Monday, March 30, 2020

राधास्वामी दयालबाग / शाम का बचन





🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**

**राधास्वामी!! 30-03- 2020-                        आज शाम(दोबारा) के सत्संग में पढ़ा गया बचन- पहले से आगे- (95) संसार में न दौलत की कमी है, न खाने पीने की चीजों की, कमी है तो इस बात की दुनिया की दौलत चंद लोगों के हाथ में है और उसका बहाव ऐसा नहीं है कि वह हिस्सा रसदी सब तक पहुंच जाए, चुनांचे हर कौम व मुल्क के समझदार लोग ऐसी तदबीरें निकालने में मसरूफ हैं कि यह कमी दूर हो जाए ।सत्संग की तरफ से यह साला पेश की जाती है कि ए लोगो!  दौलत की मोहब्बत कम करो । उसको सिर्फ काम चलाने का जरिया या औजार समझो। दौलत इकट्ठा होने से कोई सुख पैदा नहीं होता। दौलत के इस्तेमाल से अलबत्ता सुख के सामान हासिल हो जाते हैं लेकिन जो सुख उनकी मार्फत हासिल होता है न वह सच्चा है, न हमेशा कायम रहने वाला। सच्चा व सदा रहने वाला । सच्चा सुख खुद तुम्हारे आत्मा में है। तुम आत्मा- दर्शन को अपनी जिंदगी का उद्देश्य बनाओ । दौलत पैदा करो और जब जरूरत से ज्यादा दौलत हाध आवे  तो उसे मालिक के नाम पर निछावर करो। हर शख्स को असली जरूरत सिर्फ इस कदर दौलत की है कि उसे अपनी जिंदगी का उद्देश्य यानी आत्मदर्शन की प्राप्ति में काफी सहूलियत मिले। जो दौलत मालिक के नाम पर निछावर की जावे वह सब की सब देश या जाति की बेहतरी के कामों पर खर्च करो। इन बातों पर कुछ अर्से तक अमल करके देखो कि क्या नतीजा निकलता है। नतीजा यही होगा कि तुम खुद सुखु रहोगे और तुम्हारे संगी साथी व देशवासी भी सुखी रहेंगे।।                  🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻                        सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा**
[30/03, 23:41] +91 94162 65214: Announcement

जो तंदुरुस्त भाई बहन कल 31 मार्च को सुबह सिकंदरपुर जौ की कटाई के लिए जाएंगे वह इन बातों का ध्यान रखें।

*  एक गाड़ी में 4 से अधिक लोग नहीं जाएंगे।

*जिनकी गाड़ी में 4 से कम लोग हैं वे आते वक्त खेतों से और बहनों को भी अपने साथ जुबली गेट तक लेकर आए लेकिन किसी भी स्थिति में कार में कुल 4 लोगों से ज्यादा नहीं होने चाहिए ।

* सभी  एक दूसरे से कम से कम 1 मीटर की दूरी बना कर सेवा करेंगे।

* सभी हेलमेट  तथा मास्क लगा कर जाएंगे।

* जो भाई या बहन जिस गाड़ी में जाएंगे वे उसी गाड़ी में वापस आएं।

*जो लोग पूरी छुट्टी होने तक सेवा कर सकें, केवल वही भाई-बहन जाएंगे।

*कार को रोज sanitize करेंगे।

*अपने साथ प्रसाद वगैरह के लिए कुछ खुले पैसे तथा अमृत पेय और चाय के लिए कप या गिलास लेकर जाए।

राधास्वामी

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