Monday, April 25, 2022

खुश रहने की सलाह

 🙏

      राधास्वामी

ग्रेशस हुज़ूर सतसंगी साहब जी के मार्गदर्शन में 🌹

मेरिज पंचायत दयालबाग की सभी सतसंगी परिवारों को खुश हाल रहने के लिए सलाह, सुझाव, 🌹🙏🙏🙏🌹

1- वर वधू के लिए

    🌸🌸🌸🌸

1- 🌹साफ पट्टी पर, सकारात्मक दृष्टिकोण से, बिना किसी पूर्वागृह के, अपने वैवाहिक जीवन को शुरू करें,,


2-🌹 मुक्त रुप से वार्तालाप जारी रखें, और मतभेदों के बिना एक दूसरे से कुछ भी छिपाए, बात चीत कर सुलझाते रहे, छोटी मोटी कमियों पर, ध्यान न दे कर एक दूसरे के गुणों की सराहना करें,, 


3-🌹एक दूसरे के अधिकारों एवं व्यक्तित्व का सम्मान करिये, 

यदि पत्नी द्वारा नौकरी करने के प्रशन का पहले से हल न लीया गया हो, तो एक दूसरे के अधिकारों का सम्मान करते हुए, पारस्परिक रूप से विचार विमर्श करके, हल निकाले, 

ऐसी स्थिति में गृह कार्य और बच्चों के लालन पालन के विषय में भी निणृय कर लें, पत्नी को उसकी आय का कुछ हिस्सा अवश्य प्रयोग करने दें,, 


4-🌹 दौनों एक दूसरे के परिवारों का सम्मान करें,  उनसे सीखें, और उनकी परामर्श और आलोचनाओं को, यदि कुछ हो, तो सही मनोभाव से मान लें, 


5-🌹 बच्चों के पैदा हो जाने पर, उनके समक्ष सही सतसंगी जीवन, विशेष रूप से सतसंग आर्दशों को जीने का उदाहरण प्रस्तुत करना, हर एक दम्पति का प्रथम लक्ष्य  होना चाहिए,, 


6-🌹 समान रुचियां विकसित करनी चाहिये, जिससे सभी कामों में हाथ बटाया जा सकें, 

पति पत्नी को एक दूसरे के काम और रोजगार में सकारात्मक रुचि लेनी चाहिए,, 🙏🙏


2- 🌹वर के लिए

      🌸🌸🌸🌸


1-🌹 परिवार की धुरी होने के कारण  आपको, सर्तक, अच्छा, पक्षपात रहित, सबकी सुनते हुए, बातचीत करते हुए, सभी परिवारजनों  की विविध इच्छाओं और आवश्यकताओं की पूर्ति, प्यार और धैर्य से, करते रहना होगा, 

यह संतुलन बनाए रखने बाली क्रिया एक कठिन कार्य है, मगर इसे जीवन भर करना होगा,, 


2-🌹 समझदारी और प्रेम से अपनी पत्नी की मदद इस प्रकार करें, कि वह आपके परिवार में घुलमिल जाय, जिससे वह आपके माता पिता व अन्य परिवारजनों के बीच संतुलन बनाये रखने में, आपकी मदद कर सकें, 


3-🌹 परिवार की दो प्रमुख कुंजियां है,, आपकी माता और आपकी पत्नी, एक ने आपको जन्म दीया है, और दूसरी आपका भविष्य है, 

उन दोनों को, किसी की अवहेलना कीये बगैर, खुश रखें, 

जिससे वह दोनों अन्य सभी की देखभाल करें, 

इस बारे में हुज़ूर मेहता जी महाराज के दीये परार्मशों का पालन करें, 

🙏ईमानदारी व परिश्रम से कमाई करें, 

अपनी पत्नी के माता पिता से कुछ भी मांग करना हेय है, चाहे यह मांग मेरिज पंचायत के द्वारा  निरधारित सीमाओं के भीतर ही क्यो न हो, 

आपके माता पिता जो   बुजुर्ग हो रहे हैं, उनकी पूरी तरह से देखभाल करें, 

उनको आपके धन से अधिक आपके प्रेम और समय की आवश्यकता है,, 

      🙏🙏

3-🌹वर की माता के लिए

🌸🌸🌸🌸🌸

1-🌹 वधू का स्वागत खुले मन, खुले दिमाग, व खुले दिल से अपनी बेटी के समान करें, 

दहेज की बात कदापि न करें, 

वधू के अवगुणों को नजरअंदाज करते हुए उसके गुणों की प्रशंसा करें, और बहुत जल्दी अधिक आशाएं ना करे ,, 

2-🌹 नवविवाहित दम्पति के निजी जीवन में दखल दीऐ  बिना, वधू को प्रेम, दयालुता और धैर्य से अपने परिवार में समायोजित होने में सहायता करेे, और यह स्वीकार कि अब आपके पुत्र  के प्रेम की भागीदार आपके साथ साथ उसकी पत्नी भी है,, 

3-🌹 दम्पति के निजी सम्बन्धों में हस्तक्षेप न करें , 

     🙏🙏

4-🌹वर के पिता के लिए

🌸🌸🌸🌸🌸

1-🌹 अपने परिवार में होने वाली समस्याओं पर नजर रखें, और उचित समय पर, मधुरता से मर्गर्दर्शन करें, 

2-🌹 अपने पुत्र और पुत्र वधू को समान नजर से देखें, 

        🙏🙏

5-🌹 वधू के माता पिता के लिए

🌸🌸🌸🌸🌸

1-🌹 अपनी बेटी को ऐसी शिक्षा दें जिससे वह अपने पति के परिवार में पूरी तरह से समायोजन कर सकें, 

अपने सच्चे प्रयासों से धैर्य से और दीनता से बडों के प्रति सम्मान द्वारा उनका प्रेम जीत सकें, 

अपनी बेटी के पारिवारिक मामलों में कदापि हस्तक्षेप ना करें, और जरूर हो तो उसे अपना पूरा भावात्मक संरक्षण दें, और सामर्थ्य के अनुसार आर्थिक संरक्षण भी दें,, 

      🙏🙏

6-🌹 वधू के लिए

    🌸🌸🌸🌸

1-🌹 केवल अपने पति के प्रति ही नहीं उसके सभी परिवारजनों के साथ एकरूपता बनाए रखें,, 

2-🌹 अपनी सासु माँ के साथ अपनी माँ जैसा ही आदर व प्रेम रखें, और यह भी सुनिश्चित करें कि आप   या आपके पति उनके माता पिता या अन्य परिवारीजन  की अपेक्षा तो नहीं कर रहे हैं,

3-🌹 अपने पति के परिवार का अंग बनते हुए उनके सभी घरेलू कामों में हाथ बटायें,

और यदि आप काम काजी महिला है, तो बिना कुछ छिपाए अपने बच्चों के तथा भविष्य के लिए कुछ बचत करते हुए, परिवार में अपेक्षित योगदान दें, 

4-🌹 कभी भी अपने माता पिता के परिवार की परम्पराओं अथवा सुविधाओं का शादी के बाद बखान न करें,, 

🌹🌹🌹🌹🌹

🙏🙏🙏🙏🙏

यह एक अमुल्य ओषधि, सभी सतसंगी परिवारों के लिए है, इन बातों का पालन हम सभी सतसंगी परिवार करते हैं तो किसी की भी कोई समस्या किसी के सामने नहीं आयेगी

और न किसी की यह शिकायत होगी कि हमने सतसंगी परिवार से शादी की और इस तरह की कोई समस्या आई, और हम लोग अन्य गैर सतसंगी परिवारों पर गैर सतसंगी समाज पर भी अपने सतसंग शिक्षा का असर डालने में कामयाब होगें, 

सो सभी से 🙏निवेदन है कि बताऐ इस रास्ते पर चलें और खुश हाल जीवन जीने


🙏राधास्वामी🙏

इसकी हाडकापी किसी भी भाई बहन को चाहिए तो आप मुझे कौल करें में आप तक पहुंचा दूगां, 

🙏आपका अपना

प्रे०भाई जी०एस० पाठक

6397831325

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