Tuesday, October 26, 2021

ईश्वर की सत्ता🙏 / साक्षी भल्ला

 

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एक बार किसी विद्वान् से 

एक बूढ़ी औरत ने पूछा कि 

क्या इश्वर सच में होता है ? 

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उस विद्वान् ने कहा कि 

माई आप क्या करती हो ?

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उसने कहा कि मै तो दिन 

भर घर में अपना चरखा 

कातती हूँ और घर के बाकि 

काम करती हूँ , और मेरे 

पति खेती करते हैं . 

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उस विद्वान ने कहा कि

माई क्या ऐसा भी कभी 

हुआ है कि आप का चरखा 

बिना आपके चलाये चला 

हो , या कि बिना किसी के 

चलाये चला हो ? 

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उसने कहा ऐसा कैसे 

हो सकता है कि वो बिना 

किसी के चलाये चल जाये ? 

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ऐसा तो संभव ही नहीं है.

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विद्वान् ने फिर कहा कि 

माई अगर आपका चरखा 

बिना किसी के चलाये नहीं 

चल सकता..... 

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तो फिर ये पूरी सृष्टि किसी 

के बिना चलाये कैसे चल 

सकती है ? 

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और जो इस पूरी सृष्टि 

को चला रहा है वही इसका 

बनाने वाला भी है और उसे 

ही इश्वर कहते हैं.

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उसी तरह किसी और 

ने उसी विद्वान् से पूछा कि 

आदमी मजबूर है या सक्षम ? 

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उन्होंने कहा कि अपना 

एक पैर उठाओ, उसने 

उठा दिया,

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उन्होंने कहा कि अब 

अपना दूसरा पैर भी उठाओ, 

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उस व्यक्ति ने कहा ऐसा 

कैसे हो सकता है ? 

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मै एक साथ दोनों पैर 

कैसे उठा सकता हूँ ? 

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तब उस विद्वान् ने कहा 

कि इंसान ऐसा ही है, 

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ना पूरी तरह से मजबूर 

और ना ही पूरी तरह से 

सक्षम

.

उसे इश्वर ने एक हद तक 

सक्षम बनाया है और उसे

पूरी तरह से छूट भी नहीं है . 

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उसको इश्वर ने सही गलत 

को समझने कि शक्ति दी है...

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और अब उस पर निर्भर 

करता है कि वो सही और 

गलत को समझ कर अपने 

कर्म को करे...


राधे राधे❤️🙏

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