Wednesday, June 1, 2022

सत्संग में बुजुर्ग

 *सत्संगी अपनी ब्रांच के बुजुर्गों से सब कुछ सीखते हैं उन से धीरे धीरे उनकी सेवा भी यह कह कर धीरे धीरे ले ली जाती है की वे सिर्फ अब हिदायत दें फिर एक दिन आता है सारी सेवाएं नव युवक युवतियां संभाल लेते हैं । अच्छी बात है*


*पर कभी सोचा है आप ने जब आप को वो सब कुछ सिखा रहे थे तब कितना प्यार भी दर्शा रहे थे और आप लोगों ने उन्हें अब इग्नोर कर दिया है ना उनसे सीखने के लिए आप उनसे संपर्क करते हैं ना ही उनका हाल चाल पूछना जरूरी समझते हैं।*


*ब्रांच के उच्च अधिकारी उन बुजुर्गों को सम्मानित करने पर विचार करें जिन्होंने ब्रांच उन्नति के लिए सेवा का योगदान दिया है ऐसा करने से बुजुर्गों को महसूस नहीं होगा कि ब्रांच में उनकी जरूरत नहीं या वे ब्रांच का हिस्सा नहीं।*


*समय समय पर बुजुर्गों से विचार विमर्श करें  राय तो सब की लें फिर ब्रांच के लिए जो ठीक हो वही करें।*


*एक से पांच लोगों की ड्यूटी लगाई जाए बुजुर्गो को हर हफ्ते कॉल करके उनका हाल चाल पता किया जाए।*


*बुजुर्ग सत्संगी हर brach की नीव हैं उनका ध्यान रखे।*


 *राधास्वामी* 🙏

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