु   🌟 धनु
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त: 👉 ११:५७ से १२:४६
अमृत काल: 👉 १३:५० से १५:३४
होमाहुति: 👉 बुध (१७:१८ तक)
अग्निवास: 👉 आकाश
दिशा शूल: 👉 पूर्व
नक्षत्र शूल: 👉 पश्चिम (१७:१८ तक)
चन्द्र वास: 👉 दक्षिण (पश्चिम ३०:०६ से)
दुर्मुहूर्त: 👉 १२:४६ से १३:३५
राहुकाल: 👉 ०७:४४ से ०९:१७
राहु काल वास: 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड: 👉 १०:४९ से १२:२१
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - अमृत     २ - काल
३ - शुभ       ४ - रोग
५ - उद्वेग      ६ - चर
७ - लाभ      ८ - अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - चर         २ - रोग
३ - काल       ४ - लाभ
५ - उद्वेग       ६ - शुभ
७ - अमृत      ८ - चर
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पश्चिम (दर्पण देलहकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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सर्वार्थसिद्धि योग प्रातः ०६:३४ से ३०:३३ तक, अमृतसिद्धि योग १७:१७ से ३०:३३ तक, स्कन्द षष्ठी,नवरात्रि के पंचम दिवस आदिशक्ति माँ दुर्गा के स्कन्द स्वरूप की पूजा उपासना, उपनयन (जनेऊ संस्कार) एवं विधाआरम्भ मुहूर्त प्रातः ०८:०३ से १०:०५ तक, वाहनादि क्रय मुहूर्त १२:३० से १४:४० तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १७:१८ तक जन्मे शिशुओ का नाम
रोहिणी नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वी, वू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (वे, वो, क) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त:
०६:१२ - ०६:५२ मीन
०६:५२ - ०८:२६ मेष
०८:२६ - १०:२० वृषभ
१०:२० - १२:३५ मिथुन
१२:३५ - १४:५७ कर्क
१४:५७ - १७:१६ सिंह
१७:१६ - १९:३४ कन्या
१९:३४ - २१:५५ तुला
२१:५५ - २४:१४ वृश्चिक
२४:१४ - २६:१८ धनु
२६:१८ - २७:५९ मकर
२७:५९ - २९:२५ कुम्भ
२९:२५ - ३०:११ मीन
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पञ्चक रहित मुहूर्त:
०६:१२ - ०६:५२ चोर पञ्चक
०६:५२ - ०८:२६ रज पञ्चक
०८:२६ - १०:२० शुभ मुहूर्त
१०:२० - १२:३५ चोर पञ्चक
१२:३५ - १४:५७ शुभ मुहूर्त
१४:५७ - १७:१६ रोग पञ्चक
१७:१६ - १७:१८ शुभ मुहूर्त
१७:१८ - १९:३४ मृत्यु पञ्चक
१९:३४ - २१:५५ अग्नि पञ्चक
२१:५५ - २४:१४ शुभ मुहूर्त
२४:१४ - २६:१८ रज पञ्चक
२६:१८ - २७:१४ शुभ मुहूर्त
२७:१४ - २७:५९ चोर पञ्चक
२७:५९ - २९:२५ शुभ मुहूर्त
२९:२५ - ३०:११ रोग पञ्चक
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप धैर्य धारण करेंगे। संतोषी वृति रहने के कारण भाग-दौड़ से दूर रहेंगे। आपके विचार उच्च कोटि के रहेंगे परन्तु स्वयं के ऊपर इन्हें लागू करने में असमर्थ होंगे। सामाजिक क्षेत्र पर आपके सामने सभी प्रशंसा करेंगे परन्तु पीछे से आलोचना होगी। मित्र परिजन भी स्वार्थ सिद्धि की भावना रखेंगे। कार्यो में हानि की सम्भवना जानते हुए भी व्यवहारिक कारणों से अनदेखा करेंगे। दोपहर के समय आकस्मिक लाभ होने से खर्च चलते रहेंगे। परिजनों की बात आपको अखरेगी परन्तु सही समय की प्रतीक्षा में शांत रहेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आपका आज का दिन भी शुभफलदायक रहेगा। सेहत उत्तम बनी रहेगी। कार्यो को पूर्ण निष्ठा से करेंगे थोडी बहुत लापरवाही भी कर सकते है फिर भी लाभ के अवसर हाथ से नहीं निकलने देंगे। जानने वालों से किसी महत्त्वपूर्ण कार्य का मार्गदर्शन मिलेगा। आज व्यवसाय आशानुकूल नही रहेगा परन्तु उधार के व्यवहार अधिक रहने से धन की आमद कम ही रहेगी। कार्य से समय निकाल घर अथवा बाहर मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे। अनैतिक कार्यो अथवा व्यसनों से दूर रहें सामाजिक क्षेत्र पर बदनामी हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपके साथ किसी अन्य के भरोसे रहने के कारण धोखा हो सकता है। आवश्यक कार्यो में ही लापरवाही करने से हानि होगी। घर एवं बाहर का वातावरण विपरीत रहेगा। जिनसे काम निकालना होगा वही लोग रूखा व्यवहार करेंगे। आपकी प्रतिभा नजरअंदाज होने से मन में नकारात्मकता बढ़ेगी। कला के क्षेत्र से जुड़े जातक नए सृजन करेंगे। धन के दृष्टिकोण से दिन मायूस करेगा। पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति करने में असमर्थ रहने से अशांति बढ़ेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपके मस्तिष्क में विचारो की भरमार रहेगी स्वभाव में भी पल पल में परिवर्तन आएगा जिस कारण अन्य व्यक्ति आपके बारे में गलत धारणा रख सकते है। प्रतिस्पर्धी भी आपको हानि पहुचाने का प्रयास करेंगे। कार्यो में विलम्ब एवं असफलता के कारण मनोबल टूट सकता है। आज किसी की ऊपर अधिक दयालुता दिखाना भी हानि करा सकता है। कार्य क्षेत्र अथवा घर पर आकस्मिक खर्च होने से पारिवारिक बजट प्रभावित होगा। सन्तानो के विषय में अपेक्षा के विपरीत समाचार मिलने से कष्ट होगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिये सफलता दायक रहेगा। नौकरी अथवा व्यवसाय में आशा के अनुकूल कार्य होने से अन्य लोगो से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। धन लाभ आशाजनक नही होगा जिससे भविष्य की योजनाएं आधार में लटक सकती है। उधार दिए धन/सामान की वसूली आज ना करे अन्यथा विवाद हो सकता है। आत्मनिर्भर की भावना रहने से सफलता थोड़े विलम्ब से परन्तु अवश्य मिलेगी। पारिवारिक कारणों से यात्रा करनी पड़ेगी। घरेलु खर्च आज दिल खोल कर करेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा। स्वभाव में थोड़ा क्रोध रह सकता है फिर भी दैनिक कार्यो में इसका असर नहीं पड़ेगा। आज आप यथार्थ पर कम अमल करेंगे काल्पनिक बाते ज्यादा प्रभावित करेंगी। कार्य क्षेत्र पर मेहनत के अनुसार लाभ नही होगा। आलस्य के कारण आयवश्यक कार्य में देरी हो सकती है। धन सम्बंधित लेन देन अथवा महत्त्वपूर्ण निर्णय आज ना ही लें। धार्मिक कार्यो में रूचि रहेगी। धर्म क्षेत्र पर निस्वार्थ सेवा देंगे। परिजनों का व्यवहार परेशान कर सकता है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
स्वास्थ्य सम्बंधित विषयो को छोड़ आज का दिन सामान्य रहेगा। शारीरिक रूप से शिथिल रहने के कारण कार्य में मन कम ही लगेगा फिर भी मध्यान के आस-पास आकस्मिक धन आगम होने से ख़ुशी मिलेगी। आँख-माश्पेशी अथवा जोड़ो में दर्द सम्बंधित समस्या रहेगी। किसी सम्मलेन में भाग लेने के कारण दुविधा में रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधिकांश समय उदासीनता रहेगी। भविष्य के लिये कार्य विस्तार अथवा नविन कार्यो की रूप रेखा बना सकते है परन्तु शुरुआत आज ना करें। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन घरेलू कार्यो के लिए उत्तम रहेगा फिर लेकिन आज उधारी के व्यवहार यथा संभव ना ही करे अन्यथा धन निश्चित रूप से फंसेगा। नौकरी पेशा जातक भी बेहतर कार्य के लिए सम्मानित होंगे। अधिकारी वर्ग आप पर अधिक भरोसा दिखाएंगे। व्यवसायी वर्ग कार्य क्षेत्र पर खुल कर निर्णय नही ले सकेंगे धन की प्राप्ति थोड़े विलम्ब से होगी। नए कार्य की योजना फिलहाल टालना ही बेहतर रहेगा। धार्मिक यात्रा के प्रसंग बन सकते है। धर्म-कर्म पर खर्च भी करेंगे। परिजनों का सहयोग मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज परिस्थितियां बदलने से दिनचर्या में भाग-दौड़ लगी रहेगी। पूर्वनियोजित कार्यक्रमो में भी बदलाव करना पड़ सकता है। अधिक क्रोध एवं व्यवहार का तीखापन बनते कार्य बिगाड़ सकता है सतर्क रहें। उधार लिए धन अथवा अन्य वस्तुओं के समय पर नहीं लौटाने के कारण शर्मिंदगी देखनी पड़ेगी। धन सम्बंधित कोई भी आयोजन करने से पहले बड़ो की सलाह अवश्य लें अन्यथा आज ना ही करें। स्त्री-सन्तानो की अनदेखी करना भी भारी पड़ सकता है। विवेक से कार्य करें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन भी आपकी इच्छाओ के विपरीत कार्य होने से निराश रहेंगे। घर एवं कार्य क्षेत्र के अंदरूनी मामलो को लेकर दुविधा में फंस सकते है। भागीदारी अथवा अन्य कार्यो में अचानक रूकावट आने से धन फंसेगा। कार्य के सिलसिले से यात्रा भी करनी पड़ सकती है परन्तु इसमें भी आज असफलता का प्रतिशत अधिक रहेगा। टाल मटोल की वृति भी नुक्सान करा सकती है। संतोषी वृति रखने से भविष्य में लाभ कमा सकते है। पारिवारिक वातावरण भी अस्त-व्यस्त रहेगा। व्यर्थ की बहस से बचें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपका आज का दिन सामान्य रहेगा। प्रातः काल के समय किसी प्रियजन से विवाद होने के कारण दिन भर की क्रियाएं अस्त-व्यस्त रहेंगी। मानसिक रूप से भी अशान्त रहेंगे। मन की दुविधा कार्यो में बाधा डालेगी। अधिक परिश्रम करने पर भी न्यून लाभ होगा। आवेश की मात्रा भी अधिक रहेगी फलस्वरूप लोग दूरी बना कर रखेंगे। किसी महिला के कारण मान भंग हो सकता है व्यवहार सिमित रखें। ना चाह कर भी खर्च करना पड़ेगा। आर्थिक कमी रहेगी। रक्त सम्बंधित व्याधि हो सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन बीते कुछ समय से बेहतर रहेगा। स्वास्थ्य अनुकूल बने रहने से कार्यो के प्रति अधिक गंभीर रहेंगे। प्रातः काल से ही अधूरे पड़े कार्यो को पूर्ण करने में जुट जाएंगे। आर्थिक रूप से भी आज का दिन सहायक रहेगा। लाभ होने की भी सम्भवना है परन्तु इसमें व्यवधान भी अधिक आएंगे। बनी बनायी कार्य योजनाओं को किसी के हस्तक्षेप के कारण बदलने से हानि एवं परेशानी होगी फिर भी धन की आमद होने से कार्य सुव्यवस्थित रूप से चलने लगेंगे। घर में शांति भंग हो सकती है ध्यान रखें।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
[30/03, 08:58] Morni कृष्ण मेहता: 🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ  पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺

*दिनाँक -: 30/03/2020,सोमवार*
षष्ठी, शुक्ल पक्ष
चैत्र
"""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि ------------षष्ठी 27:14:01       तक
पक्ष ---------------------------शुक्ल
नक्षत्र ---------रोहिणी 17:16:32
योग -------आयुष्मान 18:16:53
करण ---------कौलव 14:41:40
करण -----------तैतुल 27:14:01
वार -------------------------सोमवार
माह ------------------------------चैत्र
चन्द्र राशि    ----वृषभ 30:04:25
चन्द्र राशि --------------------मिथुन
सूर्य राशि ---------------------- मीन
रितु ----------------------------वसंत
आयन --------------------उत्तरायण
संवत्सर -----------------------शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) -------------प्रमादी
विक्रम संवत ----------------2077
विक्रम संवत (कर्तक)------2076
शाका संवत ----------------1942

वृन्दावन
सूर्योदय --------------- 06:12:53
सूर्यास्त -----------------18:34:31
दिन काल ------------- 12:21:37
रात्री काल -------------11:37:15
चंद्रोदय -----------------09:51:12
चंद्रास्त -----------------23:54:31

लग्न ----मीन 15°39' , 345°39'

सूर्य नक्षत्र ---------उत्तराभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र ------------------रोहिणी
नक्षत्र पाया --------------------लोहा

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

वी ----रोहिणी 10:49:22

वु ----रोहिणी 17:16:32

वे ----मृगशिरा 23:41:36

वो ----मृगशिरा 30:04:25

*💮🚩💮  ग्रह गोचर  💮🚩💮*

ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
=======================
सूर्य=मीन 15°22  ' उ o भा o,  4  ञ
चन्द्र =वृष 17°23  ' रोहिणी   '  3  वी
बुध = कुम्भ 18°50 ' शतभिषा'    4  सू
शुक्र= वृषभ 01°55,     कृतिका    ' 2  ई
मंगल=मकर  05°30'  उ o षा o '  3   जा
गुरु=धनु  29°50 '   उ oषाo ,    1    भे
शनि=मकर  05°43' उ oषा o   '  3  जा
राहू=मिथुन 09°22 '      आर्द्रा ,   1   कु
केतु=धनु  09 ° 22 '      मूल    , 3   भा

*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*

राहू काल 07:46 - 09:18 अशुभ
यम घंटा 10:51 - 12:24 अशुभ
गुली काल 13:56 - 15:29  अशुभ
अभिजित 11:59 -12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 12:48 - 13:38 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:17 - 16:06 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 06:13 - 07:46 शुभ
काल 07:46 - 09:18 अशुभ
शुभ 09:18 - 10:51 शुभ
रोग 10:51 - 12:24 अशुभ
उद्वेग 12:24 - 13:56 अशुभ
चर 13:56 - 15:29 शुभ
लाभ 15:29 - 17:02 शुभ
अमृत 17:02 - 18:35 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 18:35 - 20:02 शुभ
रोग 20:02 - 21:29 अशुभ
काल 21:29 - 22:56 अशुभ
लाभ 22:56 - 24:23* शुभ
उद्वेग 24:23* - 25:50* अशुभ
शुभ 25:50* - 27:17* शुभ
अमृत 27:17* - 28:45* शुभ
चर 28:45* - 30:12* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 06:13 - 07:15
शनि 07:15 - 08:16
बृहस्पति 08:16 - 09:18
मंगल 09:18 - 10:20
सूर्य 10:20 - 11:22
शुक्र 11:22 - 12:24
बुध 12:24 - 13:26
चन्द्र 13:26 - 14:27
शनि 14:27 - 15:29
बृहस्पति 15:29 - 16:31
मंगल 16:31 - 17:33
सूर्य 17:33 - 18:35

🚩होरा, रात
शुक्र 18:35 - 19:33
बुध 19:33 - 20:31
चन्द्र 20:31 - 21:29
शनि 21:29 - 22:27
बृहस्पति 22:27 - 23:25
मंगल 23:25 - 24:23
सूर्य 24:23* - 25:21
शुक्र 25:21* - 26:19
बुध 26:19* - 27:17
चन्द्र 27:17* - 28:16
शनि 28:16* - 29:14
बृहस्पति 29:14* - 30:12

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा  काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

       6 + 2 + 1 = 7  ÷ 4 = 3 शेष
 मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*💮    शिव वास एवं फल -:*

   6 + 6 + 5 = 17  ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़  = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी    🚩💮*

* स्कन्ध षष्ठी

* यमुना षष्ठी

* नवराति षष्ठं दिवस (कात्यायनी पूजन)

* सर्वार्थ सिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग 18:43तक

* राजस्थान स्थापना दिवस

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

किं तया क्रियते धेन्वा या न दोग्ध्री न गर्भिणी ।
कोऽर्थः पुत्रेण जातेन यो न विद्वान्न भक्तिमान् ।।
।।चा o नी o।।

वह गाय किस काम की जो ना तो दूध देती है ना तो बच्चे को जन्म देती है. उसी प्रकार उस बच्चे का जन्म किस काम का जो ना ही विद्वान हुआ ना ही भगवान् का भक्त हुआ.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसन्यासयोग अo-18

इति ते ज्ञानमाख्यातं गुह्याद्‍गुह्यतरं मया ।,
विमृश्यैतदशेषेण यथेच्छसि तथा कुरु ॥,

इस प्रकार यह गोपनीय से भी अति गोपनीय ज्ञान मैंने तुमसे कह दिया।, अब तू इस रहस्ययुक्त ज्ञान को पूर्णतया भलीभाँति विचार कर, जैसे चाहता है वैसे ही कर॥,63॥,

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
डूबी हुई रकम प्राप्ति की संभावना बनती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि संभव है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बुद्धि के कार्य करें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रुके काम पूरे होंगे। प्रमाद न करें।

🐂वृष
कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। आर्थिक परेशानी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। लापरवाही न करें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से आत्मसम्मान कम हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि के योग हैं। जोखिम न लें।

👫मिथुन
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। बेरोजगारी दूर होगी। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🦀कर्क
दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। विवाद से बचें। क्रोध न करें। कोई बड़ा काम तथा लंबी यात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पुराने विवादों का समापन होगा। उत्साह व प्रसन्नता की वृद्धि होगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।

🐅सिंह
काम पर पूरा ध्यान दे पाएंगे। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। सामाजिक मान-सम्मान प्राप्त होगा। कारोबार में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। लंबी व्यावसायिक यात्रा की योजना बन सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🙎कन्या
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। वाणी में हंसी-मजाक समय व स्थिति को देखकर करें। शोक समाचार प्राप्त हो सकता है। नकारात्मकता रहेगी। मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रह सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। फालतू बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा।

⚖तुला
शैक्षणिक व शोध इत्यादि रचनात्मक कार्य के परिणाम सुखद मिलेंगे। किसी मांगलिक व आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी।

🦂वृश्चिक
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। प्रमाद से बचें।

🏹धनु
कानूनी अड़चन दूर होगी। जीवनसाथी के इच्छुक लोगों को जीवनसाथी मिलने के योग हैं। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेशादि सोच-समझकर करें। बाहर लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। जीवन सुखमय गुजरेगा। उत्साह व प्रसन्नता रहेंगे। प्रमाद न करें।

🐊मकर
स्वास्थ्य पर खर्च होगा। लापरवाही न करें। कार्य करते समय चोट लग सकती है। गृहिणियां विशेष ध्यान रखें। जल्दबाजी से बचें। अकारण विवाद हो सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धनहानि की आशंका है। व्यापार व्यवसाय ठीक चलेगा।

🍯कुंभ
किसी प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क बनेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। किसी बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कारोबार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐟मीन
योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में अमन-चैन रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। नए व्यापारिक अनुबंध होंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। परिवार में खुशी का वातावरण रहेगा।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
*आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599
[30/03, 08:58] Morni कृष्ण मेहता: 🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 30 मार्च 2020*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत*
⛅ *मास - चैत्र*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - षष्ठी 31 मार्च प्रातः 03:14 तक तत्पश्चात सप्तमी*
⛅ *नक्षत्र - रोहिणी शाम 05:18 तक तत्पश्चात मॄगशिरा*
⛅ *योग - आयुष्मान् शाम 06:19 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
⛅ *राहुकाल - सुबह 07:56 से सुबह 09:28 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:34*
⛅ *सूर्यास्त - 18:51*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - स्कंद-अशोक-सूर्य षष्ठी*
 💥 *विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *बहुत समस्या रहती हो तो* 🌷
🙏🏻 *जिनको कोई तकलीफ रहती है, कर्जा है, काम धंधा नहीं चलता, नौकरी नहीं मिलती तो*
➡ *सोमवार का दिन हो ना सुबह बेलपत्र, पानी और दूध | पहले दूध और पानी शिवलिंग पर चढ़ा दो फिर बेलपत्र रख दो |*
*त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं | त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं ||*
➡ *पाँच बत्ती वाला दीपक जलाकर रख दो और बैठकर थोडा अपना गुरुमंत्र जपो | तो जप भी हो जायेगा, जप का जप, पूजा की पूजा, काम का काम |*
➡ *मंगलवार को २ मिनट लगेंगे अगर गन्ने का रस मिल जाय थोडा सा या घर पर निकाल सकते है | वो थोडा रस शिवलिंग पर चढ़ा दिया |*
*मृत्‍युंजय महादेव त्राहिमाम् शरणागतमं | जन्म मृत्यु जराव्याधि पीड़ितं कर्मबंधनेहि  ||*
➡ *बुधवार को थोडा जप कर लिया जल आदि चढ़ा दिया, नारियल रख दिया अगर हो तो नहीं तो कोई जरुरत नहीं है | जिनको ज्यादा तकलीफे है उनके लिए है और जिनको न हो तो हरि ॐ तत् सत् बाकी सब गपसप |*
🙏🏻 *- Shri Sureshanandji Vadodara 27th Nov' 2012*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *भय का नाश करती हैं मां कात्यायनी*
*नवरात्रि के षष्ठी तिथि पर आदिशक्ति दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा करने का विधान है। महर्षि कात्यायनी की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। नवरात्रि के छठे दिन इनकी पूजा और आराधना होती है। माता कात्यायनी की उपासना से आज्ञा चक्र जाग्रृति की सिद्धियां साधक को स्वयंमेव प्राप्त हो जाती हैं। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौलिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं।*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *नवरात्र की षष्ठी तिथि यानी छठे दिन माता दुर्गा को शहद का भोग लगाएं ।इससे धन लाभ होने के योग बनने हैं ।*

📖 *हिन्दू पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *हिन्दू पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻
[30/03, 08:58] Morni कृष्ण मेहता: ╲\╭┓
╭ 🌹 ╯           *_जय श्री हरि_*
┗╯\╲☆         *_●•=======•❥_*
    *_✹•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•✹_
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┇ ┇ ┇ ┇ *_करूणा के सागर श्री हरि जी की_*
┇ ┇ ┇ ❁        *_असीम अनुकम्पा  आप पर_*
┇ ┇ ✾                  *_सदैव बनी रहे_*
┇ ✵                               
♡  *✹•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•⁘••⁘•✹•⁘••⁘•✹*
             🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾
            *_सोमवार 30 मार्च 2020_*

*_रुद्र गायत्री मंत्र : ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ॥_*

        *_।। आज का दिन मंगलमय हो ।।_*

🌌 *_दिन (वार) - सोमवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से पुत्र का अनिष्ट होता है शिवभक्ति को भी हानि पहुँचती है अत: सोमवार को ना तो बाल और ना ही दाढ़ी कटवाएं । जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध एवं काले तिल चढ़ाएं, इससे भगवान महादेव की कृपा बनी रहती है परिवार से रोग दूर रहते है ।_*
🌐 *_विक्रम संवत् 2077 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य_*
☸️ *_शक संवत - 1942_*
☣️ *_अयन - उत्तरायण_*
⛈️ *_ऋतु - बसंत ऋतु_*
🌤️ *_मास - चैत्र माह_*
🌘 *_पक्ष - शुक्ल पक्ष_*
📆 *_तिथि – पञ्चमी 02:02 AM बजे तक उपरान्त षष्ठी तिथि है।।_*
💫 *_नक्षत्र – रोहिणी 17:18 PM तक उपरान्त मृगशिरा नक्षत्र है।।_*
🔊 *_योग – आयुष्मान 18:18 PM तक उपरान्त सौभाग्य योग है।।_*
✨ *_करण – बालव 00:18 AM तक उपरान्त कौलव 14:43 PM तक उपरान्त तैतिल करण है।।_*
🌙 *_चन्द्रमा – वृषभ राशि पर।।_*
🌞 *_सूर्योदय – प्रातः 06:34:31_*
🌅 *_सूर्यास्त – सायं 18:50:34_*
🤖 *_राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 07:30 बजे से 09:00 बजे तक।।_*
🔯 *_विजय (शुभ) मुहूर्त – दोपहर 12.31 बजे से 12.55 बजे तक।।_*
⚜️ *_दिशाशूल – सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो कोई दर्पण देखकर घर से प्रस्थान कर सकते है।।_*
👉🏻 *_सोमवार के दिन ये विशेष उपाय करें – सोमवार को भगवान शिव का दर्शन एवं पूजन अवश्य करना चाहिए। कच्चा दूध, शहद, काला तिल, बिल्वपत्र एवं पञ्चामृत शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहती है घर में कोई रोगी नहीं होता एवं सभी मनोकामनाओं की सिद्धि तत्काल होती है।।_*
⚛️ *_शुभ मुहूर्त : सिकन्धा छठ_*
🧰 *_व्यापार : आज कारोबार शुरू करने का मुहूर्त नहीं है।_*
👼🏻 *_मुंडन : आज मुंडन का मुहूर्त नहीं है।_*
👫🏻 *_विवाह : आज विवाह का मुहूर्त नहीं है।_*
🚙 *_वाहन : आज वाहन खरीदने का मुहूर्त है।_*
🏚️ *_गृहप्रवेश : आज गृह प्रवेश का मुहूर्त नहीं है।_*

        🗽 *_वास्तु टिप्स_* 🗼

*_वास्तु शास्त्र में कल हमने चर्चा की थी विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा में फूलों के उपयोग की और आज हम चर्चा करेंगे अखंड ज्योति और पूजा सामग्री की दिशा के बारे में... नवरात्र के दौरान बहुत-से लोग अपने घर में अखंड ज्योति की स्थापना करते हैं और वास्तु शास्त्र के अनुसार इसके लिये उचित दिशा का ज्ञान होना बहुत जरूरी है | वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिये आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है | इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना करने से एक तरफ जहां वास्तु दोष दूर होते हैं, तो दूसरी तरफ घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।_*

               🎯 *_आरोग्य कुंजियां_* 🌷

*_ताजे दही को मथकर उसी समय मट्ठे का सेवन करें | ऐसा मट्ठा दही से कई गुना अधिक गुणकारी होता है | देर तक रखा हुआ खट्टा व बासी मट्ठा हितकर नहीं है | ताजे दही का अर्थ है – रात को जमाया हुआ दही, जिसका उपयोग सुबह किया जाय एवं सुबह जमाया हुआ दही, जिसका सेवन मध्यान्हकाल में अथवा सूर्यास्त के पहले किया जाय | सायंकाल के बाद दही या छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए |_*

*_सावधानी : दही या मट्ठा ताँबे, काँसे, पीतल एवं एल्युमिनियम के बर्तन में न रखें | दही बनाने के लिए मिट्टी अथवा चाँदी के बर्तन विशेष उपयुक्त हैं, स्टील के बर्तन भी चल सकते हैं |_*

         🪔 *गुरु भक्ति योग_* 🕯️

*_मित्रों, जैसा कि आपको विदित है, कि बासन्तीय नवरात्र चल रहा है। आज इस चैत्र नवरात्र का पंचम दिवस है, और पाँचवे दिन स्कन्दमाता की पूजा-अर्चना की जाती है। आदिशक्ति माता श्री जगतजननी जगदम्बिका माता श्री दुर्गा देवी के छठे रूप माता श्री कात्यायनी की पूजा-अर्चना की जाती है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वही आदिशक्ति जगतजननी माता कात्यायनी कहलाती हैं।।_*

*_नवरात्रि में उपवास एवं साधना करनेवाले भक्तों के मन को आज के दिन उनकी आज्ञाचक्र में स्थित अनुभव किया गया है हमारे पूर्वज ऋषियों के द्वारा। आज माता कात्यायनी की उपासना से साधकों के आज्ञा चक्र जाग्रति की सिद्धियां स्वयंमेव प्राप्त हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वदा के लिए विनष्ट हो जाते हैं।।_*

*_मित्रों, माता कात्यायनी के नाम से जुड़ी एक कथा ये है, कि एक समय कत नामक एक प्रसिद्ध ऋषि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए और उन्हीं के नाम से प्रसिद्ध कात्य गोत्र से विश्वप्रसिद्ध ऋषि कात्यायन हुए। उन्होंने भगवती पराम्बरा की उपासना करते हुए कठिन तपस्या की। उनकी इच्छा थी कि भगवती उनके घर में पुत्री के रूप में जन्म लें और माता ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली।।_*

*_कुछ समय के पश्चात जब महिषासुर नामक राक्षस का अत्याचार बहुत बढ़ गया तब उसका विनाश करने के लिए ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने अपने अपने तेज़ और प्रताप का अंश देकर देवी को उत्पन्न किया था। महर्षि कात्यायन ने इनकी पूजा की इसी कारण से यह देवी कात्यायनी कहलायीं। अश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेने के बाद शुक्ल सप्तमी, अष्टमी और नवमी, तीन दिनों तक कात्यायन ऋषि ने इनकी पूजा की और माता ने पूजा से प्रशन्न होकर दशमी को महिषासुर का वध किया।।_*

*※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※*

⚜️ *_षष्ठी तिथि विशेष – मित्रों, षष्ठी तिथि को तैल कर्म अर्थात शरीर में तेल मालिश करना या करवाना एवं सप्तमी तिथि को आँवला खाना तथा दान करना भी वर्ज्य बताया गया है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान शिव के पुत्र स्वामी कार्तिकेय हैं तथा नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल एवं कृष्ण दोनों पक्षों में मध्यम फलदायीनी मानी जाती है। इस तिथि में स्वामी कार्तिकेय जी के पूजन से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है। विशेषकर वीरता, सम्पन्नता, शक्ति, यश और प्रतिष्ठा कि अकल्पनीय वृद्धि होती है।।_*

🔱 *_आपके उपर यदि मंगल कि दशा चल रही हो और आप किसी प्रकार के मुकदमे में फंस गये हों तो भगवान कार्तिकेय का पूजन करें। मुकदमे में अथवा राजकार्य से सम्बन्धित किसी कार्य में सफलता प्राप्ति के लिये षष्ठी तिथि के सायंकाल में शिवमन्दिर में छः दीप दान करें। कहा जाता है, कि स्वामी कार्तिकेय को एक नीला रेशमी धागा चढ़ाकर उसे अपने भुजा पर बाँधने से शत्रु परास्त हो जाते हैं एवं सर्वत्र विजय कि प्राप्ति होती है।।_*

💁🏻‍♀️ *_मित्रों, जिस व्यक्ति का जन्म षष्ठी तिथि को होता है, वह व्यक्ति सैर-सपाटा पसंद करने वाला होता है। इन्हें देश-विदेश घुमने का कुछ ज्यादा ही शौक होता है अत: ये काफी यात्राएं करते रहते हैं। इनकी यात्रायें मनोरंजन और व्यवसाय दोनों से ही प्रेरित होती हैं। इनका स्वभाव कुछ रूखा जैसा होता है और छोटी छोटी बातों पर भी लड़ने को तैयार हो जाता हैं।।_*

🖌 *_””सदा मुस्कुराते रहिये””_*
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                   *9812224501*
[30/03, 08:58] Morni कृष्ण मेहता: महामारी नाशक मन्त्र -
प्रस्तुति-पं0कृषण मेहता-
गणपति जी रोगनाशक मन्त्र-
ॐ गं रोग मुक्तये फट्

महामारी नाशक भगवती मन्त्र-
ॐ जयंती मंगला  काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ।।

महामारी और रोग नाशक शिव महामृत्युंजयमन्त्र-

ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूर्भवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनांन्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌। स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूं ह्रौं ॐ

रोगनाशक दुर्गाजी मन्त्र-
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभिष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्माश्रयतां प्रयान्ति

रोगनाशक हनुमान चालीसा चौपाई
नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा

रोगनाशक धन्वतरि मन्त्र-
ॐ नमो भगवते महा सुदर्शनाया वासुदेवाय  धन्वन्तरये

अमृत कलश हस्ताय सर्व भय विनाशाय

सर्व रोग निवारणाय त्रैलोक्य पतये

त्रैलोक्य निधये

श्री महा विष्णु स्वरूप श्री धन्वंतरि स्वरुप

श्री श्री श्री औषध चक्र नारायणाय स्वाहा ।

रोग नाशक विष्णु मन्त्र-
अच्युतानन्तगोविन्द नामोच्चारण भेषजात्।
नश्यन्ति सकला रोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।।

(कम से कम 3 माला जप जरूर करें इन में से किसी भी एक मन्त्र का हो सके तो 108 आहुति प्रतिदिन देकर हवन भी कर ले और अपना आभामण्डल और आंतरिक तन्त्र मजबूत कर रोगों से मुक्ति पाए बाकी अपडेट करता रहूंगा मंत्रों से जुड़ी चिकित्सा आयुर्वेद और मन्त्र शास्त्र द्वारा ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि लोग मन्त्र जप द्वारा अपना इम्यून सिस्टम मजबूत कर सुरक्षित रहे )
नमः शिवाय जय वैद्यनाथ जय धन्वन्तरि भगवान
[30/03, 08:59] Morni कृष्ण मेहता: *_⚜!!श्री् हरि् !!_*⚜
*_𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄प्रस्तुति𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄•𖡼_*
           🙏🏻 *_पा0कृषण मेहता_* 🙏🏻
*_ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि आपके एवं आपके पूरे परिवार के लिए हर दिन शुभ एवं मंगलमय हों।_*

👉🏻 *_आज चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि और सोमवार का दिन है। षष्ठी तिथि आज पूरा दिन पार करके अगले दिन की भोर 3 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। उसके बाद सप्तमी तिथि शुरू हो जाएगी। आज चैत्र नवरात्र का छठा दिन है। आज के दिन देवी दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी की उपासना की जायेगी। इसके साथ ही सारे काम बनाने वाला योग सर्वार्थसिद्धि योग पूरा दिन और पूरी रात रहेगा। जानें कैसा बीतेगा राशिनुसार आपका सोमवार का दिन।_*

🐑 *_मेष राशि आपके करियर में तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे। आज नवरात्र के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा करने से आपके जीवन में खुशियों का इजाफा होगा। हर जगह आपकी प्रशंसा होगी। लवमेटस के रिश्तों में और मजबूती आयेगी। किसी काम में माता-पिता से ली गई सलाह आपके लिये फायदेमंद रहेगी। इस राशि के कंप्यूटर से जुड़े स्टूडेंट्स को आज सफलता मिलेगी। घर पर किसी धार्मिक आयोजन की रूपरेखा बनेगी। मंदिर में रुद्राक्ष की माला दान करें, रिश्ते बेहतर होंगे।_*

🐂 *_वृष राशि आज आपको भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। आज नवरात्र के शुभ दिन में माँ कात्यायनी आपके वैवाहिक जीवन में प्यार को दुगना करेगी। आज आपको अचानक से कुछ ऐसा हासिल होगा, जिसकी आपको बहुत दिनों से तलाश थी। आप पूरे दिन नई ऊर्जा से भरे रहेंगे। आपके कार्यों को लोगों की सराहना मिलेगी। मां कात्यायनी को  फल अर्पित करें, करियर में आपकी सफलता सुनिश्चित होगी।_*

👨‍❤️‍👨 *_मिथुन राशि आज परिवार वालों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने का मौका मिलेगा। इससे रिश्तों में नवीनता आयेगी। आज नवरात्र के शुभ अवसर पर माँ कात्यायनी आपके व्यापार में बढ़ोतरी करेगी। अगर आप कुछ दिनों से अपनी आँखों की समस्या से परेशान हैं, तो आज आपको उसमें राहत मिलेगी। शिक्षण के क्षेत्र से जुड़े लोगों को आज तरक्की के नये अवसर मिलेंगे। रुद्राक्ष की माला पर मां कात्यायनी के मंत्रों का जप करें, रिश्तों में मिठास आयेगी।_*

🦀 *_कर्क राशि आज मां कात्यायनी आज आपकी किसी अधूरी पड़ी इच्छा को पूरा करेगी। इस राशि के छात्रों को पढ़ाई में मेहनत करने की जरूरत है। जो लोग कपड़े के व्यापार से जुड़े हैं, उन्हें तरक्की मिलेगी। आपको अपनी वाणी पर संयम रखने की जरूरत है। दूसरों के मैटर में अपनी राय रखने से आपको बचना चाहिए। दुर्गा माँ के आगे कपूर का दीपक जलाएं, आपको किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।_*

🦁 *_सिंह राशि आज खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की योजनाओं में सफल रहेंगे। घर के सदस्यों की सेहत के प्रति आपको थोड़ा ख्याल रखना चाहिए। आजनवरात्र के शुभ अवसर पर मां कात्यायनी समाज में आपकी एक अलग पहचान बनाने मेंमदद करेगी। आपका कोई रुका हुआ काम आज पूरा होगा। बच्चों के साथ कुछ ख़ुशी केपल बितायेंगे। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, आपकी योजनाएं सफल होगी।_*

👰🏻 *_कन्या राशि आज आपकी मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आज लोग आपसे प्रभावित दिखायी देंगे। आज आप किसी पुराने रिश्ते से जुड़ाव महसूसहोगा। आपकी धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। इस राशि के बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बनारहेगा। देवी माँ को इत्र चढ़ाएं, आपके साथ सब अच्छा होगा।_*

⚖️ *_तुला राशि परिवार वालों के साथ किसी बात को लेकर मन-मुटाव होने की संभावना है, लेकिन शाम तक घर का माहौल ठीक हो जायेगा। आज दूसरों से बात करते समय आपको थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। आपकी कोई बात सामने वाले को बुरी लग सकती है। आई.टी के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी। सीनियर आपसे खुश होंगे। माँ कात्यायनी को नारियल अर्पित करें, आपको जीवन मेंकामयाबी मिलेगी।_*

🦂 *_वृश्चिक राशि आज आप छोटी-छोटी बातों में खुशी तलाशने की कोशिश करेंगे। आप नयी चीज़ों पर विचार कर पायेंगे। माँ कात्यायनी के आशीर्वाद से जीवनसाथी केसाथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। जमीन - जायदाद से जुड़ा कोई मामला आज आपके पक्षमें हो सकता है। लोगों के बीचआपकी अलग ही छवि बनेगी। देवी माँ के सामने सुबह-शाम गुग्गल की धूप दिखाएँ,आपका मन प्रसन्न रहेगा।_*

🏹 *_धनु राशि आज आपका दिन उम्मीद से ज्यादा अच्छा रहने वाला है। आज आपको अपने  काम में भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा। इस राशि के मैकेनिकल इंजीनियर्स को काम में पूर्ण रूप से सफलता प्राप्त होगी। माँ कात्यायनी को लाल चुनरी चढ़ाएं, आप जीवन में खूब तरक्की करेंगे।_*

🐊 *_मकर राशि आज किसी मसले को लेकर आप असहमत हो सकते हैं। आज आपको अपना कॉन्फिडेंस बनाये रखना चाहिए। घर पर मांगलिक कार्यक्रम कर सकते हैं जिसमें सिर्फ घरवाले शामिल होंगे। इससे पारिवरिक सुख-शांति बनी रहेगी। आज आपको धन लाभ के कई अवसर प्राप्त होंगे। जीवनसाथी को आज कोई बड़ी सफलता मिलेगी, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। गायत्री मंत्र का पाठ करें, आपके साथ सब ठीक होगा।_*

⚱️ *_कुंभ राशि आज नवरात्र के शुभ अवसर पर माँ कात्यायनी आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेगी। आज आप खुद को गर्व से भरा हुआ महसूस करेंगे। दूसरे लोगभी आपके काम की खूब तारीफ करेंगे। ऑफिस में कोई बड़ी जिम्मेदारी आपके कंधों पर आ सकती है, आप उसे बखूबी निभायेंगे। आपको अपने जीवनसाथी से कोई गुड़ न्यूजमिलाने के योग बन रहे है । इस राशि के वकीलों के लिये भी दिन फेवरेबल रहने वाला है। देवी माँ को कमलगट्टे चढ़ाएं, आपकी सभी इच्छाएं पूरी होगी।_*

🐬 *_मीन राशि आज आपकी धन संबंधी परेशानियों का हल जल्द ही निकल आयेगा। आपका कोई दोस्त आपकी परेशानी को सुलझाने में मदद करेगा। साथ ही मां कात्यायनी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी । किसी खास काम के प्रति आपकी कोशिशें सफल रहेगी। सेहत के मामले में भी सब कुछ बेहतर बना रहेगा। इस राशि के विद्यार्थियों के लिए दिन बेहतरीन रहने वाला है। आपको बेहतर परिणाम हासिल होंगे। घर में माँ दुर्गा के सामने घंटी बजाएं, आपके साथ सब अच्छा होगा।_*
   
👉🏻 *_चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि और सोमवार का दिन है | षष्ठी तिथि पूरा दिन पार करके अगले दिन की भोर 3 बजकर 15 मिनट तक रहेगी | उसके बाद सप्तमी तिथि शुरू हो जाएगी | आज चैत्र नवरात्र का छठा दिन है | इस दिन देवी दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी की उपासना की जायेगी |_*

👣 *_मां दुर्गा के छठे स्वरूप को कात्यायनी का नाम क्यों पड़ा?_*

पं0 कृषण मेहता के अनुसार ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लेने के कारण देवी मां को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है | मां दुर्गा का ये स्वरूप अत्यन्त ही दिव्य है  *_मां कत्यायनी का रुप_*

*_मां का रंग सोने के समान चमकीला है | इनकी चार भुजाओं में से ऊपरी बायें हाथ में तलवार और नीचले बायें हाथ में कमल का फूल है। जबकि इनका ऊपर वाला दायां हाथ अभय मुद्रा में है और नीचे का दायां हाथ वरदमुद्रा में है |
_कहते है- भगवान श्रीकृष्ण को पति रूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने कालिन्दी यमुना के तट पर मां कात्यायनी की ही पूजा की थी | इसलिए देवी मां को ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में भी पूजा जाता है | इसके अलावा मां कात्यायनी की उपासना से व्यक्ति को किसी प्रकार का भय या डर नहीं रहता और उसे किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ता | देवी मां की उपासना उन लोगों के लिये बेहद ही लाभकारी है, जो बहुत समय से अपने लिये या अपने बच्चों के लिये शादी का रिश्ता ढूंढ रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिल पा रहा है | साथ ही इनका आधिपत्य बृहस्पति ग्रह, यानी गुरु पर रहता है | लिहाजा आज के दिन मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना करने से गुरु संबंधी परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा।_*

🔯 *_मां कत्यायनी की पूजा विधि_*

*_नवरात्र के छठे दिन देवी के पूजन में शहद का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन प्रसाद में शहद का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके प्रभाव से आपको सुंदर रूप प्राप्त होगा। इस दिन सबसे पहले मां कत्यायनी की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। इसके बाद मां की पूजा उसी तरह करें जैसे कि नवरात्र के पांच दिन आपने की। इसके बाद हाथों में लाल फूल लेकर मां की उपासना इस मंत्र के साथ करें।_*

*_चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना।_*
*_कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनि।|_*

*_इसके बाद मां को हाथ जोड़कर फूल अर्पित करें तथा मां का षोचशोपचार से पूजन करें और नैवेद्य चढ़ाए और 108 बार इस मंत्र का जाप करें।_*

🙏🏼 *_ऊं ऐं हीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।_*

*_देवी की कृपा से भक्त की मुराद पूरी होती है और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि रहती है। सभी बीमारियों से निजात मिलता है। इसके बाद में आरती करें और फिर प्रसाद ग्रहण करना चाहिए।_*

🍛 *_मां कत्यायनी का भोग_*

*_नवरात्र के छठे दिन मां को शहद का भोग लगाएं। शुभ फल मिलेगा।_*

🪔 *_मां कत्यायनी की आरती_*

*_जय जय अम्बे जय कात्यानी_*
*_जय जगमाता जग की महारानी_*
*_बैजनाथ स्थान तुम्हारा_*
*_वहा वरदाती नाम पुकारा_*
*_कई नाम है कई धाम है_*
*_यह स्थान भी तो सुखधाम है_*
*_हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी_*
*_कही योगेश्वरी महिमा न्यारी_*
*_हर जगह उत्सव होते रहते_*
*_हर मंदिर में भगत है कहते_*
*_कत्यानी रक्षक काया की_*
*_ग्रंथि काटे मोह माया की_*
*_झूठे मोह से छुडाने वाली_*
*_अपना नाम जपाने वाली_*
*_ब्रेह्स्पतिवार को पूजा करिए_*
*_ध्यान कात्यानी का धरिये_*
*_हर संकट को दूर करेगी_*
*_भंडारे भरपूर करेगी_*
*_जो भी माँ को  पुकारे_*
*_कात्यानी सब कष्ट निवारे_*।।।


राधास्वामी
राधास्वामी
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परम गुरू महाराज साहब के बचन



प्रस्तुति - संत शरण /
रीना शरण /अमी शरण

परम गुरु महाराज साहब के बचन
बचन भाग- 1
बचन-36
           
जब तक धुर से हुक्म नही होता, तब तक कोई जीव राधास्वामी मत में शामिल नहीं होता। और जो शामिल हो गया तो जानो कि उस पर मुहर लग गई। उसका उद्धार अबेर सबेर का ख़्याल छोड़कर ज़रूर होगा। और चाहे कैसा ही है, उसका बिगाड़ नहीं हो सकता। पहले मेहर से जीव खींचा जाता है और फिर प्रेरणा करके करनी करवाई जाती है। जब यह करनी करता है तो ज़्यादा मेहर आती है।

मेहर दया करनी करवाई, करनी कर बहु मेहर बढ़ाई।
करनी मेहर संग दोऊ चलते, तब फल पूरा चढ़ चढ़ लेते।

         
 देखो, जगत में बह रहे थे। अपनी दया से मालिक ने सँभाला। जिसने उस हालत से बचाया, कब छोड़ेगा। असल में घाटा प्रीति का है। जब घाट बदलेगा, तब प्रीति आवेगी और फिर उसे राधास्वामी दयाल की क़दर आवेगी और अपने भागों को सराहेगा। बल्कि उसे लाज आवेगी कि मैं किस मुहँ से शुकराना अदा करूँ और किसे सुनाऊँ। चाहिए कि हर तरह से परतीत को क़ायम किया जावे। जब परतीत दृढ़ हुई, प्रेम जागा और जब प्रेम जागा,तो काम बनना शुरू हुआ। इसलिए परतीत मुक़द्दम (ज़्यादा ज़रूरी) है। अगर परतीत नहीं है तो यह हाल होगा कि जब कभी अभ्यास में रस मिला तब समझा कि हम पर दया है और जब न मिला तो ख़्याल होने लगा कि दया खिंच गई।
राधास्वामी।।





सत्संग के मिश्रित प्रसंग बचन




*जिस मनुष्य के हृदय में"सच्ची मानवता"हो उसकी*
 *सोच हमेशा यही होगी कि* ,
*मुझे मिला हुआ दुःख*
 *किसी को नही मिले और*
 *मुझे मिला हुआ सुख सबको मिले*🌹🌹🙏🏻🙏🏻RadhA Soami ji 🙏🏻🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
[30/03, 14:14] गौरवी सत्संगी: राधास्वामी!!  30-03 -2020 -आज शाम के सत्संग में पढ़ा गया बचन- कल से आगे -(94) दुनिया में वासनाओं की नदी बह रही है और हर शख्स, बिना ख्याल इस बात कि उसके अंदर क्या जा रहा है, दोनों हाथों से उसका पानी पी रहा है। जिस शख्स को किसी ऐसे पुरुष किस शरण प्राप्त है जो गंदगी को गंदगी देखता व समझता है और सतह पर तैरती हुई गंदगी को दोनों हाथों से हटाता है ताकि उसके साथी गंदगी निगलने से बच जावें,वहीं इस गंदगी के जहर से  बच सकता है । इसी कुदरती कानून के इस्तेमाल से सत्संग मंडली आमतौर पर संसारी वासनाओं की गंदगी से बची हुई है ।                                                🙏🏻राधास्वामी🙏🏻                                          सत्संग के उपदेश- भाग तीसरा।
[30/03, 18:08] गौरवी सत्संगी: **राधास्वामी!! 30-03-2020- आज शाम को हुए दोबारा सतसंग में पढे गये पाठ-                      (1) मगन मन केल करत। घट धुन सँग लागा री।। (प्रेमबानी-3,शब्द-11,पृ.सं.207)                                                                                (2) सुरतिया हँस हँस गावत नित्त। गुरु की आरत प्रेम भरी ।।टेक।। (प्रेमबिलास-शब्द-90,पृ.सं.127)                                                                                  (3) सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा-पहले से आगे। 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**

**राधास्वामी!! 30-03- 2020-                        आज शाम(दोबारा) के सत्संग में पढ़ा गया बचन- पहले से आगे- (95) संसार में न दौलत की कमी है, न खाने पीने की चीजों की, कमी है तो इस बात की दुनिया की दौलत चंद लोगों के हाथ में है और उसका बहाव ऐसा नहीं है कि वह हिस्सा रसदी सब तक पहुंच जाए, चुनांचे हर कौम व मुल्क के समझदार लोग ऐसी तदबीरें निकालने में मसरूफ हैं कि यह कमी दूर हो जाए ।सत्संग की तरफ से यह साला पेश की जाती है कि ए लोगो!  दौलत की मोहब्बत कम करो । उसको सिर्फ काम चलाने का जरिया या औजार समझो। दौलत इकट्ठा होने से कोई सुख पैदा नहीं होता। दौलत के इस्तेमाल से अलबत्ता सुख के सामान हासिल हो जाते हैं लेकिन जो सुख उनकी मार्फत हासिल होता है न वह सच्चा है, न हमेशा कायम रहने वाला। सच्चा व सदा रहने वाला । सच्चा सुख खुद तुम्हारे आत्मा में है। तुम आत्मा- दर्शन को अपनी जिंदगी का उद्देश्य बनाओ । दौलत पैदा करो और जब जरूरत से ज्यादा दौलत हाध आवे  तो उसे मालिक के नाम पर निछावर करो। हर शख्स को असली जरूरत सिर्फ इस कदर दौलत की है कि उसे अपनी जिंदगी का उद्देश्य यानी आत्मदर्शन की प्राप्ति में काफी सहूलियत मिले। जो दौलत मालिक के नाम पर निछावर की जावे वह सब की सब देश या जाति की बेहतरी के कामों पर खर्च करो। इन बातों पर कुछ अर्से तक अमल करके देखो कि क्या नतीजा निकलता है। नतीजा यही होगा कि तुम खुद सुखु रहोगे और तुम्हारे संगी साथी व देशवासी भी सुखी रहेंगे।।                  🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻                        सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा**

दयालबाग 30/03 को शाम के सत्संग में पढ़ा गया बचन



प्रस्तुति - अरुण अगम यादव

[30/03, 14:04] +91 94162 65214: राधास्वामी!! 30-03-2020-                             आज शाम के सतसंग में पढे गये पाठ:-                                                                           (1) उमँग मन फूल रहा। गुरू दरशन पाया री।। (प्रेमबानी-3,शब्द-10,पृ.सं.206)                                                                                        (2) सुरतिया बिनती करत रही। करो गुरु मेरा आज उधार।।टेक।। कोई दिन सँग में अपने रख कर। आप करें उस काज सँभार।। (प्रेमबिलास-शब्द-89,पृ.सं.127)                                                                                  (3) सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा-कल से आगे।।                      🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
[30/03, 14:04] +91 94162 65214: राधास्वामी!!  30-03 -2020 -आज शाम के सत्संग में पढ़ा गया बचन- कल से आगे -(94) दुनिया में वासनाओं की नदी बह रही है और हर शख्स, बिना ख्याल इस बात कि उसके अंदर क्या जा रहा है, दोनों हाथों से उसका पानी पी रहा है। जिस शख्स को किसी ऐसे पुरुष किस शरण प्राप्त है जो गंदगी को गंदगी देखता व समझता है और सतह पर तैरती हुई गंदगी को दोनों हाथों से हटाता है ताकि उसके साथी गंदगी निगलने से बच जावें,वहीं इस गंदगी के जहर से  बच सकता है । इसी कुदरती कानून के इस्तेमाल से सत्संग मंडली आमतौर पर संसारी वासनाओं की गंदगी से बची हुई है ।                                                🙏🏻राधास्वामी🙏🏻                                          सत्संग के उपदेश- भाग तीसरा।

Sunday, March 29, 2020

नमस्कार सुप्रभात Good Morning




प्रस्तुति - अभिषेक

: 🌹Good Morning🌹

A truly rich man is one whose children run into his arms when his arms are empty…..
Don’t worry what the Child will become tomorrow……
He is already someone today…
Enjoy those precious, priceless moments in the now with your child…..

🌹Have a lovely weekend🌹

 🌹Good Morning🌹

Never discourage anyone who makes progress, no matter how slow.

🌹Enjoy your weekend with family and friends🌹

🌹Good Morning🌹

Sometimes the issue isn’t that your problems are so big, it’s that you see yourself as being so small.

🌹Have a great day ahead🌹

 🌹GOOD MORNING🌹

YOUR MOTHER IS THE ONLY PERSON IN THE WORLD WHO DOESN’T HAVE TIME TO PRAY FOR HERSELF BECAUSE SHE’S ALWAYS BUSY PRAYING FOR YOU.

🌹HAPPY MOTHER'S DAY🌹

🌹Good Morning🌹

You will never understand the damage you did to someone until the same thing is done to you.

🌹Have a blessed day🌹

: 🌹Good Morning🌹

Not everything will go as you expect in your life. This is why you need to drop expectations and go with the flow of life.

🌹Have a splendid day🌹

 🌹Good Morning🌹

Remember that people will always question the good things they hear about you, and believe the bad ones without a second thought.

🌹Have a beautiful day🌹

🌹Good Morning🌹

Nobody can make the whole world Happy. Learn to keep our own self Happy and remain Happy under all circumstances in life.
The key to being Happy is a non-insisting mind, non-complaining mind and a pure mind.

🌹Have a Beautiful morning🌹

🌹Good Morning🌹

Not everyone is meant to be in your future. Some people are just passing through to teach you lessons in life.

🌹Have a great day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Happiness doesn’t follow the laws of Mathematics. When you start dividing happiness among others, it actually multiplies.

🌹Enjoy Sunday with family n friends🌹

: 🌹Good Morning🌹

Things will happen. You can't stop them from happening, but you can control your reaction from making things worse.
React Positively. Live Happily.

🌹Have a Happy Day🌹


🌹Good Morning🌹

Don’t look for someone who will solve all your problems.

Look for someone who won’t let you to face them alone.

🌹Have a happy day🌹

🌹Good Morning🌹

The size of your problems is nothing compared with your ability to solve them. Don’t overestimate your problems and underestimate yourself.

🌹Have a splendid day🌹


: 🌹Good Morning🌹

Every situation in life is temporary. So, when life is good, make sure you enjoy and receive it fully. And when life is not so good, remember that it will not last forever and better days are on the way…

🌹Have a nice weekend🌹


 🌹Good Morning🌹

Life has many different chapters for us. One bad chapter does not mean the end of the book.

🌹Have an amazing day🌹


राधास्वामी
राधास्वामी

मोहक मनमोहक सुंदर अनमोल प्रेरणादायी उक्तियां



 प्रस्तुति - कुसुम सहगल

 ✍✍ *

"पैर" को लगने वाली* *"चोट"......*
  *"संभल" कर चलना* *सिखाती है....,,*
        *....... और........*
  *"मन" को लगने वाली* *"चोट".....*,
 *"समझदारी" से जीना* *सिखाती है....!!!*
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                     *🙏सुप्रभातम् 🙏*


*सादगी सर्वोत्तम सुन्दरता है,*
*क्षमा अतुलनीय बल है,*
*नम्रता सर्वश्रेष्ठ गुण  है*
            *एवं*
*मैत्री सर्वोत्कृष्ट संबंध है ।*


     *🙏सुप्रभात🙏*

रिश्ते बरकरार रखने की
सिर्फ एक ही शर्त  है

भावना देखें, संभावना नहीं।*।


💐💐 *सुप्रभात* 💐💐


*इंसान नहीं बोलता,*
*उसके दिन बोलते हैं..*

*जब दिन नहीं बोलते तो,*
*इंसान लाख बोले,*
*उसकी कोई नहीं सुनता!!*

       *🙏सुप्रभात🙏*

*उम्र थका नही सकती,*
             *ठोकरे गिरा नही सकती.!*

           *अगर जितने की जिद हो तो,*
    *"परिस्थितियाँ" भी हरा नही सकती.!*
Good morng 🌹

*
आप अकेले बोल तो सकते है;*
                   *परन्तु...*
       *बातचीत नहीं कर सकते ।*
  *आप अकेले आनन्दित हो सकते है*
                    *परन्तु...*
       *उत्सव नहीं मना सकते।*
   *आप अकेले मुस्करा तो सकते है*
                    *परन्तु...*
      *हर्षोल्लास नहीं मना सकते.*
           *हम सब एक दूसरे*
           *के बिना कुछ नहीं हैं;*
    *यही रिश्तों की खूबसूरती है...*


      🌹 *सुप्रभात* 🌹


*सलाह के सौ शब्दो से ज्यादा*
          *अनुभव की एक ठोकर*

                   *इंसान को*
         *बहुत मजबूत बनाती है*

                  *सुप्रभात*


जैसै हैं वैसे ही रहिये
क्योंकि मूल प्रति की कीमत
छाया प्रति से अधिक होती है

*सुप्रभात*💐💐

 😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴


*रेस चाहे गाड़ियों की हो या ज़िंदगी की  ,  जीतते वही लोग हैं जो सही वक़्त पे गियर बदलते  है    ••*
                👉🏻    *शायद*     👈🏻


🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷🧴😷


🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼🌺🙏🏼


*जिन्दगीं को देखने का*
              *सबका*
*अपना अपना नजरिया होता है*

*कुछ  लोग  भावना  में  ही*
*दिल की बात कह देते है,*
              *और...*
   *कुछ  लोग  गीता  पर  हाथ*
   *रख कर भी सच नहीं बोलते*

* Good Morning *


पुराने लोग भावुक थे,*
*तब वो संबंध को संभालते थे।*

*बाद मे लोग प्रॅक्टिकल हो गये*
*तब वो संबंध का फायदा उठाने लग गए।*

*अब तो लोग प्रोफेशनल हो गए*
*फायदा अगर है तो ही संबंध बनाते है*

          ..🌹सुप्रभात 🌹

राधास्वामी
राधास्वामी


।।।



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Good Morning




प्रस्तुति - अभिषेक कुमार

[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

The more you “Leave”…
The more you “Live”…

A single logic to stop getting hurt is
By believing that nothing is mine…!!!

🌹Have a happy day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

A truly rich man is one whose children run into his arms when his arms are empty…..
Don’t worry what the Child will become tomorrow……
He is already someone today…
Enjoy those precious, priceless moments in the now with your child…..

🌹Have a lovely weekend🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Never discourage anyone who makes progress, no matter how slow.

🌹Enjoy your weekend with family and friends🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Sometimes the issue isn’t that your problems are so big, it’s that you see yourself as being so small.

🌹Have a great day ahead🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹GOOD MORNING🌹

YOUR MOTHER IS THE ONLY PERSON IN THE WORLD WHO DOESN’T HAVE TIME TO PRAY FOR HERSELF BECAUSE SHE’S ALWAYS BUSY PRAYING FOR YOU.

🌹HAPPY MOTHER'S DAY🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

You will never understand the damage you did to someone until the same thing is done to you.

🌹Have a blessed day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Not everything will go as you expect in your life. This is why you need to drop expectations and go with the flow of life.

🌹Have a splendid day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Remember that people will always question the good things they hear about you, and believe the bad ones without a second thought.

🌹Have a beautiful day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Nobody can make the whole world Happy. Learn to keep our own self Happy and remain Happy under all circumstances in life.
The key to being Happy is a non-insisting mind, non-complaining mind and a pure mind.

🌹Have a Beautiful morning🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Not everyone is meant to be in your future. Some people are just passing through to teach you lessons in life.

🌹Have a great day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Happiness doesn’t follow the laws of Mathematics. When you start dividing happiness among others, it actually multiplies.

🌹Enjoy Sunday with family n friends🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Things will happen. You can't stop them from happening, but you can control your reaction from making things worse.
React Positively. Live Happily.

🌹Have a Happy Day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Don’t look for someone who will solve all your problems.

Look for someone who won’t let you to face them alone.

🌹Have a happy day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

The size of your problems is nothing compared with your ability to solve them. Don’t overestimate your problems and underestimate yourself.

🌹Have a splendid day🌹
[29/03, 23:31] अभिषेक औरंगाबाद: 🌹Good Morning🌹

Every situation in life is temporary. So, when life is good, make sure you enjoy and receive it fully. And when life is not so good, remember that it will not last forever and better days are on the way…

🌹Have a nice weekend🌹

दयालबाग में आज 29/03 को सुबह शाम का सत्संग



: **राधास्वामी!!

 29-03-2020         
          
  आज सुबह के सतसंग में पढे गये पाठ:-                                                                                    (1) राधास्वामी लिया अपनाय सखी री। शोभा अदभुत आज लखी री।। राधास्वामी चौथा लोक कहें री। राधास्वामी अलख अलोक भनें री।। (सारबचन-शब्द-पाँचवा-पृ.सं. 62)                   

 (2) सुरतिया अधर चढी। गुरू दई प्रेम की दात।। धुन रस पाय सुरत अब जागी। दूर हुए मन के उतपात।। ( प्रेमबानी-2,शब्द-92,पृ.सं.211)                       

🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**


**राधास्वामी!! 29-03-2020 
                   
आज शाम के सतसंग में पढे गये पाठ:-                                                                                 

    (1) गुरु दरशन बिन चैन न आवे। मैं कौन उपाय करुँ।। (प्रेमबानी-3,शब्द-9,पृ.सं.206)                                                       

(2) सुरतिया बिनती करत रही। करो गुरु मेरा आज उधार ।।टेक।। (प्रेमबिलास-शब्द-86,पृ.सं.125)                                                                                           (3) सतसंग के उपदेश-भाग-तीसरा-कल से आगे।।                                                   

   🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**


**राधास्वामी!

!  29-03 -2020

 आज शाम के सत्र में पढ़ा गया बचन-

कल से आगे-( 93)

अगर हम उन सब तदबीरो को, जिन्है सृष्टि के शुरू से इंसान अंधेरा दूर करने के लिए अमल में लाया , और उन सब दिक्कतों को जो उसने इस सिलसिले में बर्दाश्त की, ख्याल में लावें तो मालूम होगा कि इंसान पहले अंधेरा दूर करना कैसा मुश्किल है लेकिन जब सूर्य उदय होता है तो आपसे आप हर अमीर व गरीब के घर से अंधेरा दूर हो जाता है , किसी को कुछ भी तरद्दुद नहीं करना पड़ता । आंखें खोलते ही अंधेरा गायब दिखलाई देता है । इसी तरह सृष्टि के शुरू से आज तक मोक्ष हासिल करने के लिए इंसान ने जो जो सख्त तकलीफ उठाईंं और कठिन साधन किये उनको ख्याल में लाने से मालूम होता है कि मोक्ष हासिल करना कैसा मुश्किल है लेकिन जब संतों ,महात्माओं के संसार में तशरीफ लाने से रुहानियत  का सूर्य उदय हो जाता है तो किसी भी शख्स को खास तरद्दुद करने की जरूरत नहीं रहती, सिर्फ आंखें खोल कर उनकी पहचान करने की हाजत रह जाती है। इससे समझ में आ सकता है कि अगर राधास्वामी दयाल रुहानियत के सूर्य है और हमें उनकी सच्ची पहचान आ गई है तो हमारे लिए मोक्ष हासिल करना आसान हो गया है।                                         

 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻

 सत्संग के उपदेश भाग तीसरा**

राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
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सूर्य को जल चढ़ाने का अर्थ

  प्रस्तुति - रामरूप यादव  सूर्य को सभी ग्रहों में श्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि सभी ग्रह सूर्य के ही चक्कर लगाते है इसलिए सभी ग्रहो में सूर्...