Wednesday, August 11, 2021

मन भावन प्रेरक प्रसंग

🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏

करम भरम और संशय सोगा, काट दिए दिया चरनन बास, राधास्वामी दयाल परम गुरू दाता, पूरन करी मेरे मन की आस


🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏

चरन में राधास्वामी फिर पड़ना री, सदा फिर प्यारे संग रहना री; नित्त गुरू महिमा मुख कहना री,

दया राधास्वामी छिन छिन लेना री 🙏

🍁RADHASOAMI 🍁🙏


 🍁🙏मैं अति दीन नीच करमन की,

हे गुरू चरन सरन मोहि देव

, भौजल धार बहे अति गहरी,

 तुम बिन को मेरी नैया खेव🙏🍁

:

 🙏🌹राधास्वामी 🙏🌹

प्रेमी सुनो प्रेम की बात ।

सेवा करो प्रेम से गुरु की

और दर्शन पर बलि बलि जात ।।

🌹🙏राधास्वामी 🙏?

🙏

 

🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏


गुरू तो मेरे प्राण आधारा गुरू ही मेरा करे उबारा;

गुरू सम कोई और न प्यारा,

 गुरू ही मोहि लेय सुधारा


🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏


 🙏🍁RADHASOAMI

🍁🙏

दुर्गति से जो बचना चाहो, सन्त में निश्चय लावो;

उनसे राह अगम की पावो,

 जतन करो दिन राती

🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏

 

गूरू मोपै किरपा अब कीजै,

 बुला कर दरशन मोहि दीजै;

दिखाओ मुझको सतसंग सार,

 सुनाओ बचन अमी रस धार

🌹🏵🌹राधास्वामी Radhasoami 🌹🏵🌹



हम राधास्वामी नित्त नित्त गाएँ हैं

, सो राधास्वामी बात बनाए हैं;

हम उनकी महिमा गाएँ है

, उन्ही से सब हम पाए है;

क्यों कर करूँ शुकराने मै उनके,

फिर फिर  शुकराने करते है


🌹🌹राधास्वामी Radhasoami 🙏🙏



दर्शन कर मोहित हुई छिन में,


 मुखड़े पर मैं वारी;

अचरज दरस दिखाया मुझको,

चरनन पर बलिहारी 🌹🍁🌷


राधास्वामी Radhasoami 🌷🍁🌹



 🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏


दर्श गुरू परतक्ष चाह रही,

मेहर हुई पास बुलाय लई,

उमंग कर आरत गुरू धारी,

करी गुरू मेहर द्रष्टि भारी

🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏



बी न बाँसुरी ढोल धमक धुन,

 बजत रहे सब गाऊँ;

राधास्वामी धाम की धुन अति झीनी,

 सबके हाथ गहाऊँ 🌹🌹🌹


राधास्वामी Radhasoami 🌹🌹🌹


धीरे  धीरे नाम रसायन जरना,

भौजल से यों ही तरना;

राधास्वामी बचन पकड़ना,

फिर जम से काहे को डरना 🌹🌹🌹


राधास्वामी Radhasoami 🌹🌹🌹



 🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏


राधास्वामी नाम सुमिर छिन छिन,

राधास्वामी रूप धियाओ पुन पुन 🙏


🍁RADHASOAMI 🍁🙏अ


अचरज नाम और अचरज रूपा,

अचरज मेहर का वार न पार;

लख लख भाग सराहत अपना

, राधास्वामी चरन पकड़ रही सार


🌹🍁🌷राधास्वामी Radhasoami 🌷🍁🌹




 🍁🙏


साईं घट में आन रहो,

पूजवो मेरी आस; छिन छिन काया छीजती,

घटे जात हैं स्वांस


🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏


 🍁🙏दयासिधं जीवन आधार,

 तुम बिन कोई न सम्हारनहार


🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏

[

🌹

 🍁🙏समय फिर ऐसा नहिं पावो,

 खोवो मत नहिं फिर पछतावो;

सरन से गुरू की काज बन आय,

मेहर कर राधास्वामी कहें समझाय


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