Monday, January 11, 2021

सुबह सतसंग 11/01

 **राधास्वामी!! 11-01-2021-आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-                                   


  (1) कहाँ लग कहूँ कुटिलता मन की। कान न माने गुरु के बचन की।। सतसँग किसको कहते है, सो भी तुम सुध लेव। सत्तनाम सत्तपुरूष का, जहाँ कीर्तन होय।।-(जोगेश्वर बेदान्ती भाई। यह भी रहे अक्षर लख माहीं।।।।) (सारबचन-शब्द-पहला-पृ.सं.240,241)      

                                                 

(2) गुरु सँग चलना घर की बाट।।टेक।। बिन सतगुरु कोइ पार न जावे। भौसागर का चौडा फाट।।-(राधास्वामी दया से सुरत चढावें। खोलें घट का बज्र कपाट।।) (प्रेमबानी-2-शब्द-25,पृ.सं.385)      

                                           

 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**


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