Friday, April 17, 2020

आज 18/04 दिन शुभ और मंगलमय हो



प्रस्तुति - कृष्ण मेहता: 🌞 ~

*आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 18 अप्रैल 2020*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत*
⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - चैत्र)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - एकादशी रात्रि 10:17 तक तत्पश्चात द्वादशी*
⛅ *नक्षत्र - शतभिषा 19 अप्रैल प्रातः 04:25 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*
⛅ *योग - शुक्ल शाम 06:43 तक तत्पश्चातम ब्रह्म*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:17 से सुबह 10:52 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:18*
⛅ *सूर्यास्त - 18:57*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - वरुथिनी एकादशी*
 💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *वरुथिनी एकादशी* 🌷
🙏🏻 *इस लोक और परलोक में भी सौभाग्य प्रदान करने वाली है ।जो फल दस हजार वर्षों तक तपस्या करने के बाद मनुष्य को प्राप्त होता है, वही फल इस वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने मात्र से प्राप्त हो जाता है ।यमराज से डरनेवाला मनुष्य अवश्य वरुथिनी एकादशी का व्रत करें ।*
➡ *इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेव मंत्र का जप, श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और रात्रि जागरण करने से पुण्य की प्राप्ति होती हैं ।*
🙏🏻 *प्रेरणामूर्ति भारती श्रीजी*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷   *ग्रीष्म ऋतु में स्वास्थ्य – सुरक्षा* 🌷
➡ *19 अप्रैल 2020 रविवार से ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ ।*
☀  *ग्रीष्म ऋतु में शरीर का जलीय व स्निग्ध अंश घटने लगता है | जठराग्नि व रोगप्रतिकारक क्षमता भी घटने लगती है | इससे उत्पन्न शारीरिक समस्याओं से सुरक्षा हेतु नीचे दी गयी बातों का ध्यान रखें –*
🌤 *१] ग्रीष्म ऋतु में जलन, गर्मी, चक्कर आना, अपच, दस्त, नेत्रविकार ( आँख आना / Conjunctivitis ) आदि समस्याएँ अधिक होती हैं | अत: गर्मियों में घर में बाहर निकलते समय  लू  से  बचने के लिए सिर पर कपड़ा बाँधे अथवा टोपी पहने तथा एक गिलास पानी पीकर निकलें | जिन्हें दोपहिया वाहन पर बहुत लम्बी मुसाफिरी करनी हो वे जेब में एक प्याज रख सकते हैं |*
🌤 *२] उष्ण से ठंडे वातावरण में आने पर १० – १५ मिनट तक पानी न पियें | धूप में से आने पर तुंरत पूरे कपड़े न निकालें, कूलर आदि के सामने भी न बैठें | रात को पंखे, एयर – कंडिशनर अथवा कूलर की हवा में सोने की अपेक्षा हो सके तो छत पर अथवा खुले आँगन में सोयें | यह सम्भव न हो तो पंखे, कूलर आदि की सीधी हवा न लगे इसका ध्यान रखें |*
🌤 *३] इस मौसम में दिन में कम – से – कम ८ – १० गिलास पानी पियें | प्रात: पानी – प्रयोग  ( रात का रखा हुआ आधा से डेढ़ गिलास पानी सुबह सूर्योदय से पूर्व पीये ) भी  | पानी शरीर के जहरी पदार्थों(toxins) को बाहर निकालकर त्वचा को ताजगी देने में मदद करता है |*
🌤 *४] मौसमी फल या उनका रस व ठंड़ाई, नींबू की शिकंजी, पुदीने का शर्बत , गन्ने का रस, गुड का पानी आदि का सेवन लाभदायी है | गर्मियों में दही लेना मना है और दूध, मक्खन, खीर विशेष सेवनीय हैं |*
🌤 *५] आहार ताजा व सुपाच्य लें | भोजन में मिर्च, तेल, गर्म मसाले आदि का उपयोग कम करें | खमीरीकृत(fermented) पदार्थ, बासी व्यंजन बिल्कुल  न लें | कपड़े सूती, सफेद या हल्के  रंग के तथा ढीले – ढाले हों | सोते समय मच्छरदानी आदि का प्रयोग अवश्य करें |*
🌤 *६] गर्मियों में फ्रीज का ठंडा पानी पीने से गले, दाँत, आमाशय व आँतो पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है | मटके या सुराही का पानी पीना निरापद है  ( किंतु बिनजरूरी या प्यास से अधिक ठंडा पानी पीने से जठराग्नि मंद होती है ) |*
🌤 *७] इन दिनों में छाछ का सेवन निषिद्ध है | अगर लेनी ही हो तो ताज़ी छाछ में मिश्री, जीरा, पुदीना, धनिया मिलाकर लें |*
🌤 *८] रात को देर तक जागना, सुबह देर तक सोना, अधिक व्यायाम, अधिक परिश्रम, अधिक उपवास तथा स्त्री – सहवास  - ये सभी इस ऋतु में वर्जित हैं |*
🙏🏻 *स्त्रोत – ऋषिप्रसाद अप्रैल २०१६ से*

📖 *हिन्दू पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *हिन्दू पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरा त)*
            🌞 *~  हिन्दू पंचांग ~* 🌞

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┇ ┇ ┇ ┇ *_करूणा के सागर श्री हरि जी की_*
┇ ┇ ┇ ❁        *_असीम अनुकम्पा  आप पर_*
┇ ┇ ✾                  *_सदैव बनी रहे_*
┇ ✵                               
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             🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾
            *_शनिवार 11 अप्रैल 2020_*

*_शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र - ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।_*

          *_।। आज का दिन मंगलमय हो ।।_*

*_आप सभी मित्रों को _वरुथिनी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं।।_*

🌠 *_दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए_*
🌹 *_शनिवार को पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। पीपल के नीचे सायंकालीन समय में एक चतुर्मुख दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी ग्रह दोषों की निवृति हो जाती है।_*
🌐 *_विक्रम संवत् – 2077.संकल्पादि में प्रयुक्त होनेवाला संवत्सर – प्रमादी._*
☸️ *_शक संवत - 1942_*
☣️ *_अयन - उत्तरायण_*
⛈️ *_ऋतु - बसंत ऋतु_*
🌤️ *_मास - बैशाख माह_*
🌔 *_पक्ष - शुक्ल पक्ष_*
📆 *_तिथि – एकादब 22:18 PM बजे तक उपरान्त द्वादशी तिथि है।_*
💫 *_नक्षत्र – धनिष्ठा 01:36 AM तक उपरान्त शतभिषा नक्षत्र है।_*
🔔 *_योग – शुक्ल 18:41 PM तक उपरान्त ब्रह्मा योग है।_*
✨ *_करण – बव 09:09 AM तक उपरान्त बालव 22:18 PM तक उपरान्त कौलव करण है।_*
🌙 *_चन्द्रमा – कुम्भ राशि पर।_*
🌞 *_सूर्योदय – प्रातः 06:18:46_*
🌅 *_सूर्यास्त – सायं 18:56:06_*
🤖 *_राहुकाल (अशुभ) – सुबह 09:00 बजे से 10:30 बजे तक।_*
❄️ *_विजय मुहूर्त (शुभ) – दोपहर 12.26 बजे से 2.50 बजे तक।_*
⚜️ *_दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो अदरख एवं घी खाकर यात्रा कर सकते है!_*
⚛️ *_पर्व त्यौहार : बरूधनी एकादशी_*
📡 *_व्यापार : आज कारोबार शुरू करने का मुहूर्त नहीं है।_*
*_मुंडन : आज मुंडन का मुहूर्त नहीं है।_*
🏘️ *_गृहप्रवेश : आज गृह प्रवेश का मुहूर्त नहीं है।_*

           🪔 *_गुरु भक्ति योग_* 🕯️

☝🏼 *_आज वैशाख मास के कृष्ण पक्ष कि वरूथिनी नाम का एकादशी व्रत है। आप सभी एकादशी व्रतियों को एकादशी व्रत की हार्दिक शुभकामनायें। शास्त्रानुसार एकादशी सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वाधिक पुण्यदायी व्रत होता है। इसे हर एक व्यक्ति को अवश्य करना चाहिये।_*

🌷 *_एकादशी तिथि विशेष – एकादशी तिथि को चावल एवं दाल नहीं खाना चाहिये तथा द्वादशी को मसूर नहीं खाना चाहिये ये इन तिथियों में त्याज्य बताया गया है। एकादशी को चावल न खाने अथवा रोटी खाने से व्रत का आधा फल सहज ही प्राप्त हो जाता है। एकादशी तिथि एक आनन्द प्रदायिनी और शुभ फलदायिनी तिथि मानी जाती है। एकादशी को सूर्योदय से पहले स्नान के जल में आँवला या आँवले का रस डालकर स्नान करना चाहिये। इससे पुण्यों कि वृद्धि, पापों का क्षय एवं भगवान नारायण के कृपा कि प्राप्ति होती है।_*

🌷 *_एकादशी तिथि के देवता विश्व देव होते हैं। नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ तथा कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। एकादशी तिथि एक आनंद प्रदायिनी और शुभ फलदायी तिथि मानी जाती है। इसलिये आज दक्षिणावर्ती शंख के जल से भगवान नारायण का पुरुषसूक्त से अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी प्रशन्न होती है एवं नारायण कि भी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।_*

🌷 *_एकादशी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है वो धार्मिक तथा सौभाग्यशाली होता है। मन, बुद्धि और हृदय से ऐसे लोग पवित्र होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती और लोगों में बुद्धिमानी के लिए जाने जाते है। इनकी संतान गुणवान और अच्छे संस्कारों वाली होती है, इन्हें अपने बच्चों से सुख एवं सहयोग भी प्राप्त होता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से इन्हें मान सम्मान मिलता है।_*

*※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※*

🌸 *_वरुथिनी एकादशी व्रत विधि।_* 🌸

👉🏻 *_वरुथिनी एकादशी या कहें वरूथिनी ग्यारस को भगवान मधुसूदन की पूजा करनी चाहिये। इस दिन भगवान श्री हरि यानि भगवान विष्णु के वराह अवतार की प्रतिमा की पूजा भी की जाती है। एकादशी का व्रत रखने के लिये दशमी के दिन से ही व्रती को नियमों का पालन करना चाहिये। दशमी के दिन केवल एक बार ही अन्न ग्रहण करना चाहिये। वह भी सात्विक भोजन के रूप में। कांस, उड़द, मसूर, चना, कोदो, शाक, मधु, किसी दूसरे का अन्न तथा दिन में दो बार भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिये।_*

💁🏻‍♂️ *_ब्रह्मचर्य व्रत का पालन भी इस दिन अवश्य करना चाहिये। पान खाने, दातून करने, परनिंदा, द्वेश, झूठ, क्रोध आदि का भी पूर्णत: त्याग करना चाहिये। एकादशी के दिन प्रात:काल स्नानादि के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु के वराह अवतार की पूजा करनी चाहिये। साथ ही व्रत कथा भी सुननी या फिर पढ़नी चाहिये। रात्रि में भगवान के नाम का जागरण करना चाहिये। द्वादशी को विद्वान ब्राह्मणों को भोजनादि करवा कर दान-दक्षिणा देकर व्रत का पारण करना चाहिये।_*

🙏🏼 *_नारायण सभी का नित्य कल्याण करें । सभी सदा खुश एवं प्रशन्न रहें ।_*

      *_जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम्।।_*

     🙏🏼  *_।। नमों नारायण ।।_* 🙏🏼

       🖌 *_””सदा मुस्कुराते रहिये””_*
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*🙏🌹जय जय श्री राधे राधे जी🌹🙏*
🙏🚩🙏 *दैनिक  पंचांग* 🙏🚩🙏
🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹

*दिनाँक -: 18/04/2020,शनिवार*
*एकादशी, कृष्ण पक्ष,वैशाख*
*🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞समाप्ति काल):-*

*तिथि -------एकादशी 22:16:50           तक*
*पक्ष ---------------------------कृष्ण*
*नक्षत्र -------शतभिषा 28:23:33*
*योग -------------शुक्ल 18:40:02*
*करण ------------भाव 09:07:54*
*करण ----------बालव 22:16:50*
*वार -------------------------शनिवार*
माह -------------------------- वैशाख
चन्द्र राशि   --------------------कुम्भ
सूर्य राशि -----------------------मेष
रितु ----------------------------वसंत
आयन ---------------------उत्तरायण
संवत्सर -----------------------शार्वरी
संवत्सर ----------------------प्रमादी
विक्रम संवत ----------------2077
विक्रम संवत (कर्तक)------2076
शाका संवत ----------------1942
सूर्योदय -----------------05:52:44
सूर्यास्त -----------------18:44:32
दिन काल --------------12:51:47
रात्री काल -------------11:07:13
चंद्रास्त -----------------14:46:51
चंद्रोदय -----------------28:00:24

लग्न ----मेष 4°18' , 4°18'

सूर्य नक्षत्र -----------------अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र ----------------शतभिषा
नक्षत्र पाया ---------------------ताम्र

*🚩🌹🚩  पद, चरण  🚩🌹🚩*

गो ----शतभिषा 08:15:32

सा ----शतभिषा 14:57:24

सी ----शतभिषा 21:40:07

सू ----शतभिषा 28:23:33

*🌹🚩🌹  ग्रह गोचर  🌹🚩🌹*

*ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद*
Astro≈≈≈≈≈≈≈≈ 9930421132
सूर्य=मेष   04°22  '    अश्विनी,     2   चे
चन्द्र =कुम्भ 06°23    'शतभिषा ' 1  गो
बुध = मीन 17°50 '  रेवती     ' 1   दे
शुक्र= वृषभ 17°55,  रोहिणी    '  3  वी
मंगल=मकर  17°30'      श्रवण  ' 3  खे
गुरु=मकर  01°50 '   उ oषाo ,    2  भो
शनि=मकर  05°43' उ oषा o   '  3  जा
राहू=मिथुन 08°29 '      आर्द्रा ,   1   कु
केतु=धनु  08 ° 29 '      मूल    , 3   भा

*🚩🌹🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩🌹🚩*

*👹राहू काल 09:06 - 10:42 अशुभ*
यम घंटा 13:55 - 15:32 अशुभ
गुली काल 05:53 - 07:29  अशुभ
*अभिजित 11:53 -12:44 शुभ*
दूर मुहूर्त 07:36 - 08:27 अशुभ

🚩पंचक अहोरात्र अशुभ

🚩🌹चोघडिया, दिन
काल 05:53 - 07:29 अशुभ
शुभ 07:29 - 09:06 शुभ
रोग 09:06 - 10:42 अशुभ
उद्वेग 10:42 - 12:19 अशुभ
चर 12:19 - 13:55 शुभ
लाभ 13:55 - 15:32 शुभ
अमृत 15:32 - 17:08 शुभ
काल 17:08 - 18:45 अशुभ

🚩🌹चोघडिया, रात
लाभ 18:45 - 20:08 शुभ
उद्वेग 20:08 - 21:31 अशुभ
शुभ 21:31 - 22:55 शुभ
अमृत 22:55 - 24:18* शुभ
चर 24:18* - 25:42* शुभ
रोग  25:42* - 27:05* अशुभ
काल 27:05* - 28:28* अशुभ
लाभ 28:28* - 29:52* शुभ

🚩🌹होरा, दिन
शनि 05:53 - 06:57
बृहस्पति 06:57 - 08:01
मंगल 08:01 - 09:06
सूर्य 09:06 - 10:10
शुक्र 10:10 - 11:14
बुध 11:14 - 12:19
चन्द्र 12:19 - 13:23
शनि 13:23 - 14:27
बृहस्पति 14:27 - 15:32
मंगल 15:32 - 16:36
सूर्य 16:36 - 17:40
शुक्र 17:40 - 18:45

🚩🌹होरा, रात
बुध 18:45 - 19:40
चन्द्र  19:40 - 20:36
शनि 20:36 - 21:31
बृहस्पति 21:31 - 22:27
मंगल 22:27 - 23:23
सूर्य 23:23 - 24:18
शुक्र 24:18* - 25:14
बुध 25:14* - 26:09
चन्द्र 26:09* - 27:05
शनि 27:05* - 28:01
बृहस्पति 28:01* - 28:56
मंगल 28:56* - 29:52

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*🚩🌹दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा  कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩🌹  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

       15 + 11 + 7 + 1 = 34  ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩🌹    शिव वास एवं फल -:*

   26 + 26 + 5 = 57  ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश  वास = शुभ कारक

*🚩🌹भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*🌹🚩    विशेष जानकारी    🚩🌹*

* वरुथिनी एकादशी व्रत ( सर्वेषां)

* श्री वल्लभाचार्य जयन्ती उत्सव मथुरा

*🌹🚩🌹   शुभ विचार   🌹🚩🌹*

अनभ्यासे विषं शास्त्रमजीर्णे भोजनं विषम् ।
दरिद्रस्य विषं गोष्ठी वृध्दस्य तरुणी विषम् ।।
।।चा o नी o।।

जिस अध्यात्मिक सीख का आचरण नहीं किया जाता वह जहर है. जिसका पेट ख़राब है उसके लिए भोजन जहर है. निर्धन व्यक्ति के लिए लोगो का किसी सामाजिक या व्यक्तिगत कार्यक्रम में एकत्र होना जहर है.

*🚩🌹🚩  सुभाषितानि  🚩🌹🚩*

गीता -: भक्तियोग अo-12

ये तु सर्वाणि कर्माणि मयि सन्नयस्य मत्पराः ।,
अनन्येनैव योगेन मां ध्यायन्त उपासते ॥,

परन्तु जो मेरे परायण रहने वाले भक्तजन सम्पूर्ण कर्मों को मुझमें अर्पण करके मुझ सगुणरूप परमेश्वर को ही अनन्य भक्तियोग से निरन्तर चिन्तन करते हुए भजते हैं।, (इस श्लोक का विशेष भाव जानने के लिए गीता अध्याय 11 श्लोक 55 देखना चाहिए)॥,6॥,

*🌹🚩   दैनिक राशिफल   🚩🌹*

*मेष*
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पारिवारिक मित्रों से मेल-जोल बढ़ेगा। छोटे भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। अपेक्षित कार्य समय-समय पर पूरे होंगे, प्रसन्नता रहेगी। जोखिम नहीं उठाएं।

*वृष*
योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। आय में वृद्धि होगी। कार्यकुशलता का विकास होगा। घर-बाहर प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नए कार्य प्रारंभ करने की रूपरेखा बनेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मनोरंजन का समय मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

*मिथुन*
तीर्थाटन की योजना बनेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त होगा। समय पर काम पूरे होंगे। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। व्यय में वृद्धि हो सकती है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। सावधान रहें।

*कर्क*
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। घर-परिवार में विवाद हो सकता है। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। धीरे-धीरे सब ठीक होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धैर्य रखें।

*सिंह*
दांपत्य जीवन में प्रगाढ़ता आएगी। परिवार में कोई आयोजन हो सकता है। प्रसन्नता तथा व्यस्तता रहेगी। उत्साह में वृद्धि होगी। वरिष्ठजन सहयोग व मार्गदर्शन करेंगे। निवेश शुभ रहेगा। बाहर जाने की योजना बनेगी। घर-परिवार के सदस्यों का सहयोग बराबर मिलेगा।

*कन्या*
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। समय पर कार्य होंगे। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। पार्टनरों का भरपूर सहयोग मिलेगा। विवेक का प्रयोग लाभ बढ़ाएगा।

*तुला*
राजकीय बाधा उत्पन्न हो सकती है। विवाद न करें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार ठीक चलेगा। धनार्जन सहज होगा।

*वृश्चिक*
कष्ट, भय व बेचैनी का वातावरण बन सकता है। सावधानी रहें। लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। घर-परिवार में सुख-शांति बने रहेंगे। नए काम प्राप्त होंगे। लाभ बढ़ेगा।

*धनु*
अज्ञात भय सताएगा। नेत्र पीड़ा हो सकती है। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। काम में मन नहीं लगेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। सावधानी आवश्यक है।

*मकर*
मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। पारिवारिक मांगलिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। फिजूलखर्ची पर नियंत्रण रखें। घर-परिवार की चिंता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

*कुंभ*
किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा मनोरंजक रहेगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

*मीन*
पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। बनते काम बिगड़ सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। घर-परिवार में मतभेद संभव है। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। समय पर निदान होगा। जोखिम न लें। धैर्य रखें।

🙏🌹आपका दिन मंगलमय हो🌹🙏

🚩🚩🚩🚩🚩🕉🚩🚩🚩🚩🚩
*रत्न,वास्तु, ज्योतिष, हस्तरेखा, अंकशास्त्र विशेषज्ञ*
9930421132
[18/04, 07:42] Morni कृष्ण मेहता: *🌞 🚩 । l ॐ l ।  🚩 🌞*

🕉 ।। *श्री गणेशाय नमः* ।। 🕉
  *सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*  
 🌐 *आज का पंचांग* 🌐
⛳ *तिथि*....११ (एकादशी)
🕉 वरूथिनी एकादशी व्रत 🕉
🌹 श्री वल्लभाचार्य जयन्ती 🌹
🅿 पंचक 🅿
🟢 18 अप्रेल 2020 (अंग्रेजी तारीख)
🔮 1⃣8⃣-0⃣4⃣-2⃣0⃣2⃣0⃣
🎪 *वार*.....शनिवार
🍥 *नक्षत्र*....शतभिषा
🪔 *योग*.....शुक्ल
🏵️ *करण*....बव
🌞 *अयन* ....उत्तरायण
🌅 *सूर्योदय* :- ६:१५
🌃 *सूर्यास्त* :-  ६:५९
🌔 *पक्ष*........कृष्ण
🌝 *चन्द्र राशि*.....कुम्भ
🏖 *ऋतु*.........वसन्त
🌸 *मास*..... *वैशाख*
🌍 *कलियुगाब्द*......५१२२
🌎 *विक्रम संवत्*.....२०७७
🌏 *शक संवत्*...... १९४२
🌹 *अभिजीत मुहूर्त*.....१२:१२ से १३:०३
🌚 *राहुकाल*..... ०९:२६ से ११:०२ तक
( शुभ कार्य वर्जित )
🩸 *मानक स्थान* .....जोधपुर (राजस्थान)
🌻 *।। आपका दिन मंगलमय हो ।।* 🌻
       🙏 ● *जय श्री कृष्ण* ● 🙏
[18/04, 07:42] Morni कृष्ण मेहता: !!श्री् हरि् !!
*_𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄प्रस्तुति𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄•𖡼_*
                  🙏🏻 *_पं0कृषण मेहता _* 🙏🏻
*_ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि आपके एवं आपके पूरे परिवार के लिए हर दिन शुभ एवं मंगलमय हों।_*

*_18 अप्रैल 2020 आज वैशाख मास कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और शनिवार का दिन है। एकादशी तिथि आज रात 10 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। उसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जायेगी। वैशाख कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है और वैशाख कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी का व्रत किया जाता है। साथ ही शाम 6 बजकर 41 मिनट तक समस्त कार्यों में सफलता दिलाने वाला शुक्ल योग रहेगा। इस योग में गुरु या प्रभु की कृपा अवश्य बरसती है तथा मंत्र भी सिद्ध होते हैं।  इसके अलावा पूरा दिन पर करके अगले दिन की भोर यानि 19 अप्रैल की सूर्योदय पहले 4 बजकर बजकर 25 मिनट तक शतभिषा नक्षत्र रहेगा।
पं0 कृषण मेहता से जाने राशि फ़ल के साथ आज   वरुथिनी एकादशी व्रत का महत्व, पूजन विधि एवं कथा---
 वरुथिनी एकादशी वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस व्रत को करने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन व्रत करके जुआ खेलना, नींद, पान, दातुन, परनिन्दा, क्षुद्रता, चोरी, हिंसा, रति, क्रोध तथा झूठ को त्यागने का माहात्म्य है। ऐसा करने से मानसिक शांति मिलती है। इस व्रत को करने वाले को हविष्यान खाना चाहिए तथा व्रती के परिवार के सदस्यों को रात्रि को भगवद् भजन करके जागरण करना चाहिए।
भविष्योत्तर पुराण में कहा गया है-
कांस्यं मांसं मसूरान्नं चणकं कोद्रवांस्तथा।
शाकं मधु परान्नं च पुनर्भोजनमैथुने।।
इससे तात्पर्य यह है कि कांस्य पात्र, मांस तथा मसूर आदि का ग्रहण नहीं करें। एकादशी को उपवास करें और इस दिन जुआ और निद्रा का त्याग करें। रात को भगवान का नाम स्मरण करते हुए जागरण करें और द्वादशी को मांस, कांस्य आदि का परित्याग करके विधि विधान से पारण करें।
 शुभ फलों की प्राप्ति होती है
शास्त्रों में कहा गया है कि इस व्रत को करने से दुखी को सुख मिलता है तथा राजा के लिए स्वर्ग का मार्ग खुलता है। सूर्य ग्रहण के समय दान करने से जो फल प्राप्त होता है, वही फल इस व्रत को करने से प्राप्त होता है। इस व्रत को करने से मनुष्य लोक और परलोक दोनों में सुख पाता है और अंत समय में स्वर्ग जाता है। इस व्रत को करने से व्यक्ति को हाथी के दान और भूमि के दान करने से अधिक शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
 इस व्रत की महिमा
इस व्रत की महिमा का पता इसी बात से चलता है कि सभी दानों में सबसे उत्तम तिलों का दान कहा गया है और तिल दान से श्रेष्ठ स्वर्ण दान कहा गया है और स्वर्ण दान से भी अधिक शुभ इस एकादशी का व्रत करने का उपरान्त जो फल प्राप्त होता है, वह कहा गया है। भगवान विष्णु का प्यार और स्नेह के इच्छुक परम भक्तों को दोनों दिन एकादशी व्रत करने की सलाह दी जाती है।
 कथा− प्राचीन काल में नर्मदा तट पर मांधाता नामक राजा राज्य करता था। वह अत्यन्त ही दानशील और तपस्वी राजा था। एक दिन तपस्या करते समय वह जंगली भालू राजा मांधाता का पैर चबाने लगा। थोड़ी देर बाद भालू राजा को घसीटकर वन में ले गया। राजा घबराकर विष्णु भगवान से प्रार्थना करने लगा। भक्त की पुकार सुनकर विष्णु भगवान ने अपने सुदर्शन चक्र से भालू को मारकर अपने भक्त की रक्षा की। भगवान विष्णु ने राजा मांधाता से कहा− हे वत्स् मथुरा में मेरी वाराह मूर्ति की पूजा वरुथिनी एकादशी का व्रत रखकर करो। उसके प्रभाव से तुम पुनः अपने पैरों को प्राप्त कर सकोगे। यह तुम्हारा पूर्व जन्म का अपराध था।
       साथ ही जाने राशिनुसार कैसा रहेगा आपका दिन।

🐑 *_मेष राशि आज का दिन उत्साह भरा रहने वाला है। परिवार के किसी खास व्यक्ति के बारे में आपको कुछ रोचक बात पता चलेगी, जिससे घर में हंसी-ख़ुशी का माहौल बनेगा। आपका आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ रहेगा। किसी काम के लियेआपकी कोशिशें सफल होंगी। छात्र कोई नई चीज सीखने के बारे में विचार बनायेंगे। संतान पक्ष से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिलेगी। गायत्री मंत्र का 21 बार जप करें, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।_*

🐂 *_वृष राशि आज खुशियां खुद चलकर आपके सामने आयेंगी। फ़ोन पर आपको किसी नये बिजनेस में साझेदारी का प्रस्ताव मिलेगा। आपको आने वाले दिनों में काफी फायदा होगा। आपकी इनकम बढ़ने के योग बन रहे हैं। अगर आप कुछ दिनों से किसी बात को लेकर परेशान चल रहे थे, तो उससे आपको राहत मिलेगी। जीवनसाथी के साथ रिश्तों में मिठास बढ़ेगा। लवमेटस के लिए दिन बेहतरीन रहने वाला है। शनि चालीसा का पाठ करें, रुके हुए कार्य पुरे होंगे।_*

👨‍❤️‍👨 *_मिथुन राशि आज कुछ मामलों में आपका कॉन्फिडेंस डगमगा सकता है। किसी पारिवारिक काम में मेहनत करनी पड़ेगी। आज किसी से भी बात करते समय वाणी पर नियंत्रण रखें। परिवार वालों की सेहत अच्छी बनी रहेगी। बच्चों का खास ख्याल रखें, कहीं बाहर ना निकलने दें। नियमित योग करते रहे। आज आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। खान- पान का ख्याल रखे। ज्यादा ऑयली खाने से परहेज करें। हनुमान जी को बेसन के लड्डू चढ़ाये, आपके कॉन्फिडेंस में बढ़ोतरी होगी।_*

🦀 *_कर्क राशि आज का दिन मिला-जुला रहने वाला है। जो लोग अविवाहित हैं, उनके रिश्ते के लिये कहीं से फोन आ सकता है। कुछ लोग आपके विरुद्ध प्लानिंग कर सकते हैं। शारीरिक रूप से आपको थोड़ी थकावट महसूस होगी। काम को लेकर किसी तरह का डर मन में न रखें। आपके कार्यों की गति कुछ रूकेगी। वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों की बॉस आज तारीफ करेंगे। नौकरी में पदोन्नति होने के योग बन रहें है। हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं, जीवनसाथी से रिश्ते और मजबूत होंगे।_*

🦁 *_सिंह राशि आज का दिन बेहतरीन रहने वाला है। आज आप आलस्य महसूस करेंगे। कई दिनों से घर में चल रही समस्या आज सुलझ जाएगी। बच्चों का मन आज पढ़ाई में लगेगा। जीवनसाथी से कोई खुशखबरी मिलेगी। लवमेटस का एक दुसरे के प्रति विश्वास और बढ़ेगा। आप कोई ऑनलाइन काम शुरू करने का पैटर्न बनायेंगे। आज आपको धैर्य और संयम बनाकर रखने की जरुरत है। दोस्त से चल रहा मन मुटाव समाप्त होगा। केसर का तिलक लगायें, पुरे दिन मन प्रसन्न रहेगा।_*

👰🏻 *_कन्या राशि आज का दिन खुशियां लेकर आया है। आज आपकी सोच और प्लानिंग स्पष्ट रहेगी। आपकी कल्पना शक्ति का विस्तार होगा। आज आपको कुछ अलग तरह के अनुभव होंगें। परिवारिक मामलों में कोई बड़ा फैसला लेंगे। धनलाभ का भी योग बन रहा है। आज घर पर ही बच्चों के साथ कोई मूवी देखेंगे। स्वास्थ्य आज पहले से बेहतर रहेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ आयेंगी। ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 21 बार जप करें, कार्यों को समय से पूरा करने में सफल होंगे।_*

⚖️ *_तुला राशि आज का दिन कुछ उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। फ़ोन पर कोई बिजनेस सम्बन्धी डील होगी। दाम्पत्य जीवन आज पहले की अपेक्षा बेहतर रहेंगे। जीवनसाथी से कोई सरप्राईज मिलेगा। आज विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा। किसी टॉपिक पर अपने सहपाठी से फ़ोन पर चर्चा करेंगे। बच्चें कंप्यूटर पर गेम खेलने की जिद्द करेंगे। सेहत आज अच्छी बनी रहेगी। शनि देव के मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का 21 बार जप करें, समस्यायों का समाधान होगा।_*

🦂 *_वृश्चिक राशि आज का दिन खास रहने वाला है। आपका सोचा हुआ काम पूरा हो जायेगा। कार्यों में माता-पिता का सहयोग प्राप्त होता रहेगा। आज घर पर बच्चों के साथ कोई गेम खेलेंगे। घरेलु महिलाएं आज घर की साफ सफाई में व्यस्त रहेंगी। घर के बुजुर्गों के सेहत का ख्याल रखें। आप कोई नया वाहन खरीदने के लिये जीवनसाथी से सलाह लेंगे। बच्चों को आज अपने पढ़ाई के प्रति सिरियस होने की जरूरत है। हनुमान जी को लड्डू का भोग लगायें, दिन अनुकूल रहेगा।_*

🏹 *_धनु राशि आज का दिन बहुत ही बढ़िया रहने वाला है। बिजनेस में कोई नया निवेश करने का विचार बनायेंगे, लेकिन परिस्थितियां अभी अनुकूल नहीं है। आप अपनी रूटीन लाइफ में थोड़ा बदलाव करेंगे। जहां जरूरत लगे, वहां समझौता करने के लिए तैयार रहेंगे। इससे आपको काफी फायदा भी होगा। जीवनसाथी से रिश्तों में मिठास बढ़ेगी। छात्रों का पढ़ाई में आज पूरा मन लगेगा। सुबह उठने के बाद घर के बड़ों का आशीर्वाद लें, दिन अच्छा बीतेगा।_*

🐊 *_मकर राशि आज का दिन ठीक-ठाक रहने वाला है। आपको खुद पर ध्यान रखने की जरूरत है। गुस्से पर काबू रखें, वरना घर का माहौल तनावपूर्ण हो सकता है। बच्चों को आज थोड़ी डांट पड़ेगी, अच्छा होगा पढ़ाई में मन लगायें। महिलाएं आज किचन की साफ सफाई करेंगी| बिजनेस पार्टनर से संबंधों को लेकर आपके मन में कई सवाल पैदा होंगे, अच्छा रहेगा मामले को बात करके समझ लें। अपने ईष्ट देव को प्रणाम करें, जीवन में खुशियाँ बनी रहेंगी।_*

⚱️ *_कुंभ राशि आज का दिन शानदार रहने वाला है। पूरा दिन परिवार के साथ बीतेगा। परिवार में खुशी का माहौल बना रहेगा। बच्चें बाहर घुमाने की जिद्द करेंगे, लेकिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये बाहर ना निकले, घर पर ही बच्चों के साथ समय बितायें। बड़े भाई के सहयोग से आज किसी समस्या का समाधान निकालने में सफल होंगे। दाम्पत्य जीवन में आपसी सहयोग से सब अच्छा बना रहेगा। आज शनि देव के मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का 11 बार जप करें, शनि के कुप्रभाव से छुटकारा मिलेगा।_*

🐬 *_मीन राशि आज का दिन ठीक रहने वाला है। शारीरिक रूप से आप स्वस्थ्य रहेंगे। वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारी अपना काम समय से पूरा करने में सफल होंगे। साथ ही आपके जूनियर आपसे फ़ोन द्वारा सहायता भी लेंगे। आपको अपने खान-पान पर ध्यान देने की जरुरत है। कई दिनों से मन में चल रही कोई बात आज जीवनसाथी के साथ शेयर करेंगे। लवमेटस के लिए अच्छा दिन है। घर के मुख्य दरवाजे पर सरसों के तेल का दीपक जलायें, कार्यों में आ रही रुकावटें समाप्त होंगी।_*

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