Sunday, March 20, 2022

छुपा हुआ है इन रंगों में ... अपनों का मनुहार ... होली

 होली रंगों का त्योहार ... होली रंगों का त्योहार

छुपा हुआ है इन रंगों में ... अपनों का मनुहार ... होली ......


सूरज की किरणों से लेकर लाल रंग की लाली

हरा रंग लेकर आई है खेतों की हरियाली ....

सरसों की खेतों से आया रंगों का पीलापन

इन सब के मिलने से ही तो बनता है अपनापन


केसरिया की बात अलग है, है अपनी पहचान

रंग दिया है हमने इससे सारा हिन्दुस्तान

श्याम रंग कान्हा से लेकर, लिया सफेद राधा से

मिलजुल हम सब होली खेलें, मुक्ति मिले बाधा से


रंग सभी लिए हैं होली ने प्रकृति से उधार ...

छेड़छाड़ मत करना इनसे समझो मेरे यार


होली का मतलब है भईया, सबको बांटो प्यार

नहीं किसी को ठेस लगे, तुम ऐसा करो व्यवहार

करो बड़ों का आदर और छोटों को जताओ प्यार

होली ऐसे खेलों ... ... ... प्यार के रंग बिखेरो यार

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