Monday, September 25, 2023

एक सत्संगी भाई का पत्र प्रधानमंत्री के नाम

 प्रति,


श्रीमान नरेंद्र दामोदरदास मोदी

माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार


प्रतिलिपि:-

श्री योगी आदित्यनाथ

 माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश


सम्माननीय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी


सादर रा धा/ध: स्व आ मी !


महोदय,


आपको पूरे सम्मान और आदर के साथ अवगत करा रहा हूं कि, क्योंकि राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग आगरा में आगरा जिला प्रशासन ने शनिवार और रविवार को जो कुछ भी किया, उसके बावजूद मुझे अब भी यह भरोसा, उम्मीद और विश्वास है कि आप न्याय करेंगे। रविवार से लेकर सोमवार तक दयालबाग आगरा में कोई भी सतसंगी सोया नहीं पर, उसने धर्म और समाज के प्रति अपना फर्ज नहीं छोड़ा भी नहीं। जिसकी जो सेवा निर्धारित थी या निश्चित है, उसने पूरे मनोयोग से उस कार्य को निभाया और निभा रहा है। क्योंकि हम धर्म और कर्म में विश्वास करते हैं, राजनीति में नहीं। यह बात अलग है कि कल हुए पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में अनेकानेक सतसंगी घायल हुआ, फिर भी उसने अपने चोट की परवाह नहीं की और समाज सेवा में जुटा हुआ है। उसे इलाज तक नहीं मिला, जिला अस्पताल में पुलिस ने उनका इलाज नहीं होने दिया, मेडिकल नहीं होने दिया। जब तक वह इलाज के लिए जिला अस्पताल में मिन्नतें करते रहे भारी पुलिस बल वहां मौजूद रहा, पुलिस ने ना तो उनकी रिपोर्ट लिखी ना ही उनका इलाज होने दिया और ना ही उनका मेडिकल। जिला अस्पताल प्रशासन भी इसमें पुलिस के सहयोग में ही रहा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी आगरा और चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल दोनों अपने कर्तव्यों से विमुख रहे।

यह सब इसलिए क्योंकि सतसंगी सौ वर्षों से अधिक समय से उसके आचार्यों की पावन-पवित्र भूमि पर निस्वार्थ भाव से सेवा करता आ रहा है। अब आगरा जिला प्रशासन बिल्डर लॉबी को लाभ पहुंचाने के लिए बिना उनके कागजात की जांच किए, जबरन उक्त जमीन को अपनी बताने में लगा है। ताकि बिल्डर लाॅबी को उनके महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए रास्ता दिला सके, और आर्थिक लाभ कमा सके। यह पावन भूमि ब्रितानी सरकार के जमाने से राधास्वामी सत्संग सभा की है। राधास्वामी सतसंग सभा कभी दान नहीं लेती है, वह अपने श्रम से अर्जित व्यवस्था से चलती है। यह सब सिर्फ हमारा कहना नहीं है, पूर्व में यहां का दौरा कर चुके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख आदरणीय मोहन भागवत जी ने भी इस संस्था की इस तरह की व्यवस्था की तारीफ की थी, यहां की व्यवस्था और समस्त सतसंगी जगत, सतसंगियों की सेवा भावना की सराहना की थी।

ऐसी पावन और पवित्र भूमि पर निगाह गड़ाई बिल्डर लॉबी साम-दाम-दंड-भेद विफल रहने पर अब आगरा जिला प्रशासन के जरिए अपनी कुत्सित भावनाओं की पूर्ति में लगी है। इसी कड़ी में रविवार को पुलिस ने सतसंगी माँ, बहन, बेटियों और बच्चों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया, उनके रक्त से इस पावन भूमि को लाल कर दिया। हमारे परम प्रिय गुरु महाराज डा. एमबी लाल साहब के समाधि स्थल को खंडित कर दिया है। इससे देश-विदेश में रह रहे करोड़ों सतसंगियों का हृदय चित्कार कर उठा, उनकी तड़प का सहज अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। उनमें सरकारी व्यवस्था और आगरा जिला प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है, आक्रोश है। प्रशासन अब कागजों की जांच की बात कह रहा है, इसके लिए उसने सात दिन के समय दिया है। तो उसने पहले यह काम क्यों नहीं किया, जबकि राधास्वामी सत्संग सभा और उसके पदाधिकारी लगातार यह मांग कर रहे थे कि वह हमारे कागजों को देखें उनकी जांच करें और उस आधार पर आगे की कार्रवाई करें। प्रशासन को जब यह बात आज सही लग रही है तो कार्रवाई से पहले क्यों नहीं लगी और उसने यह अराजकता क्यों फैलाई?


वह भी तब जब उसे अच्छी तरह से मालूम है की राधास्वामी सत्संग सभा के वर्तमान आचार्य परम श्रद्धेय, परम वंदनीय श्रीमान प्रेम सरन सत्संगी साहब जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए एग्रो इकोलॉजी का अभियान चलाए हुए हैं। ‌ सभी सतसंगी की जान से इस सेवा में लगे हैं, आगरा ही नहीं, पूरे भारत में वरन पूरे विश्व में। सतसंग की सीख है, सादा जीवन उच्च विचार और शुद्ध जीवनशैली। हम प्राणी मात्र की सेवा के संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं और बढ़ रहे हैं।

इसी संकल्प का हिस्सा है आगरा पोइया घाट पर यमुना तीरे बैकुंठ धाम। जहां सतसंग सभा के वर्तमान आचार्य परम श्रद्धेय परम वंदनीय श्रीमान प्रेम सरन सत्संगी साहब की प्रेरणा और नेतृत्व में सत्संगी भाई बहनों, बच्चों और बुजुर्गों ने अपने निस्वार्थ श्रम से यमुना के तट को वहां  से लाखों टन कूड़ा साफ कर निर्मल कर दिया। वहां पर औषधिगुण युक्त हजारों पौधों की अनुपम वाटिका तैयार कर दी। वह भी अपनी जमीन पर, बिना किसी सरकारी सहायता और दान के। यह सब किया गया जीव जगत के सुरक्षित भविष्य के लिए। और ऐसे पावन और पवित्र लोगों के विरुद्ध आपका प्रशासन क्या और किस तरह की कार्रवाई कर रहा है, हमें नहीं लगता कि आप इसको सहन कर पाएंगे। यह प्रशासनिक षड्यंत्र का हिस्सा है या कुछ और। मैं नहीं जानता पर, प्रशासन लगातार पावन और पवित्र संस्था राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग आगरा की नेक छवि को बिगड़ने के लिए लगातार अनर्गल बयानबाजी भी कर व करा रहा है। संस्था शैक्षिक, स्वास्थ्य व रोजगार सृजन सहित सभी सामाजिक सरोकारों में न सिर्फ बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है, बल्कि सेवा भाव से लगातार कार्य भी कर रही है। फिर भी हम और हमारे जैसे लोगों के साथ यह सब हो रहा है, किया और कराया जा रहा है।


ऐसी पवित्र पावन संस्था और उसके लोगों के खिलाफ ढाई हजार पुलिस और पीएसी कर्मियों के साथ, दमकल और बुलडोजर लेकर कार्रवाई करना, बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं पर लाठी चलाना ये कहाँ का न्याय है ?

लोकतंत्र में लोक की कोई अहमियत नहीं, यह लाठी चलाने वाले लोग अपने को लोक सेवक कहते हैं पर, काम इन्होंने अंग्रेजी सरकार की मानसिकता का किया है।

सतसंग सभा और सतसंगियों ने देश की आजादी के लिए भी भरपूर सहयोग, बलिदान और कार्य किया। स्वदेशी आंदोलन को मजबूती देने के लिए अपने यहां सभी सामानों का निर्माण करना शुरू किया और पूरे देश में इसका फैलाव किया। बाद के वर्षों में जब-जब देश और समाज को आवश्यकता पड़ी सतसंग सभा और सतसंगी डटकर देश और देश के लोगों के साथ खड़ा रहा। कोरोना काल में जब लॉकडाउन था लोग अपने घरों में बंद थे, तब भी सतसंगी कृषि कार्य को करने से पीछे नहीं हटा। क्योंकि लोगों के जीवनयापन के लिए भोजन की आवश्यकता में कहीं कोई कमी ना पड़े, इसलिए उसने अपनी सेवा भाव को नहीं छोड़ा। सतसंग सभा द्वारा संचालित सरन आश्रम अस्पताल में सत्संगी पूरे सेवाभाव और मनयोग से अपनी जान की परवाह न करते हुए डटा रहा।

सनातन संन्यास धर्म की तरह ही हम राधास्वामी मत के अनुयायी गुरु-शिष्य परंपरा में अटूट विश्वास और श्रद्धा रखते हैं। हम किसी को अपना शत्रु नहीं मानते, सभी का हम आदर और पूरा सम्मान करते हैं।

धर्म के साथ-साथ राष्ट्र हित भी हमारे लिए सर्वोपरि है। संपूर्ण प्राणी जगत और राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और निरंतर कार्य कर रहे हैं।

अब आरोप लग‌ए और लगवाए जा रहे हैं, भ्रमित किया जा रहा हैं कि हमने बहनों और बच्चों को आगे किया, पथराव कराया, जबकि सभी को यह पता है कि सर्दी, गर्मी और बरसात तीनों मौसम में बिना नागा, प्रतिदिन सभी सतसंगी क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग और क्या महिलाएं  पिछले सौ वर्षों से निरंतर खेतों में सेवा के लिए सुबह और दोपहर 3:00 बजे से खेतों में चले जाते हैं। वहां श्रमदान करते हैं, वहीं पर सतसंग करते हैं और वहीं पर शारीरिक व्यायाम भी करते हैं। इस दौरान आसपास के गांव के ग्रामीण व उनके बच्चों के लिए शिक्षा का श्रमदान, स्वास्थ्य का श्रमदान और शारीरिक व्यायाम का श्रमदान भी किया जाता है। उन्हें निश्शुल्क चिकित्सी परामर्श के साथ-साथ निश्शुल्क दवा भी वितरित की जाती है।

महिलाओं और युवतियों को अपनी आत्मरक्षा के लिए वहीं पर शारीरिक सुरक्षा-आत्मरक्षा हेतु ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसमें लाठी-पीटी भी शामिल है। हमारे गुरु महाराज भी हम सभी के साथ इस सेवा में बराबर से हिस्सेदारी करते हैं, भाग लेते हैं, खेतों की सेवा करते हैं, श्रमदान करते हैं। इस दौरान सतसंग सभा की ओर से सभी को पौष्टिक गुणवत्ता वाली खाद्य पदार्थ मुहैया कराए जाते हैं। सभी को यह मालूम है, फिर भी भ्रम फैलाया जा रहा है। यह कौन कर रहा है और क्यों कर रहा है, किस उद्देश्य से कर रहा है, सरकार और जिला प्रशासन का फर्ज बनता है कि इसका पता लगाए और उनको बेनकाब करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। जोकि नहीं किया जा रहा। अधिकांश मीडिया भी अपना धर्म और फर्ज भूल कर पीत पत्रकारिता में जुटा हुआ है। होंगे उनके कोई निजी स्वार्थ। पर, सरकार का क्या स्वार्थ है, प्रशासन का क्या स्वार्थ है।

राष्ट्र निर्माण और समस्त जीवों की रक्षा व सेवा को समर्पित हम सतसंगी व्याकुल है और न्याय की आशा रखते हैं।

आपसे सादर आग्रह और अनुरोध है कि आप यथाशीघ्र इस मामले को देखें और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए हम सतसंगियों के साथ न्याय करें।


आदर सहित

प्रेमी भाई अनूप कुमार सिंह

दयालबाग़  आगरा -282005

25 सितम्बर 2023

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