Friday, April 9, 2021

माह अप्रैल के पर्व व त्यौहार और जयंक्तिया *

 *अप्रैल 2021 के व्रत, पर्व व त्यौहारऔर जयंक्तिया



2 अप्रैल (शुक्रवार) – रंग पंचमी

3 अप्रैल (शनिवार) – स्कंद षष्ठी-बंगाल

4 अप्रैल (रविवार) – शीतला सप्तमी व्रत, भानुसप्तमी पर्व, कालाष्टमी

5 अप्रैल (सोमवार) – शीतलाष्टमी (बसिअउरा)

6 अप्रैल (मंगलवार) – वृद्धअंगारक (बुढ़वामंगल) पर्व

7 अप्रैल (बुधवार) – पापमोचिनी एकादशी व्रत स्मार्त

8 अप्रैल (गुरुवार) – पापमोचिनी एकादशी व्रत वैष्णव, वारुणी पर्व प्रारंभ रा.शे.4:4

9 अप्रैल (शुक्रवार) – प्रदोष व्रत, वारुणी पर्व प्रा.5:49 तक

10 अप्रैल (शनिवार) – मास शिवरात्रि व्रत, शिव चतुर्दशी व्रत

11 अप्रैल (रविवार) – स्नान-दान-श्राद्ध की अमावस्या

12 अप्रैल (सोमवार) – स्नान-दान की सोमवती अमावस्या, चांद्रवर्ष संवत् 2077 समाप्त

13 अप्रैल (मंगलवार) – वासंतीय नवरात्र प्रारंभ, कलश-स्थापना, वि.सं.2078, बैठकी, चैती, गुड़ी पड़वा, उगादि-दक्षिण भारत, चंद्रदर्शन, अश्विनी मेष संक्रांति रा.शे.4:41

14 अप्रैल (बुधवार) – सिंधारा दोज, सतुआ संक्रांति पुण्यकाल, खरमास समाप्त, बं. नववर्ष वैशाख सं.1428 प्रारंभ, वैशाखी पर्व-पंजाब

15 अप्रैल (गुरुवार) – सौभाग्य-सुंदरी तीज व्रत, गण-गौरपूजा-राजस्थान, सरहुल

16 अप्रैल (शुक्रवार) – वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत, श्रीगणेश दमनकोत्सव

17 अप्रैल (शनिवार) – रामराज्य महोत्सव, श्री लक्ष्मी पंचमी

18 अप्रैल (रविवार) – स्कंद षष्ठी व्रत, सूर्यषष्ठी व्रत-बिहार

19 अप्रैल (सोमवार) – महानिशा पूजा, अन्नपूर्णा परिक्रमा सायं 6:45 से, शुक्रोदय पश्चिम में प्रातः 5:40 से, ओली प्रारंभ (जैन)

20 अप्रैल (मंगलवार) – दुर्गाष्टमी, महाष्टमी व्रत, अन्नपूर्णा परिक्रमा रात 7:7 तक, अशोकाष्टमी-बंगाल

21 अप्रैल (बुधवार) – महानवमी व्रत, दुर्गानवमी, श्रीरामनवमी व्रत

22 अप्रैल (गुरुवार) – नवरात्र व्रत पारण, जवारे विसर्जन

23 अप्रैल (शुक्रवार) – कामदा एकादशी व्रत सबका

24 अप्रैल (शनिवार) – शनि प्रदोष व्रत, मदन द्वादशी, वामन द्वादशी, अनङ्ग त्रयोदशी

26 अप्रैल (सोमवार) – व्रत की पूर्णिमा

27 अप्रैल (मंगलवार) – स्नान-दान की चैत्र पूर्णिमा, वैशाख स्नान-दान-आरंभ, भरणी के सूर्य रा.8:56

28 अप्रैल (बुधवार) – आशादूज, कच्छपावतार

30 अप्रैल (शुक्रवार) – सं.गणेश चतुर्थी व्रत चंद्रोदय रा.10:16


*अप्रैल 2021 की जयंतियां*


1 अप्रैल (गुरुवार) – मूर्ख दिवस

2 अप्रैल (शुक्रवार) – विजय गोविंद हलंकर जयंती-मणिपुर, गुड-फ्राइडे

3 अप्रैल (शनिवार) – ईस्टर सटरडे

4 अप्रैल (रविवार) – ईस्टर संडे

5 अप्रैल (सोमवार) – ऋषभनाथ जयंती-जैन

10 अप्रैल (शनिवार) – डॉ. हनीमेन जयंती

13 अप्रैल (मंगलवार) – शैलपुत्री देवी दर्शन, सिंधी नववर्ष दिवस, तेलगु नववर्ष प्रारंभ, गौतम ऋषी व डॉ. हेडगवार जयंती, श्रीकुंजबिहारी मेला-टिहरी, सुरकंडा देवी मेला-उत्तर काशी, विश्व बंजारा दिवस, झूलेलाल जयंती, जलियावाला बाग दिवस।

14 अप्रैल (बुधवार) – ब्रह्मचारिणी देवी दर्शन, मत्स्यावतार, अंबेडकर जयंती

15 अप्रैल (गुरुवार) – चित्रघंटा देवी दर्शन

16 अप्रैल (शुक्रवार) – कूष्मांडा (दुर्गा) देवी दर्शन

17 अप्रैल (शनिवार) – स्कंदमाता देवी दर्शन

18 अप्रैल (रविवार) – कात्यायनी देवी दर्शन, विश्व धरा दिवस

19 अप्रैल (सोमवार) – कालरात्रि देवी दर्शन

20 अप्रैल (मंगलवार) – महागौरी देवी दर्शन, मेला बहुफोर्ट ज.क., मेला मनसा देवी

21 अप्रैल (बुधवार) – सिद्धिदात्री देवी दर्शन, अयोध्या परिक्रमा, श्रीरामचरित मानस जयंती, स्वामी नारायण जयंती, साईं बाबा उत्सव प्रारंभ, श्रीराज-राजेश्वरी मेला-तालतोली-गुप्तकाशी

23 अप्रैल (शुक्रवार) – बाबू कुँवर सिंह जयंती

25 अप्रैल (रविवार) – महावीर जयंती-जैन

27 अप्रैल (मंगलवार) – हनुमान प्राकट्योत्सव, अग्रोहा मेला, ओली समापन (जैन), धरती पूजा, खद्दी पर्व-छत्तीसगढ़, मेला-सालासर बालाजी-राजस्थान

28 अप्रैल (बुधवार) – कच्छप प्राकट्योत्सव

30 अप्रैल (शुक्रवार) – सती अनसूईया जयंती।

No comments:

Post a Comment

सूर्य को जल चढ़ाने का अर्थ

  प्रस्तुति - रामरूप यादव  सूर्य को सभी ग्रहों में श्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि सभी ग्रह सूर्य के ही चक्कर लगाते है इसलिए सभी ग्रहो में सूर्...