Tuesday, October 5, 2021

सतसंग पाठ M/ 051021

 **राधास्वामी!  / 05-10-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-                                                         

 परम पुरुष प्यारे राधास्वामी ,

 धर संत सरूपा , जग आये री । राधास्वामी ३, प्यारे राधास्वामी रे ॥१॥                                                           करी मेहर घनेरी ,

जिव भाग जगे री ,

दल काल दलेरी ,

मुख माया मोड़ी रे । राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे ॥२॥                   

दिया घर का संदेशा ,

किया शब्द उपदेशा .

मेटा सब ही अँदेशा ,

 तज काल कलेशा रे ।

राधास्वामी ३. प्यारे राधास्वामी रे ॥३॥    

मगन हुई सुन सतगुरु बचना ,

नित चरन सरन में पकना ,

 भोग जग सब ही तजना रे । राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे ॥४॥                                                 

स्रुत शब्द लगाऊँ ,

गुरु रूप धियाऊँ ,

मन चरनन लाऊँ ,

नित राधास्वामी गाऊँ रे ।

 राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे ॥५॥


(प्रेमबानी-3-शब्द-3-पृ.सं.183)**


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