Tuesday, July 12, 2022

धीरे धीरे

 🌺🙏🙏🌺

  🌼🌼🌼🌼🌼


चली जा रही है

ऊमर धीरे धीरे, 

योंही आठों पहर

धीरे धीरे, 


🌼 ताते सुमिरन भजन करले, 

धीरे धीरे, 


🌼 बचपन बीता जवानी बीती, 

बुढापा आ रहा है, 

धीरे धीरे, 


🌼 ताते सुमिरन भजन करले, 

धीरे धीरे, 


🌼चली जा रही है

ऊमर धीरे धीरे, 

आठों पहर धीरे धीरे, 


🌼हाथ पैरों में बल न रहेगा, 

कमर झुक जायेगी, 

धीरे धीरे, 🌼


ताते अभी सेवा सतसंग, 

करले, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼 सुमिरन भजन करले, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼 चली जा रही है, 

ऊमर धीरे धीरे, 

योंही आठों पहर 

धीरे धीरे, 🌼


🌼मन को दुनिया के मोह माया से, 

हटाले धीरे धीरे, 🌼


सतगुरु के चरणों में 

मन को लगाले

धीरे धीरे, 🌼


🌼 उमर बीती जा रही है, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼 बेटा बेटी नाती

कुटम परिवार ठाठ हवेली, 

तुझसे अलग हो जायेंगे, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼ताते सुमिरन भजन करले, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼उमर बीती जा रही है, 

धीरे धीरे, 

आठों पहर धीरे धीरे 🌼


🌼रात दिन मेहनत करके, जो दौलत कमाई तुने, 

यही खर्च हो जायेगी 

धीरे धीरे, 🌼


ताते सतसंग , सेवा, सुमिरन, ध्यान, भजन कर परमारथ की दौलत कमाले, 

जमा हो जायेगी, 

धीरे धीरे, 🌼


🌼ऊमर बीती जा रही है, 

धीरे धीरे, 

आठों पहर धीरे धीरे,


🌼कहन सतगुरु की मान, 

धीरे धीरे, 

धुन नाम की सुन, 

धीरे धीरे, 

निज रुप का दर्शन हो जायेगा, 

धीरे धीरे, 🌼

🙏🙏🙏🙏🙏

🌹🌹🌹🌹🌹

सतगुरु सेवक

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