Tuesday, November 9, 2021

स्मरण_फतेहपुर / अनूप शुक्ला


पूरे देश में #फतेहपुर नाम से लगभग एक सैकड़ा स्थान हैं  .... लेकिन उत्तरवाहिनी सुरसरि गंगा और यमभगिनी यमुना के मध्य अंतर्वेद की पावन भूमि पर स्थित फतेहपुर #जनपद , फतेहपुर नाम का पूरे देश में #एकमात्र जिला है .... 


                     कानपुर जैसे महानगर से मात्र 11 वर्ष छोटे फतेहपुर जनपद का वर्तमान स्वरुप में गठन या जन्म 195 वर्ष पूर्व आज ही के दिन दिनांक 10 नवंबर सन् 1826 ई. को हुआ था .... #महात्मा_भृगु की तपस्थली भृगुधाम #भिटौरा (भृगुठौरा) , चिकित्सा के देवता #अश्विनीकुमारों की नगरी #असनी , #द्रोणपुत्र_अश्वत्थामा के राज्य #असोथर तथा 1857 के #प्रथम_भारतीय_स्वाधीनता_संग्राम में एक साथ फाँसी पर चढ़ने वाले 52 शहीदों की शहीद स्थली #बावनी_इमली के रूप में विख्यात फतेहपुर जनपद का भौगोलिक , राजनीतिक , सांस्कृतिक , धार्मिक व साहित्यिक इतिहास काफी पुराना और गौरवशाली है .... 


                      मध्यकाल के #नरहरि_बंदीजन और #करनेस से प्रारंभ हुई काव्यधारा को साहित्य की विविध विधाओं के माध्यम से समृद्ध करने वाले साहित्यकारों में #लाला_भगवानदीन 'दीन' , #दुलारेसिंह_वीर , #डॉ_रमाशंकर_शुक्ल_रसाल , #रामेश्वर_शुक्ल_अंचल , पत्रकार शिरोमणि #गणेश_शंकर_विद्यार्थी , राष्ट्रकवि #सोहनलाल_द्विवेदी , #शिवरानी_देवी_प्रेमचंद , #बाबू_वंशगोपाल , गीतकार #रमानाथ_अवस्थी , प्रखर कवि #धनंजय_अवस्थी , #कन्हैयालाल_नंदन , आलोचक #डॉ_ओमप्रकाश_अवस्थी , #डॉ_शिव_कुमार_दीक्षित , #श्रीकृष्ण_कुमार_त्रिवेदी , कथाकार #असगर_वजाहत  , मधुराक्षर-संपादक #बृजेन्द्र_अग्निहोत्री , वरिष्ठ कवि महेश चन्द्र त्रिपाठी तथा युवा कवि प्रेम नंदन जैसे  प्रख्यात साहित्यसेवियों के साथ साथ अनूप शुक्ल जैसे अनेक 'नगण्य' लेखकों ने भी अपनी क्षमतानुसार इस शब्द-यात्रा को आगे बढ़ाने का प्रयत्न किया ....... 


                    और इस सिलसिले को आगे बढ़ाने वाला फतेहपुर एकमात्र जनपद नहीं है , बल्कि उन तमाम जनपदों की परंपरा का अंग और एक मजबूत कड़ी है , जिन्होंने न केवल साहित्य की मुख्यधारा को समृद्ध किया तथा गर्वपूर्वक यह घोषणा भी की कि - 'उस जनपद का कवि हूँ' .....  


                    'इस' या 'उस' जनपद का कवि जैसे पहले , वैसे आज भी अभिजनवाद को साहित्य और संस्कृति की मुख्यधारा से मुक्त करने में लगा हुआ है ..... और इस अनुष्ठान में फतेहपुर की भी अपनी और बड़ी भूमिका है !


                              - अनूप शुक्ल

No comments:

Post a Comment

पूज्य हुज़ूर का निर्देश

  कल 8-1-22 की शाम को खेतों के बाद जब Gracious Huzur, गाड़ी में बैठ कर performance statistics देख रहे थे, तो फरमाया कि maximum attendance सा...