Saturday, November 14, 2020

दयालबाग़ सतसंग -

 **राधास्वामी! 14-11-2020- आज शाम सतसंग में पढे गये पाठ:-                                   


   (1) क्यों जग में रहे भरमाlनी। मिल गुरु से घर को चलना।।टेक।। यह देश बिगाना भाई।- नित तिमिर रहे यहाँ छाई।। और काल करम भरमाई। भोगन सँग छिन छिन गलना।।) (त्रिकुटी का देख उजेरा। सतपुर जाय कीन्हा फेरा।। कर अलख अगम से नेहरा। फिर राधास्वामी से जाय मिलना।।) (प्रेमबानी-4-शब्द-5-पृ.सं.25,26)                        

   (2) सखी री मैं तो जावत हूँ पिया देश।।टेक।। भाग जगे पिता लेवन आये। धार सतगुरु संत का भेष।।-(मेहर करें इक छिन में भेटें। और निज घर का दें संदेश।।) (प्रेमबिलास-शब्द-88-पृ.सं.125)       

                                                 

  (3) यथार्थ प्रकाश-भाग दूसरा-

कल से आगे।               

  🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**


**राधास्वामी!! 14- 11-2020

शाम सत्संग में पढ़ा गया बचन-

कल से आगे-( 53 )-

इन पंक्तियों के लिखने पर सैयद सुलेमान नदवी की संग्रहित ' सीरतुल्नवी' जिल्द 3, देखने का अवसर प्राप्त हुआ ।

इस पुस्तक के पृष्ठ 427- 430 पर उन सब चमत्कारों का वर्णन है जो हजरत पैगंबर द्वारा रोगों के निवारण करने के संबंध में प्रकट हुए । वकास के पुत्र हजरत सआद, अकूअ,  के पुत्र हजरत सलुमा, और सअद के पुत्र हजरत सहेल तीन प्रत्यक्षदर्शियों साक्षियों का कथन है कि पैगंबर साहब ने हजरत अली की आँखों में अपना मुखामृत मल कर फूंका, जिससे उनकी आंखें, जो सूजन से अत्यंत पीड़ित थी, तुरंत अच्छी हो गई । विस्तार से जानने के लिये असल पुस्तक का अवलोकन करें।             

🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻

 यथार्थ प्रकाश- भाग दूसरा-

परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज!**


**परम हुजूर साहबजी महाराज-

【स्वराज्य】  -


कल से आगे:-

आखिर में हर सूबे की रिआया को आगाह किया चाहते हैं कि ये सब इख्तियारात को हासिल करने से उनके सिर पर एक बड़ी जिम्मेदारी आ जाती है-क्योंकि आइंदा उन्हें न सिर्फ अपने देश की तरक्की व बेहबूदी के लिए कोशिश करनी होगी बल्कि अपने देश और हमारे मुल्क के दरमियान बिरादराना रिश्ता कायम रखने और यवनसाम्राज्य के झंडे की आबरू बचाने के लिए हर किस्म की कुर्बानियाँ करनी होंगी लेकिन।

अगर यवनसामराज्य में स्वराज्य का यह तरीके अमल कामयाब साबित हुआ तो दुनिया की दूसरी बादशाहतों के लिए शिक्षा का मुकाम होगा कि हमारे नक्शे पा पर चले और दुनिया से हाकिम व महकूम के रिश्ते को अलग और समानता व बिरादराना अपनपौ का रिश्ता कायम करें और महकूम रिआया को स्वराज्य देकर खुद असली स्वराज्य हासिल करें ।

जगत् के पिता ऐसी कृपा फरमावें कि 5 साल खत्म होने पर हम इस नेक इरादे में पूरे तोर कामयाब हों। [ गवर्नर साहब बैठ जाते हैं, लोग तालियाँ बजाते हैं और मेयर साहब कुछ कहने के लिए खड़े हो जाते हैं ।

क्रमशः                         

🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**

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