Friday, February 11, 2022

महत्वपूर्ण एनाउसमेंट 10/2/22 शाम के खेतो के समय*

 


जो  निस्वार्थ  सेवा  करेंगे  और  ये  धुन  जो  राधास्वामी  की  हैं  सुनेंगे,  तो  आपकी   सुरत  अपने  आप  ही  आकर्षित  हो  जाएगी।  राधास्वामी  दयाल  आपको  गोदी  में  उठा  कर  लेजाएगे।


*सा  रे  गा  मा  पा  धा  नि  सा* 


पे  इस  धुन  को  एक्सटेंड  किया  गया  हैं।  उसी  को  सीरियल  ले  करते  हुए  यह  धुन  को  बनाया  गया  हैं। एसेंडिंग  और  डिसेंडिंग  ऑर्डर  में  आप  अपने  शब्द  पाठ  को  सिंक्रोनाइज  करते  हुए  आगे  से  करेंगे।


जो  क्लासिकल  म्यूजिक  का  ज्ञान  रखते  हैं,  उनसे  सलाह  लेके  और  शब्दों  की  धुन  इसके  साथ  सिंक्रोनाइज  कराकर,  उनसे  ट्रेनिंग  लीजिए  उनके  साथ  रिहर्सल   करिए।


देखिए,  आपको  अपनी  आत्मा  को  गुरु  महाराज  की  आत्मा  से  जोड़ना  हैं। आप  उनकी  आंखों  में  दृष्टि  से  दृष्टि  मिलाएंगे और  जो  फिजिकली  यहाँ  पर  मौजूद  नही  हैं, वो  गुरु  महाराज  की  फोटोग्राफ  में  आखों  से  आँखे  मिलाएंगे(दृष्टि  से  दृष्टि  मिलाएंगे)। जैसा  आपने  शब्दो  में  भी  सुना  हैं, मुरशिद  की  आँख  बीच  से  हैं  रास्ता  चला, तो  आप  ऐसा  करेगे  और  ये  ऑडियो  में  राधास्वामी  धुन  सुनते  जाएंगे साथ - साथ, यह  आपके  लिए  प्राइमरी  इंडिकेशन  हैं। इसके  साथ - साथ  ऐसा  करेगे, राधास्वामी  नाम  ही  प्राइमरी  फोर्स  हैं, अगर  आप  ऐसा  करेगे  तो  अपने  आप  सुरत  का  खिंचाव  होगा  और  राधास्वामी  दयाल  आपको  गोद  में  बैठा  कर  निज  धाम  लेजाएगे।


देखिए  पहले  यह  धारणा  थी  कि  वीडियो  मेन  हैं, लेकिन  ऑडियो  मेन  हैं  और  इस  तरह  से  ऑडियो  में  ये  धुन  सुनने  से आपका  फायदा  होगा।  वीडियो  तो  सुपरवाइज  मोड  में  कुछ  लोग  ही  इसको  देखते  हैं।


यहाँ  पर  उपदेश  दिया  जाता  हैं,  उसका  दारोमदार  तो  राधास्वामी  नाम  में  ही  निहित  हैं। उसी  के  द्वारा  आप  आगे  निजधाम  तक, उसको  पकड़कर  ही  आप  वहाँ  तक  पहुंच  सकते  हैं। उसी  से  आपका  उद्धार  होगा। अभ्यास भी  नही  करेगे,  तब  भी  पार  लग  जाएंगे।


*साहब  जी  महाराज  ने  फरमाया  था,  ८वे  संत  सत्गुरु  की  बहुत  महिमा  होगी। लेकिन  ९वे  संत  सत्गुरु  की  महिमा  उससे  दोगुनी  होगी और  वैसे  ही  आगे  होता  रहेगा। दोगुने  से  चौगुनी, चौगने  से  अट्ठनी, इस  तरह  होता  रहेगा। अनंतकाल  तक  ये  प्रोसेस  चलता  रहेगा।*


राधास्वामी

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