Sunday, July 4, 2021

प्रसाद रूपी धान की / पंकज़ निगम

 *रोपाई हो रही है दयालबाग में प्रसाद रूपी धान की*।

*उमंग हो रही सेवा सुमिरन और ध्यान की*।।


*हांथ में पौध,खेतों में पानी,और जुबां पर राधास्वामी नाम है*।

*सतसंगी का हर मौसम में सेवा करना नित्य सुबह और शाम है*।।


*मालिक भी हैं पौध लगाएं, और साथ में हैं दया फरमाएं*।

*भंडारे में भंडारी का वो हर दम जलवा भी दिखलाएं*।।


*ऐसे अपने संत सतगुरु और अपना प्यारा दयाल बाग है*।

*सब सतसंगी मिल गाय रहे राधास्वामी धुन की अद्भुत राग है*।।


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पंकज निगम

कानपुर ब्रांच

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