Wednesday, March 31, 2021

चैत्र नवरात्रि पर्व

चैत्र नवरात्रि का पर्व / प्रस्तुति - कृष्ण मेहता*

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*चैत्र नवरात्रि का पर्व भी जल्द आने वाला हैं। यह पर्व देवी मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा आराधना का पर्व माना जाता हैं। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा की जाती हैं भक्त इन नौ दिनों तक नवरात्रि का व्रत रखकर मां आदिशक्ति की पूजा करते हैं तो आज हम आपको चैत्र नवरात्रि व्रत के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।*


चैत्र नवरात्रि का त्योहार हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होकर नवमी तिथि तक चलता हैं। इस साल यह तिथि 13 अप्रैल को पड़ रही हैं इसलिए नवरात्रि पर्व 13 अप्रैल से प्रारंभ होगा जो 22 अप्रैल 2021 को समाप्त होगा। नवरात्रि पारण के साथ ही इस व्रत का समापन होता हैं।


जानिए चैत्र नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त—

शुभ मुहूर्त— 13 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक

शुभ मुहूर्त की अवधि— 4 घंटे 15 मिनट


जानिए पूजन विधि—

सबसे पहले एक पात्र लें। उस पात्र में मिट्टी बिछाएं। फिर पात्र में रखी मिट्टी पर जौ के बीज डालकर उसके ऊपर मिट्टी डालें। अब इसमें थोड़ें से पानी का छिड़काव करें। अब एक कलश लें। इस पर स्वस्तिक बनाएं। फिर मौली या कलावा बांधें। इसके बाद कलश को गंगाजल और शुद्ध जल से भरें। इसमें साबुत सुपारी, पुष्प और दूर्वा डालें।साथ ही इत्र, पंचरत्न और सिक्का भी डालें। इसके मुंह के चारों ओर आम के पत्ते लगाएं। कलश के ढक्कन पर चावल डालें। देवी का ध्यान करते हुए कलश का ढक्कन लगाएं। अब एक नारियल लेकर उस पर कलावा बांधें। कुमकुम से नारियल पर तिलक लगाकर नारियल को कलश के ऊपर रखें। नारियल को पूर्व दिशा में रखें।

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