Monday, February 14, 2022

रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी, जाप / धुन

 : *रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,                                 रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,                                 रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,      

                

राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी!      🌹🌹


 *गुरु  आज्ञा  जो  शिष्य  करहि,*


*वह  करतूत भक्ति  फल  देही ।।*



इसी  में  सारा  तथ्य  हैं, यहीं  प्रिंसिपल  एडॉप्ट  करिए,  बाकी  कुछ  नही। जो  गुरु  महाराज  फरमाते  हैं,  उसको  फॉलो  करिए, अपना  दिमाग  लगाएगे  तो  घड़े  में  जाएंगे, कभी  नही  उबर  पाएंगे। 


*राधास्वामी*


 *यह तो घर है प्रेम का, खाला का घर नाहिं ।*

*सीस उतारे भुइॅ धरे, तब घर पैठे माहिं।।*


 *यही कहन है Prem Saran का*


धुन जो हम  सुनते वही सब कुछ है। जो पाठ सुनते है वो descriptive है।

धुन सुन कर ही निज धाम पहुंचेंगे।

हमे articulative एंड accelerative होना है।


*रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,                               

 रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,                             

   रा धा स्वा मी, रा धा स्वा मी,                     

  राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी राधास्वामी!      🌹🌹*

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