[11/02, 17:01] +91 79090 13535: **राधास्वामी!! 11-02-2020-आज शाम के सतसंग में पढा गया बचन-कल से आगे-(54)- जैसे बाज लोग, जिनमें खास गुण होते है, राजाओं बादशाहों के दरबार में दखल पाये बिना हरगिज चैन नही लेते क्योंकि वह जानते है कि उनके गुणों का आदर मान राजा बादशाह ही कर सकते है लेकिन वे लोग, जिनमें कोई खास गुण नही होता, मामूली अलहकारों से ही तअल्लुक़ पैदा करने करके शांत हो जाते है, ऐसे ही बाज प्रेमी जन तो बिला संत सतगुरु से प्रेम कायम किये सन्तुष्ट नही होते और बाज महज उनकी इस्तेमाली चीजें स्पर्श करके शान्त हो जाते है। जिस शख्स के हृदय में मालिक के दर्शन की चाह है उसे चाहिये कि मालिक को छोड कर दूसरे किसी के मिलने पर संतुष्ट न हो वरना उसे पछताना पडेगा। 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻 **
[11/02, 17:01] +91 79090 13535: **राधास्वामी!! 11-02-2020-आज शाम के सतसंग में पढे गये पाठ- (1) अरी हे सहेली प्यारी, दूत बिरोधी भारी, गुरु बल इनको मारो ।।टेक।। (प्रेमबानी-3,शब्द-19,पे.न.169) (2) सतगुरु परम दयाल कही यह अमृत बानी। सुन लो बचन हमार कहूँ मैं तोहि बुझानी।।। प्रीतम स्वामी पिता यही मन नाम धराने। तन या मन की प्रीति रहें जिव सदा भुलाने।। (प्रेमबिलास-शब्द- (उत्तर)68,पे.न.92) (3) सतसंग के उपदेश-भाग तीसरा-कल से आगे- 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
प्रस्तुति - रीना शरण
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