Friday, February 14, 2020

अनमोल प्रेरक बातें





राधास्वामी
, 10:2अनमो0] KS :
*बुरा समय आपके जीवन के,*
       *उन सत्यों से सामना करवाता है~*

 *जिनकी आपने अच्छे समय में,*
       *कभी कल्पना भी नहीं की होती है..!!!*

🌹🌹 *Good Morning* 🌹🌹
[03/12/2019, 10:09] KS कुसुम सहगल दीदी: *✍🏻झुकने का अर्थ यह*
  *कदापि नही होता कि*
 *आपने अपना सम्मान*
          *खो दिया*
 *हर कीमती वस्तु को*
*उठाने के लिए झुकना*
       *ही पड़ता है*
*बुजुर्गो का आशीर्वाद भी*
      *इनमें से एक है*

*🌹🙏🏻सुप्रभात🙏🏻🌹*
[05/12/2019, 09:22] KS कुसुम सहगल दीदी: _*ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा, ये दौलतें...*_
_*सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं..*_

_*मुस्कुराहट, अपनापन, स्वभाव,*_
_*ये सब अपने हैं जनाब,  इनसे ही  हम सब फलते फूलते हैं।।*_
            👣 Զเधे -Զเधे 👣
     *🥀🙏🏻सुप्रभात🙏🏻🥀*_
[07/12/2019, 09:50] KS कुसुम सहगल दीदी: अपनी ज़िंदगी की उत्तर पुस्तिका को ख़ुद जांचिए,

लोग अपने हिसाब से जांचेंगे तो फेल ही करेंगे ।l

              🙏 शुभप्रभात 🙏
[08/12/2019, 10:50] KS कुसुम सहगल दीदी: *संदेह मुसीबत के पहाड़ों*
     *का निर्माण करता हैं*
             *और...*
*विश्वास पहाड़ों में से भी रास्ते*
              *का निर्माण करता है*
       *⚘ सुप्रभात ⚘*🌹
[18/12/2019, 09:36] KS कुसुम सहगल दीदी: 🌻🌿🌻🌿🌷🌿🌻🌿🌻
 *अहंकार की बस एक खराबी है,*

 *ये कभी आपको महसूस ही नही*
 *होने देता कि आप गलत है..!!*
〰➖〰➖〰➖〰➖〰

🌻🌿🙏🏻
 *🌹🌹सुप्रभात*🌹🌹
[20/12/2019, 06:16] KS कुसुम सहगल दीदी: *सुकून  की  तलाश  तो  सब  को  है !*
*जिसको तलाश नही वो सुकून में है !!*

                   *सुप्रभात्*
[27/12/2019, 10:16] KS कुसुम सहगल दीदी: *"ऊंचा"  वही उठता है जो "हल्का"  होता है..।*

*इसलिए अपने भीतर से "अहंकार"  निकालकर खुद को हल्का करें..।*
         *Good Morning *
[30/12/2019, 11:41] KS कुसुम सहगल दीदी: 🎄🎄🌲🌲🌳🌳
*जीवन मे कुछ तो सहन करना सीखना ही चाहिए...!*

*क्योंकि ...*

*हम में भी ऐसी बहुत सी कमियाँ हैं ..*
*जिन्हें दूसरे सहन करते हैं ...!!*

🌞☘ *...सुप्रभात...* ☘🌞
🍁🍁🍁🍁🍄🍄
[04/01, 09:23] KS कुसुम सहगल दीदी: *कश्तिया बच जातीं हैं*
*तूफान में,*
*पर*
*हस्तियां डूब जातीं हैं*
*अभिमान में.....*

*बाहर रिश्तों का "मेला" है..भीतर हर शख्स "अकेला" है..*
*यही जिंदगी का "झमेला" है..!!*

               *शुभ प्रभात*
[06/01, 08:25] KS कुसुम सहगल दीदी: आज इंसान इसलिए भी परेशान है क्योंकि,
जो गर्मी रिश्तों में होनी चाहिए वो हमारे दिमाग़ में है🌹🌹।। सुप्रभात ।।।🌹🌹
[07/01, 08:21] KS कुसुम सहगल दीदी: *बुरे वक़्त में*
*कंधे पर रखा गया हाथ,*

*कामयाबी पर तालियों से ज्यादा मूल्यवान होता है।*
*Good morning 🌹
[08/01, 09:36] KS कुसुम सहगल दीदी: *ज़िन्दगी में ठंड और घमंड*
*से  दूर   ही  रहना  चाहिए*

*दोनो  ही  सूरतों में  ज़िस्म*
*अक्सर  अकड़  जाता   है*

*सुप्रभात* 💐
[09/01, 04:15] anami sharan: 🙏🏾🙏🏾
[09/01, 04:15] anami sharan: 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
[10/01, 09:19] KS कुसुम सहगल दीदी: ☝🏽 *सब्र की जड़े...*
*चाहें जैसी भी हो।*
*इसके फ़ल...*
*सदैव मीठे होते हैं॥*

         *सुप्रभात*
[11/01, 10:58] KS कुसुम सहगल दीदी: *"अकाल" हो अगर "अनाज" का,*
              *तब "मानव" मरता है...*
                         *किन्‍तु*
      *"अकाल" हो अगर "संस्‍कारों" का,*
           *तो "मानवता" मरती है!!!*

*"संस्‍कारों" से बड़ी कोई "वसीयत" नहीं..*
               *और "र्इमानदारी" से*
         *बड़ी कोई "विरासत" नहीं !!!*

         *🌹🙏सुप्रभातम् 🙏🌹*
[14/01, 09:40] KS कुसुम सहगल दीदी: *“सोच ये ना रखें की  मुझे रास्ता अच्छा मिले,*
*बल्कि*
_ये होना चाहिए कि मैं जहां पाव रखूं_
_वो रास्ता अच्छा हो जाए;_

_क्यूँकि जो अपने कदमों की काबिलियत  पर विश्वास रखते हैं,_
*वो ही अक्सर मंजिल पर पहूँचते है!”*
     
          *💐सुप्रभात💐*
[16/01, 11:24] KS कुसुम सहगल दीदी: *प्रातः वंदन* 🙏🏽


*ज़िन्दगी में ऊंचा उठने के लिए किसी*
*डिग्री की जरूरत नही अच्छे शब्द ही*
*इंसान कोबादशाह बना देते है*
*माँ बाप के साथ आपका सुलूक*
*वो कहानी है*
*जिसे आप लिखते हैं*
*और आपकी संतान आपको*
*पढ़कर सुनाती है*
*आँसूओं के प्रतिबिंब गिरे,*
*ऐसे दर्पण अब कहाँ ?*
*बिना कहे सब कुछ समझे,*
*वैसे रिश्ते अब कहाँ ?*
*ठीक उस खाली लिफ़ाफ़े की तरह*
*होते है कुछ रिश्ते*
*जिनके भीतर कुछ भी नहीं होता और*
*हम उन्हें सम्भाल कर रखते है*

       🌸 *सुप्रभात* 🌸
[17/01, 09:43] KS कुसुम सहगल दीदी: *दुनिया के हर रिश्ते को निभाने के लिए, चौबीसों घंटे लगे रहते हैं, फिर भी सब नाराज रहते हैं*..!!
     *एक 'परमात्मा' है, जिसे अगर एक घंटे का भी समय दे दें, तो वे इतना खुश हो जाते हैं, कि हमें 'भवसागर' से पार कर देते हैं*..
               🙏  🌹🙏
[20/01, 08:37] KS कुसुम सहगल दीदी: *अपनी जुबान से इतने मीठे शब्द बोलो.*

*कि वापिस भी लेने पड़ें तो खुद को कड़वे न लगें.*
Good morning🌹
[21/01, 06:51] KS कुसुम सहगल दीदी: *जिंदगी का सारा खेल तो वक्त रचता है*
 *इंसान तो सिर्फ अपना किरदार निभाता है ।*

    Good morning🌹
[23/01, 09:24] KS कुसुम सहगल दीदी: *"एक ही समानता है*
*पतंग औऱ जिन्दगी मॆं,,,*

*ऊँचाई में हो तब तक ही* 
*’’वाह-वाह" होती हैं......*
.       *🙏🏻 🙏🏻*
[24/01, 09:22] KS कुसुम सहगल दीदी: *कैसे हो पायेगी,*
*अच्छे इंसान की पहचान*

*दोनो ही नकली हो गए है..,*
*आँसू और मुस्कान*

Good morning
[28/01, 10:02] KS कुसुम सहगल दीदी: *लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती,*
*हौसला बुलंद हो तो कोई दीवार नहीं होती,*
*जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा,*
*उजाला देने वालों की कभी हार नहीं होती।*
  🌹 *Good Morning* 🌹
[28/01, 11:35] KS कुसुम सहगल दीदी: Ok
[29/01, 07:59] KS कुसुम सहगल दीदी: वक़्त* वो *तराज़ू* हैं

जो बेवक़्त *अपनों का वज़न*..बता देता हैं....
Good morning🌹
[31/01, 09:27] KS कुसुम सहगल दीदी: *कलम तभी साफ साफ और अच्छा लिख पाती जब वो थोड़ा झुक कर चलती है,*
*वही हाल ज़िन्दगी में इंसान का है, बस समझ लोगो को देर से आता है।*


                                *सुप्रभात*
                   🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
[01/02, 09:01] KS कुसुम सहगल दीदी: *🌞सुप्रभातम🌞*

*आज का सुविचार*

*जिसने दूसरों की " खुशी" में खुद की खुशी देखने का हुनर सीखा है...*
*वह इंसान कभी भी दुखी नहीं हो सकता है....*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
[02/02, 11:34] KS कुसुम सहगल दीदी: *चेहरे की चमक*
*और*
*घर की ऊंचाईयों पर*
*मत जाना ...*

*घर के बुजुर्ग,*
*अगर मुस्कुराते मिलें,*
*तो समझ लेना कि,*
*आशियाना अमीरों का है ...!*
🙏good morning 🙏
[04/02, 09:37] KS कुसुम सहगल दीदी: *पाप नि:संदेह बुरा है..*
       *लेकिन*
*उससे भी बुरा है,*
*पुण्य का अहंकार!!*
         🙏*सुप्रभात*🙏
[05/02, 10:03] KS कुसुम सहगल दीदी: *कभी कभी खामोशी बहुत अच्छी होती है*
*कई रिश्तों की आबरू ढक देती है*
*गुड़ मॉर्निंग*
[06/02, 08:59] KS कुसुम सहगल दीदी: *"कुछ इकठ्ठा भी उन्हीं के पास होता है, जो बाँटना जानते हैं,*

*फिर चाहे भोजन हो,*
*प्यार हो,या सम्मान "*

🙏 *सुप्रभात*🙏
[08/02, 09:43] KS कुसुम सहगल दीदी: *रिश्ते बनाना इतना आसान जैसे -*
*'मिट्टी' पर 'मिट्टी' से  "मिट्टी"  लिखना....!*

*लेकिन रिश्ते निभाना उतना ही मुश्किल जैसे-*
*'पानी' पर 'पानी' से  "पानी"  लिखना.....!!*
           
    *🙏🏻शुभ प्रभात 🙏🏻*

प्रस्तुति- रेणु दत्ता / आशा सिन्हा


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