Saturday, October 9, 2021

सतसंग पाठ

 राधास्वामी! 06-10-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-                                                            


   चहुँ दिस धूम मची ,

सतगुरु आये ,

जग जीव जगाये ,

 उन लिया अपनाई रे ।

राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे  ॥१॥                                                          

 राधास्वामी परम हितकारी ,

 अस लीला धारी ,

जो जिव दीन दुखारी ,

उन लेहैं उबारी रे

 राधास्वामी ३. प्यारे राधास्वामी रे ॥२॥                                           

 जम काल लजाई ,

माया रही मुरझाई ,

 कुछ पेश न जाई ,

सब करम नसाई रे ।

 राधास्वामी ३. प्यारे राधास्वामी रे ॥३॥                     

 हुआ जीव उबारा ,

मिटा भर्म पसारा ,

 घर काल उजाड़ा ,

हुआ सत उजियारा रे ।

राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे ॥४॥

 राधास्वामी महिमा भारी ,

कस गाउँ पुकारी ,

 मैं बाल अनाड़ी ,

उन सरन अधारी रे

 राधास्वामी ३ , प्यारे राधास्वामी रे ॥५॥

 (प्रेमबानी-3-शब्द-4-पृ.सं.184)

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