Wednesday, July 14, 2021

भागमभाग........

🌹🌹 मनसा वाचा कर्मणा🌹

  "अपनी क्षमता पहचानें"🌹 मनसा वाचा कर्मणा🌹


  "अपनी क्षमता पहचानें"

     जंगल में सुबह जागते ही हिरण को भागना पड़ता है, वरना शेर खा जाएगा। उधर शेर जागता है, तो सोचता है कि नहीं भागा, तो भूखा मर जाऊंगा।शेर हो या हिरण, भागना तो दोनों को पड़ेगा। शक्तिशाली और कमजोर, दोनों को जीवित रहने के लिए भागदौड़ करनी ही पड़ती है। जाहिर है, भाग्य कर्मठ का ही साथ देता है। यानी सबको अपनी-अपनी मदद स्वयं करनी होती है। तमाम शक्तियां हमारे भीतर ही छिपी हैं। अगर हम अपने हाथ आंखों पर रख लें, तो हमें हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा नजर आएगा और हाथ हटा लें, तो रोशनी ही रोशनी दिखेगी। हालांकि, यह रोशनी पहले भी थी,बस हमारे देखने की देर थी। वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने एक बार कहा था, जो लोग कहते हैं कि सब कुछ पहले से तय है और कुछ भी नहीं बदला जा सकता, वे भी सड़क पार करने से पहले दोनों तरफ देखते हैं।इसी आत्म-शक्ति के संदर्भ में स्वामी विवेकानंद ने काफी प्रेरक बात कही है, 'कमजोरी का इलाज इसका रोना रोते रहना या फिक्र करना नहीं है। हमें अपनी शक्ति और क्षमताओं पर विचार करना चाहिए। हमारे अंदर अनंत संभावनाएं हैं।'

       कुछ भी हासिल न कर पाने की स्थिति में धैर्य नहीं खोना चाहिए। आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर कहते हैं, 'ईश्वर कभी किसी को ऐसा काम नहीं सौंपते, जो वह नहीं कर सकता। अगर आपके सामने कोई समस्या आती है, तो इसका मतलब है कि आपके पास उसे सुलझाने का हुनर है। आप जवाब जानते हैं, इसलिए सवाल आपके सामने है।' साफ है,हर इंसान अपनी किस्मत खुद रचता है, क्योंकि किसी दूसरे के कर्मों से नहीं, स्वयं के कर्मों से ही मंजिल मिलती है।

अमिताभ स।🌹🙏🌹

     जंगल में सुबह जागते ही हिरण को भागना पड़ता है, वरना शेर खा जाएगा। उधर शेर जागता है, तो सोचता है कि नहीं भागा, तो भूखा मर जाऊंगा।शेर हो या हिरण, भागना तो दोनों को पड़ेगा। शक्तिशाली और कमजोर, दोनों को जीवित रहने के लिए भागदौड़ करनी ही पड़ती है। जाहिर है, भाग्य कर्मठ का ही साथ देता है। यानी सबको अपनी-अपनी मदद स्वयं करनी होती है। तमाम शक्तियां हमारे भीतर ही छिपी हैं। अगर हम अपने हाथ आंखों पर रख लें, तो हमें हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा नजर आएगा और हाथ हटा लें, तो रोशनी ही रोशनी दिखेगी। हालांकि, यह रोशनी पहले भी थी,बस हमारे देखने की देर थी। वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने एक बार कहा था, जो लोग कहते हैं कि सब कुछ पहले से तय है और कुछ भी नहीं बदला जा सकता, वे भी सड़क पार करने से पहले दोनों तरफ देखते हैं।इसी आत्म-शक्ति के संदर्भ में स्वामी विवेकानंद ने काफी प्रेरक बात कही है, 'कमजोरी का इलाज इसका रोना रोते रहना या फिक्र करना नहीं है। हमें अपनी शक्ति और क्षमताओं पर विचार करना चाहिए। हमारे अंदर अनंत संभावनाएं हैं।'

       कुछ भी हासिल न कर पाने की स्थिति में धैर्य नहीं खोना चाहिए। आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर कहते हैं, 'ईश्वर कभी किसी को ऐसा काम नहीं सौंपते, जो वह नहीं कर सकता। अगर आपके सामने कोई समस्या आती है, तो इसका मतलब है कि आपके पास उसे सुलझाने का हुनर है। आप जवाब जानते हैं, इसलिए सवाल आपके सामने है।' साफ है,हर इंसान अपनी किस्मत खुद रचता है, क्योंकि किसी दूसरे के कर्मों से नहीं, स्वयं के कर्मों से ही मंजिल मिलती है।

अमिताभ स।🌹🙏🌹 मनसा वाचा कर्मणा🌹अपनी               क्षमता पहचानें"

     जंगल में सुबह जागते ही हिरण को भागना पड़ता है, वरना शेर खा जाएगा। उधर शेर जागता है, तो सोचता है कि नहीं भागा, तो भूखा मर जाऊंगा।शेर हो या हिरण, भागना तो दोनों को पड़ेगा। शक्तिशाली और कमजोर, दोनों को जीवित रहने के लिए भागदौड़ करनी ही पड़ती है। जाहिर है, भाग्य कर्मठ का ही साथ देता है। यानी सबको अपनी-अपनी मदद स्वयं करनी होती है। तमाम शक्तियां हमारे भीतर ही छिपी हैं। अगर हम अपने हाथ आंखों पर रख लें, तो हमें हर तरफ अंधेरा ही अंधेरा नजर आएगा और हाथ हटा लें, तो रोशनी ही रोशनी दिखेगी। हालांकि, यह रोशनी पहले भी थी,बस हमारे देखने की देर थी। वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने एक बार कहा था, जो लोग कहते हैं कि सब कुछ पहले से तय है और कुछ भी नहीं बदला जा सकता, वे भी सड़क पार करने से पहले दोनों तरफ देखते हैं।इसी आत्म-शक्ति के संदर्भ में स्वामी विवेकानंद ने काफी प्रेरक बात कही है, 'कमजोरी का इलाज इसका रोना रोते रहना या फिक्र करना नहीं है। हमें अपनी शक्ति और क्षमताओं पर विचार करना चाहिए। हमारे अंदर अनंत संभावनाएं हैं।'

       कुछ भी हासिल न कर पाने की स्थिति में धैर्य नहीं खोना चाहिए। आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर कहते हैं, 'ईश्वर कभी किसी को ऐसा काम नहीं सौंपते, जो वह नहीं कर सकता। अगर आपके सामने कोई समस्या आती है, तो इसका मतलब है कि आपके पास उसे सुलझाने का हुनर है। आप जवाब जानते हैं, इसलिए सवाल आपके सामने है।' साफ है,हर इंसान अपनी किस्मत खुद रचता है, क्योंकि किसी दूसरे के कर्मों से नहीं, स्वयं के कर्मों से ही मंजिल मिलती है।

अमिताभ स।🌹🙏🌹

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