Saturday, July 17, 2021

प्रभु के लिए

 *एक सुंदर प्रार्थना प्रभु से-*


प्रभु के नाम 

*प्रभु बुढ़ापा ऐसा देना।*

 *कि हलवा पूरी गटक सकूं*

  *और चबा सकूं मैं चना चबैना* 

*प्रभु, बुढ़ापा ऐसा देना.* 



*मेरे तन की शुगर ना बढ़े,*

 *रहे मिठास जुबाँ की कायम* 

*तन का लोहा ठीक रहे*

 *और मन में लोहा लेने का दम.*



*चलूँ हमेशा ही मैं सीधा,*

*मेरी कमर नहीं झुक जाए*

*यारों के संग, हंसी ठिठौली,*

*मिलना जुलना ना रुक जाए.*

 


*जियूं मस्त मौला बन कर मैं,*

 *काटूँ अपने दिन और रैना* 

  *प्रभु, बुढ़ापा ऐसा देना*



 *भले आँख पर चश्मा हो* 

  *पर टी वी, अखबार पढ़ सकूं।* 

*पास हों या फिर दूर रहें* 

*मित्रों से मैं बात कर सकूँ.*



*चाट-पकोड़ी, पानी-पूरी,*

*खा पाऊं, लेकर चटखारे* 

 *बीमारी और कमजोरी,*

 *फटक न पाएं पास हमारे*


 *सावन सूखा, हरा न भादों*

*रहे हमेशा मन में चैना* 

 *प्रभु, बुढ़ापा ऐसा देना*



 *मेरे जीवन की शैली पर,*

  *नहीं कोई प्रतिबंध लगाए*

  *जीवन-साथी साथ रहे* 

   *संग संग हम दोनों मुस्काएं.*



*नहीं आत्म सम्मान से कभी,*

*करना पड़े हमें समझौता।* 

*बाकी तो जो, लिखा भाग्य में,*

*जो होना है, वो ही होता.*


 *करनी ऐसी करूँ, गर्व से* 

 *मिला सकूं मैं सबसे नैना।*

  *प्रभु, बुढ़ापा ऐसा देना*

   *यही है ईश्वर से प्रार्थना.*

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