Saturday, February 29, 2020

मोहक मस्त प्रेरणादायी मनोहर उक्तियां




प्रस्तुति - कृष्ण मेहता:

🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏

*मनुष्य में द्रढ़ता होनी चाहिए*
        *जिद नहीं,*

*बहादुरी होनी चाहिए*
   *जल्दबाजी नहीं,*

*दया होनी चाहिए*
  *कमजोरी नहीं,*

*ज्ञान होना चाहिए*
 *अहंकार नहीं.....!!*

🌸🌸सुप्रभात जी 🌸🌸


🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
[07/02, 05:26] Morni कृष्ण मेहता: *कुछ नेकियाँ*
                    *और*
                *कुछ अच्छाइयां..*
  *अपने जीवन में ऐसी भी करनी चाहिए,*
          *जिनका ईश्वर के सिवाय..*
          *कोई और गवाह ना हो...!!*

                ‼ *सु-प्रभातम्*‼
*_🍁🙏🏻आपका दिन मंगलमय हो🙏🏻🍁_*
[09/02, 14:08] Morni कृष्ण मेहता: *उपाय नंबर :-4*

*वास्तु विज्ञान के अनुसार शीशा तथा नमक दोनों ही राहू की कारक वस्तु है। अतः एक शीशे के प्याले में नमक भरकर शौचालय और स्नान घर में रखना चाहिए इससे वास्तुदोष दूर होता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा तो दूर होगी ही साथ में सूक्ष्म कीट-काटाणुओं का भी नाश होता है।*
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: *"रिश्तों का स्वाद*
*हर  रोज  बदलता रहता है...*
*मीठा,नमकीन या खारा...!*
*बस ये इस बात पर निर्भर करता है कि.....*
*हम प्रतिदिन*
 *अपने रिश्ते में मिला क्या रहे है ?*
       🙏 *शुभ  प्रभातम्*🙏
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: *विचारों की खूबसूरती*
*कही से भी मिले चुरा लो...!*

*क्योंकि चेहरे की खूबसूरती*
*तो उमर के साथ बदल जाती है...!*

*मगर विचारों की खूबसूरती*
*हमेशा दिलो मे अमर रहती है...!!*
आज का दिन आपका शुभ हो ।
*🙏 सुप्रभात 🙏*
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: तुलसीदास जी जब “रामचरितमानस” लिख रहे थे, तो उन्होंने एक चौपाई लिखी:

सिय राम मय सब जग जानी,
करहु प्रणाम जोरी जुग पानी ।।

अर्थात –
पूरे संसार में श्री राम का निवास है, सबमें भगवान हैं और हमें उनको हाथ जोड़कर प्रणाम कर लेना चाहिए।

चौपाई लिखने के बाद तुलसीदास जी विश्राम करने अपने घर की ओर चल दिए। रास्ते में जाते हुए उन्हें एक लड़का मिला और बोला –

अरे महात्मा जी, इस रास्ते से मत जाइये आगे एक बैल गुस्से में लोगों को मारता हुआ घूम रहा है। और आपने तो लाल वस्त्र भी पहन रखे हैं तो आप इस रास्ते से बिल्कुल मत जाइये।

तुलसीदास जी ने सोचा – ये कल का बालक मुझे चला रहा है। मुझे पता है – सबमें राम का वास है। मैं उस बैल के हाथ जोड़ लूँगा और शान्ति से चला जाऊंगा।

लेकिन तुलसीदास जी जैसे ही आगे बढे तभी बिगड़े बैल ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी और वो बुरी तरह गिर पड़े।

अब तुलसीदास जी घर जाने की बजाय सीधे उस जगह पहुंचे जहाँ वो रामचरित मानस लिख रहे थे। और उस चौपाई को फाड़ने लगे, तभी वहां हनुमान जी प्रकट हुए और बोले – श्रीमान ये आप क्या कर रहे हैं?

तुलसीदास जी उस समय बहुत गुस्से में थे, वो बोले – ये चौपाई बिल्कुल गलत है। ऐसा कहते हुए उन्होंने हनुमान जी को सारी बात बताई।

हनुमान जी मुस्कुराकर तुलसीदास जी से बोले – श्रीमान, ये चौपाई तो शत प्रतिशत सही है। आपने उस बैल में तो श्री राम को देखा लेकिन उस बच्चे में राम को नहीं देखा जो आपको बचाने आये थे। भगवान तो बालक के रूप में आपके पास पहले ही आये थे लेकिन आपने देखा ही नहीं।

ऐसा सुनते ही तुलसीदास जी ने हनुमान जी को गले से लगा लिया।

!! जय श्री राम !!
गंगा बड़ी, न गोदावरी, न तीर्थ बड़े प्रयाग।
सकल तीर्थ का पुण्य वहीं, जहाँ हदय राम का वास।।
!! जय श्री राम वन्दन !!
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏

*चरण हमें सिर्फ*
 *मन्दिर तक ले जाते हैं,*

 *लेकिन आचरण हमें*
 *परमात्मा तक.........*

*🌴🌴🌴🌹🙏🏻जय श्री राम 🌹🙏🏻🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴*
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: घड़ी की फितरत भी अजीब है, हंमेशा टिक-टिक कहती है...!*
*मगर..., ना खुद टिकती है और ना दूसरों को टिकने देती है*.
💐👏 *जय माता की💐👏
एक छोटी सी लड़ाई से लोग...*
*आपस का प्यार खत्म कर लेते है...*
*क्यो न प्यार से हम इस छोटी सी...*
*लड़ाई को ही खत्म कर दे...*
💐👏 *जय माता की
💐👏
[13/02, 05:29] Morni कृष्ण मेहता: *ॐ श्री परमात्मने नमः*

*राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।*
*सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ।।*

*भगवान शिवशंकर कहते हैं कि,” हे पार्वती !! मैं निरंतर राम नाम के पवित्र नामों का जप करता हूँ, और इस दिव्य ध्वनि में आनंद लेता हूँ । रामचन्द्र का यह पवित्र नाम भगवान श्रीहरि के एक हजार पवित्र नामों (विष्णुसहस्त्रनाम) के तुल्य है*

*जय सिया राम*
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: *अच्छे रिश्तों को वादे और*
*शर्तों की जरूरत नहीं होती.*

*बस दो खूबसूरत लोग चाहिए*
*एक निभा सके और*
*दूसरा उसको समझ सके.*
*🙏🏻🎂सुप्रभात🎂🙏🏻*
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: 🌹🙏 *जय श्री कृष्ण*🙏🌹

    *परिस्थिति बदलना जब मुमकिन ना हो,*

    *तो मन की स्थिति बदल लीजिए,*

    *सब कुछ अपने आप ही बदल जाएगा।*

       🌹 *शुभ प्रभात ,आप सभी अपनों का दिन शुभ हो,आप सब स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें 🌹
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: श्रेष्ठ वही है जिसमें
*दृढ़ता हो, जिद नहीं.*
*बहादुरी हो, जल्दबाजी नहीं.*
*दया हो, कमजोरी नहीं.*
*ज्ञान हो, अहंकार नहीं*
*करूणा हो, प्रतिशोध नहीं*
*निर्णायकता हो, असमंजस नहीं....*
*अगर लोग आपकी अच्छाई को आपकी कमजोरी समझने लगते हैं,  तो यह उनकी समस्या है, आपकी नहीं...*

*आपका आज का दिन शुभ एवं मंगलमय हो। शुभकामनाओं के साथ!!*
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: 🌹 *वक़्त के साथ-साथ*
      *बहुत कुछ बदल जाता है.*


    *_लोग भी...._*
    *_रास्ते भी...._*
    *_अह्सास भी...._*

       *और कभी - कभी*
                     *हम _ख़ुद_ भी..!!*
🌹🙏 *शुभ-प्रभात* 🙏🌹
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: *🔔  ये जीवन है...  🔔*
*"सच तो.. मत ही बोलिये.. साहेब,*
*अपचक हो जायेगा.. दुनिया को...,*
*यहाँ.. लोगों की खुराक,*
*झूठ जो बन गयी है...।"*
*🙏 सुरमई सुबह पर राधे-राधे🙏*
*😊🌹जरा मुस्कुराइये🌹😊*
[13/02, 05:30] Morni कृष्ण मेहता: छाते और दिमाग की उपयोगिता
तभी है,
जब यह खुले हों,
*अन्यथा*
*दोनों हमारे लिए बोझ हैं...*

। सुप्रभात ।
[15/02, 05:37] Morni कृष्ण मेहता: *धर्म का अर्थ होता है कर्तव्य। धर्म के नाम पर हम अक्सर सिर्फ कर्मकांड, पूजा-पाठ, तीर्थ-मंदिरों तक सीमित रह जाते हैं। हमारे ग्रंथों ने कर्तव्य को ही धर्म कहा है। भगवान कहते हैं कि अपने कर्तव्य को पूरा करने में कभी यश-अपयश और हानि-लाभ का विचार नहीं करना चाहिए। बुद्धि को सिर्फ अपने कर्तव्य यानी धर्म पर टिकाकर काम करना चाहिए। इससे परिणाम बेहतर मिलेंगे और मन में शांति का वास होगा। मन में शांति होगी तो परमात्मा से आपका योग आसानी से होगा। आज का युवा अपने कर्तव्यों में फायदे और नुकसान का नापतौल पहले करता है, फिर उस कर्तव्य को पूरा करने के बारे में सोचता है। उस काम से तात्कालिक नुकसान देखने पर कई बार उसे टाल देते हैं और बाद में उससे ज्यादा हानि उठाते हैं।*

*राधे राधे 🙏*
[15/02, 05:37] Morni कृष्ण मेहता: *हमारी नीयत से ईश्वर प्रसन्न होते हैं, और दिखावे से इंसान ।।*

*यह हम पर निर्भर करता है कि हम किसे प्रसन्न करना चाहते हैं*
🙏🏻 *सुप्रभातम्*🙏🏻
आपका दिन मंगलमय हो
[15/02, 05:37] Morni कृष्ण मेहता: *श्री राधे *

*जिसके जीवन मे सत्संग् हो वह भव से पार हो सकता है...*

*किन्तु,,,,*

*जिसका जीवन ही सत्संग हो, वह न जाने कितनों को पार लगा सकता है।।*⚡

*_________🌷राधे राधे जी 🙏🙏🌷___________*
[15/02, 05:38] Morni कृष्ण मेहता: संसार का सागर *दुखों* से भरा रहता है,
कोई शौक में पड़ा तो कोई मोह में पड़ा रहता है।
मेरे *श्याम* की महफिल में आकर तो देखो यारो,🥰
इनकी महफिल में हर कोई *आनंद* और *उत्साह* से भरा रहता है।😊

     🍃🌹 *जय श्री राधाकृष्ण* 🌹🍃

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