Thursday, July 23, 2020

आज 23/07 का दिन मंगलमय हो



प्रस्तुति  -कृष्ण  मेहता


 एक क्षण के लिए भी कर्महीन जीवन मत जियो कुछ कर्म अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए करो। कुछ कर्म अपनों को आगे बढ़ाने के लिए करो। और कुछ कर्म समाज के लिए करो, ये कर्म सत्कर्म कहलाते हैं। किसी-किसी दिन कर्महीन रहने पर तुम्हें पता है कि कितनी नई चीजें सृष्टि में आगे बढ़ जाती है। कई नए बीज मिटटी में मिलकर अंकुरित होकर पेड़ बनने की और बढ़ जाते हैं। कई फूल काँटों के बीच रहकर प्रकृति को सौन्दर्य युक्त बनाने के लिए खिल पड़ते है।कई परमार्थी चित्त आत्म- प्रेरित होकर स्वार्थ की बेड़ियों को तोड़कर परमार्थ पर चल पड़े होंगे। कई हृदयों के तारों पर ईस्वर भक्ति का संगीत झंकृत हो चुका होगा। कई मानव देव बनने की राह पर चल पड़े होंगे।मै कई बार सोचती  हूँ कि आपने और मैंने जीवन का एक महत्वपूर्ण दिन और क्षण फिर नष्ट कर दिया। आलस्य की शैया पर पड़े-पड़े समय को आज अपने हाथों से और आपके हाथों से फिर निकलता हुआ देख रहा हूँ।


 कृष्ण मेहता:


 🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 23 जुलाई 2020*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - वर्षा*
⛅ *मास - श्रावण*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - तृतीया शाम 05:03 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
⛅ *नक्षत्र - मघा शाम 05:44 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
⛅ *योग - व्यतिपात दोपहर 12:03 तक तत्पश्चात वरीयान्*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 02:12 से शाम 03:51 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:10*
⛅ *सूर्यास्त - 19:20*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
 💥 *विशेष - तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *पुण्यदायी तिथियाँ* 🌷
➡ *11 अगस्त : जन्माष्टमी (स्मार्त)*
➡ *12 अगस्त : जन्माष्टमी (भागवत) (20 करोड़ एकादशी व्रतों के समान अकेला जन्माष्टमी का व्रत है - भगवान श्रीकृष्ण । जन्माष्टमी के दिन पूरी रात जागरण करके ध्यान, जप आदि करना महापुण्यदायी है ।), बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से दोपहर 11:17 तक)*
➡ *15 अगस्त : अजा एकादशी  (समस्त पापनाशक व्रत, माहात्म्य पढ़ने-सुनने से अश्वमेध यज्ञ का फल)*
➡ *16 अगस्त : विष्णुपदी संक्रांति  (पुण्यकाल दोपहर 12:43 से सूर्यास्त तक)(ध्यान, जप, व पुण्यकर्म का लाख गुना फल)*
➡ *22 अगस्त : गणेश चतुर्थी  (चन्द्र-दर्शन निषिद्व चन्द्रस्त - रात्रि 09:49) (ॐ गं गणपतये नम: । का जप करने और गुड़मिश्रित जल से गणेशजी को स्नान कराने एवं दूर्वा व सिंदूर की आहुति देने से विध्न-निवारण होता है तथा मेधाशक्ति बढ़ती है ।)*
➡ *26 अगस्त :बुधवारी अष्टमी  (सूर्योदय से सुबह 10:40 तक)*
➡ *29 अगस्त : पद्मा एकादशी  (व्रत करने व माहात्म्य पढ़ने-सुनने से सब पापों से मुक्ति)*
➡ *01 सितम्बर : महालय श्राद्धारम्भ (श्राद्ध पक्ष 01 सितम्बर से 17 सितम्बर तक)*
🙏🏻 *लोक कल्याण सेतु जुलाई 2020 से*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞



          🌞 ~ *हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻


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