Saturday, February 29, 2020

सुंदर मोहक आकर्षक सारगर्भित सरस सरल भावोद्गगार





प्रस्तुति - सुधा सिन्हा/ अर्चना चौहान

*केवल अहंकार*
                   *ही ऐसी दौड़ है*

*जहाँ जीतने वाला* 
                    *हार जाता है।*
     Good Morning
 .
    *किसी ने पूछा कि*
 *इस दुनिया में आपका*
 *अपना कौन है..???*

 *ज्ञानी व्यक्ति ने हंसकर*
       *कहा:  'समय'*

     *अगर वो सही है,*
    *तो सभी अपने हैं,*
   *वरना कोई भी नहीं*
    *🌹🌹 सुप्रभात 🌹🌹*
꧂*🌹🌹🌹🌹*
   
   *अच्छे व्यक्ति* के साथ
 संबंध, उस  *"गन्ने "* के    समान है--जिसे आप *तोड़ो :मरोड़ो :काटो या फिर कुचल दो*                         
           आपको उससे
   *मीठा रस*  ही मिलेगा
🌹🌹🌹 शुभ प्रभात


[20/02, 08:48] KS कुसुम सहगल दीदी: चाय और चरित्र

जब भी गिरतें हैं,

तब ....

दाग जरूर लगतें हैं।

Good morng 🌹
[21/02, 09:14] KS कुसुम सहगल दीदी: *शिव की महिमा अपार*
*शिव करते सबका उद्धार*
*उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे*
*और आपके जीवन में आएं खुशियां *हज़ार*
*आपको और आपके समस्त परिवार को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं *
*🌹🌹बम बम भोले नाथ🌹🌹*
[22/02, 10:02] KS कुसुम सहगल दीदी: *ज़िंदगी में समस्या देने वाले की हस्ती कितनी भी बड़ी क्यों न हो,*

 *पर ईश्वर की "कृपादृष्टि" से बड़ी नहीं हो सकती.....*

 _*🍂🍂सुप्रभात🍂🍂*_
[23/02, 10:47] KS कुसुम सहगल दीदी: *....✍🏻सपने और लक्ष्य में एक ही अंतर है -*
   *सपने के लिए बिना मेहनत की*
        *नींद चाहिए और लक्ष्य*
           *के लिए बिना नींद*
               *की मेहनत।*

   *🙏🏻💐सुप्रभात।💐🙏🏻*
[24/02, 08:17] KS कुसुम सहगल दीदी: *अपनी प्रतिष्ठा का बहुत*
*अच्छे से ख्याल रखे*,
           *क्योंकि*....
*एक यही है जिसकी उम्र*
*आप से ज्यादा है* l
                              *🙏🏻सुप्रभात*😊
[26/02, 09:12] KS कुसुम सहगल दीदी: *इस दुनिया में मजबूत से मजबूत,*
*लोहा टूट जाता है...*
*कई झूठे इकठ्ठे हो जाएं,*
*तो सच्चा टूट जाता है...!!*

          *🌹 सुप्रभात🌹*
[27/02, 10:09] KS कुसुम सहगल दीदी: ✍... *अच्छे व्यक्ति को समझने के लिए अच्छा हृदय चाहिये*
*न कि अच्छा दिमाग*
*क्योंकि दिमाग हमेशा तर्क करेगा*
*और हृदय हमेशा प्रेम--भाव देखेगा ।।*
🌹🙏 *सुप्रभात* 🌹🙏
[28/02, 08:59] KS कुसुम सहगल दीदी: *दो चम्मच हँसी चुटकी भर मुस्कान,*

*बस यही खुराक ,ख़ुशी की पहचान..*
               *सुप्रभात*
[29/02, 09:38] KS कुसुम सहगल दीदी: *आँसूओं के प्रतिबिंब गिरे...*
 *....ऐसे दर्पण अब कहाँ ?*

*बिना कहे सब कुछ समझे...*
  *...वैसे रिश्ते अब कहाँ ?*

*🙏🌹सुप्रभात🌹🙏*




No comments:

Post a Comment

सूर्य को जल चढ़ाने का अर्थ

  प्रस्तुति - रामरूप यादव  सूर्य को सभी ग्रहों में श्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि सभी ग्रह सूर्य के ही चक्कर लगाते है इसलिए सभी ग्रहो में सूर्...